Alwar News: राजस्थान में अलवर जिले के बड़ौदामेव पुलिस थाना क्षेत्र के घाट का बास की घटना है. पुलिस ने बताया कि घाट बास निवासी धौली (11) व संजना (10) पुत्री स्व. प्यारेलाल बैरवा सोमवार की शाम सब्जी के लिये मुरेले तोड़ने के लिये घर से गई थी. वहां पैर फिसला और दोनों डूब गई.
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Alwar News: भारत देश में रक्षाबंधन को बहनों का त्योहार माना जाता है. बहन अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती है और उनसे अपने जीवन की रक्षा करने का संकल्प करवाती हैं. रक्षाबंधन के दिन ही एक भाई की दो बहनें एक साथ खत्म हो जाना दिल को दहला देने वाली घटना है. मां-बाप के साथ भाई का भी रो-रो कर बुरा हाल है. भाई अपने हाथ की कलाई पर बंदी रक्षा सूत्रों को देखकर अपनी बहनों को याद करते हुए रो रहा था.
पूरे मामले में देखा जाए तो माता के कहने पर दोनों बहनें सब्जी लेने के लिए गई थी. जो सब्जी नदी के दूसरी पर खेत में लगी हुई थी. ग्रामीणों की मानें तो लगभग 10 वर्ष बाद रूपारेल नदी आई है. नदी से ही दूसरे गांव का रास्ता है. वहां से ही लोग निकालते हैं. इस तरह यह दोनों बहनें भी उसी रास्ते से निकल रही थी. अचानक से नदी में पानी के बहाव से बने गड्डे में छोटी बहन का पैर फिसल जाता है. तो बड़ी बहन उसे बचाने के प्रयास में गड्ढे में चली जाती है. दोनों बहनों की डूबने से मौत हो जाती है. मृतक तीन बहन और दो भाई हैं. 4 वर्ष पूर्व बीमारी के चलते उनके पिता की मौत हो गई है.
ये है मामला
बड़ौदामेव पुलिस थाना क्षेत्र के घाट का बास की घटना है पुलिस ने बताया कि घाट बास निवासी धौली (11) व संजना (10) पुत्री स्व. प्यारेलाल बैरवा सोमवार की शाम सब्जी के लिये मुरेले तोड़ने के लिये घर से गई थी.
घाट का बास और शीतल के बीच स्थित छतरी के पास दोनों बहनें रुपारेल नदी के दूसरे किनारे पर लगे मुरेल तोड़ने के लिये दोनों बहनें रुपारेल नदी को पार कर रही थी. नदी पार करने के दौरान एक बहन नदी के पानी में डूबने लगी. तो दूसरी बहन ने पानी मे डूब रही बहन को बचाने का प्रयास किया. इस बीच दोनों बहनें पानी में डूब गईं.
आसपास में खेतों में काम रहे लोगों और चरवाहों को घटना के बारे में पता लगा तो लोग नदी में कूदे और पानी मे डूबी दोनों बहनों को बाहर निकाला. वही तब तक दोनों बहनों की दर्दनाक मौत हो गईं. वहीं, लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी. सूचना मिलने पर बड़ौदामेव थाना पुलिस मौके पर पहुची. दोनो बहिनों के शव को गोविंदगढ़ सीएचसी की मोर्चरी में रखवाया है.