Baran news: देश भर में विशेष रूप से कमजोर 75 जनजातीय समूहों (पीवीजीटी) के समग्र विकास के लिए प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर केन्द्र सरकार द्वारा शुरू किए गए. बड़ी संख्या में सहरिया जनजाति के लाभार्थियां को भी मकान के लिए पहली किस्त जारी की गई थी.
Trending Photos
Baran news: देश भर में विशेष रूप से कमजोर 75 जनजातीय समूहों (पीवीजीटी) के समग्र विकास के लिए प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर केन्द्र सरकार द्वारा शुरू किए गए. महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री जनमन कार्यक्रम का लाभ प्रदेश के सहरिया बहुल बारां जिले को मिलाहै.
16 सड़कों के निर्माण की स्वीकृति
इस कार्यक्रम के तहत जिले में सहरिया जनजाति बहुल 38 बसावटों को ऑलवेदर पक्की सड़क से जोड़ा जाएगा. इसके लिए केन्द्र सरकार से 16 सड़कों के निर्माण की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है. उप मुख्यमंत्री एवं सार्वजनिक निर्माण विभाग मंत्री दिया कुमारी ने बताया कि जल्द ही इन सड़कों का काम शुरू करवा दिया जाएगा. उप मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री जनमन कार्यक्रम विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों के समग्र विकास के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की विशेष पहल है.
#Jaipur प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अभिनव पहल @DipuGoyal #RajasthanWithZee pic.twitter.com/JzQwuJYNKy
— ZEE Rajasthan (@zeerajasthan_) January 16, 2024
38 बसावटों को ऑलवेदर पक्की सड़क
इसके तहत बारां जिले की सहरिया बहुल पंचायत समितियों किशनगंज और शाहबाद में लगभग 18.23 करोड़ रूपए की लागत से 23.24 किलोमीटर लम्बाई की 16 सड़कों का निर्माण किया जाएगा. दिया कुमारी ने बताया कि प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरूप राज्य सरकार अन्तिम छोर पर बैठे व्यक्ति को भी मुख्य धारा में लाकर उनके समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 जनवरी को ही इस कार्यक्रम के लाभार्थियों के साथ वर्चुअल संवाद किया था और बड़ी संख्या में सहरिया जनजाति के लाभार्थियां को भी मकान के लिए पहली किस्त जारी की गई थी.
पीएम जनमन का लाभ
गौरतलब हैं की इस कार्यक्रम का शुभारम्भ 15 नवम्बर 2023 को किया गया था. समाज के सबसे कमजोर समूहों के सामाजिक एवं आर्थिक कल्याण के लिए 11 महत्वपूर्ण घटकों को इस कार्यक्रम में सम्मिलित किया गया है. इसके तहत सुरक्षित आवास, स्वच्छ पेयजल, बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पोषण, बिजली, सड़क, संचार और स्थायी आजीविका जैसे महत्वपूर्ण घटकों को शामिल किया गया है, ताकि इन वर्गों को समाज की मुख्यधारा में लाया जा सके.