Baran latest News: राजस्थान के बारां के समरानियां क्षेत्र में करोड़ों रुपए खर्च के बाद भी केन्द्र सरकार की हर घर नल योजना सफल होती नहीं दिख रही है. क्षेत्र की ग्राम पंचायत ढिकवानी में करोड़ों की लगात से बनी जलदाय विभाग की पानी टंकी की मोटर पिछले छः महीने से खराब है. जिससे ग्राम पंचायत में पानी की आपूर्ति पुरी तरह से ठप है.
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Baran News: राजस्थान के बारां के समरानियां क्षेत्र में करोड़ों रुपए खर्च के बाद भी केन्द्र सरकार की हर घर नल योजना सफल होती नहीं दिख रही है. क्षेत्र की ग्राम पंचायत ढिकवानी में करोड़ों की लगात से बनी जलदाय विभाग की पानी टंकी की मोटर पिछले छः महीने से खराब है. जिससे ग्राम पंचायत में पानी की आपूर्ति पुरी तरह से ठप है.
ग्रामीणों ने राजस्थान जन संपर्क 181 पर भी शिकायत दर्ज करवाई, और वहीं स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों का भी ध्यान आकृष्ट कर आपूर्ति बहाल करने की मांग की, लेकिन दोनें जगह से उचित समाधान नहीं मिल पाया.
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आपको बता दें कि केंद्र सरकार,और प्रदेश सरकार साथ मिल कर. लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए, हर ग्राम-पंचायतों में एक स्किम चलाइ गई हैं. जिसमें पिछले 2 वर्ष से संचालित इस योजना में, करोड़ों रुपए की लागत से पानी टंकी बनाने की काम की जा रही है.
ग्रामीणों की मानें तो कुछ ही दिन नलों से पानी आया. वह भी ग्रामीणों ने अपने स्तर से पंप संचालन कर पानी सप्लाई की व्यवस्था की. लेकिन देखरेख के अभाव में पिछले 6 माह से पानी की आपूर्ति पूरी तरह से बंद है.
ग्रामीणों का आरोप है, कि देखरेख के अभाव में मोटर एवं अन्य उपकरण जल्द खराब हो जाते हैं. जिस वजह से लोग पानी को लेकर परेशान होते हैं. मोटर का संचालन सही तरीके से नहीं किया जाता. जिस वजह से पंप हाउस का स्टार्टर और मोटर दोनों जल गए है. और अभी तक सुधारा नहीं गया है. पंप संचालन के लिए किसी व्यक्ति को नियुक्त किया जाना चाहिए. एवं टंकी के चारों ओर बाउंड्री वॉल का निर्माण भी किया जाना चाहिए. ताकि उपकरण खुलें में नहीं रह सके.
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आगे बताया की ठेकेदार द्वारा पाईप लाइन पूरे गांव में नहीं डाली गई हैं. कुछ जगह पाईप लाईन डालकर रोक दिया गया. ठेकेदार से इस बात की सिकायत करने पर, वह ग्रामीणों की बात को अनसुना कर दिया. अब स्थिति यह की कुछ घरों तक तो पानी पहुंच जाता है. लेकिन कुछ घर तो आज तक हलक सुखाएं बैठे हैं.
ग्रामीण माणक वैष्णव ने बताया की जब टंकी का निर्माण कार्य शुरू हुआ. तो गांव में लोगों को बहुत खुशी हुई, की पानी के लिए भटकना नहीं पड़ेगा. लेकिन निराशा हाथ लगी, टंकी से पानी की सप्लाई कुछ ही दिनों हुई, जिसके बाद से सप्लाई बंद है. नलों में पानी की जगह कचरा जमा हो गया है. इस बार बारिश भी कम हुई है, अगर अभी यह स्थिति है तो गर्मीयों में क्या होगा .