Sheetla Saptami 2024: राजस्थान के ब्यावर में शीतला सप्तमी के तीसरे दिन गुरुवार को महिलाओं ने दशा माता का विधि-विधान से पूजन किया. इस पर्व के तहत महिलाओं ने व्रत रखकर दशा माता की पूजा अर्चना की. साथ ही महिलाओं ने आटे के बने फल, फूल व प्रसाद चढ़ाकर जल का अर्पण किया तथा दशा माता की कहानी सुनी.
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Sheetla Saptami 2024: शीतला सप्तमी के तीसरे दिन गुरुवार को महिलाओं ने दशा माता का विधि-विधान से पूजन किया. इस पर्व के तहत महिलाओं ने व्रत रखकर दशा माता की पूजा अर्चना की.
इस मौके पर शहर के विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं ने सज-धजकर सामूहिक रूप से पीपल के पेड़ की पूजा की. महिलाओं ने पीपल के पेड़ की पूजा करके मोली बांधी और कुमकुम का तिलक लगाकर अक्षत अर्पित किए.
साथ ही महिलाओं ने आटे के बने फल, फूल व प्रसाद चढ़ाकर जल का अर्पण किया तथा दशा माता की कहानी सुनी. पूजन करके महिलाओं ने घर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की. दशा माता पूजा अर्चना के लिए रविवार को शहर के सुभाष उद्यान, अजमेर रोड़, कॉलेज रोड, अजमेरी गेट, सैंदडा रोड, मसूदा रोड, देलवाडा रोड, पीपलिया बाजार सहित अन्य क्षेत्रों में मंदिरों में स्थित पीपल के पेडों के यहां विवाहित स्त्रियां भारी तादात में देखी गई.
इस दौरान महिलाओं ने संपदा माता की कहानी सुनी तथा बेल धारण की. मान्यता है कि दशा माता का व्रत रखकर कहानी सुनने के बाद व्रत का पारणा करने पर परिवार में सुख-समृद्धि तथा वैभव में वृद्धि होती है.
गुरुवार को दशा माता का व्रत रखकर पीपल की पूजा-अर्चना करने वाली महिलाओं में सुरभि जैन, विनता, संगीता, नीतू देवी, भगवती देवी, सावित्री देवी, राजकंवर, मंजू माली, मैना देवी, चंपा देवी, मंजू शर्मा, मैना देवी, राजकुमारी कच्छावा, सुनिता देवडा सहित अन्य महिलाएं शामिल रही.