Barmer news : बाड़मेर के रघुवीर सिंह तामलोर ने शहीदों को सम्मान दिलाने का उठाया बीड़ा
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Barmer news : बाड़मेर के रघुवीर सिंह तामलोर ने शहीदों को सम्मान दिलाने का उठाया बीड़ा

Barmer news : वर्ष 2018 में बाड़मेर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र गडरा रोड के पास के गांव तामलोर के रहने वाले एक जागरूक युवा रघुवीरसिंह तामलोर ने एक कार्यक्रम में शहीद परिवारों को जब नजदीक से देखा तब उन्हें लगा कि शहीद परिवारों का उचित सम्मान नहीं हो पा रहा है, उसी दिन उन्होंने ठान लिया था कि बाड़मेर जिले के शहीद परिवारों का मान सम्मान पूरे देश में सबसे ज्यादा होगा .

 

Barmer news : बाड़मेर के रघुवीर सिंह तामलोर ने शहीदों को सम्मान दिलाने का उठाया बीड़ा

Barmer news : वर्ष 2018 में बाड़मेर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र गडरा रोड के पास के गांव तामलोर के रहने वाले एक जागरूक युवा रघुवीरसिंह तामलोर ने एक कार्यक्रम में शहीद परिवारों को जब नजदीक से देखा तब उन्हें लगा कि शहीद परिवारों का उचित सम्मान नहीं हो पा रहा है, उसी दिन उन्होंने ठान लिया था कि बाड़मेर जिले के शहीद परिवारों का मान सम्मान पूरे देश में सबसे ज्यादा होगा. बस फिर क्या था इसी सिलसिले को जारी रखते हुए रघुवीरसिंह तामलोर ने देश के सर्वोच्च सैन्य सम्मान से अलंकृत परमवीर चक्र विजेता योगेंद्र सिंह यादव को बाड़मेर बुलाने की ठानी .

बाड़मेर रावत त्रिभवनसिंह ,कमांडेंट प्रदीप कुमार शर्मा और भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल शफीक खान से इस विषय पर बात की में परमवीर चक्र विजेता योगेंद्रसिंह यादव को बाड़मेर बुलाना चाहता हूं तब इन्होंने कहा की जीवित परमवीर चक्र विजेता को बाड़मेर बुलाना इतना आसान नही नही, लेकिन तामलोर ने उन्हें आश्वस्त किया कि परमवीर चक्र के आने से बाड़मेर के शहीद परिवारों का ना सिर्फ सम्मान बढेगा अपितु युवा तरुणाई भी प्रेरित होगी . रावत त्रिभवनसिंह जी के मार्फ़त भारतीय सेना के केंद्रीय मुख्यालय तक इस कार्यक्रम की रूपरेखा भेजी गई जिसे सेना द्वारा सराहा गया.

26 फरवरी 2019 का दिन तय किया गया कि इस दिन परमवीर चक्र विजेता योगेंद्र सिंह यादव के हाथों बाड़मेर के शहीद परिवारों का सम्मान करेंगे . इस ऐतिहासिक कार्यक्रम का नाम दिया गया. थार के वीर. इस नाम की सोच भी युवा रघुवीरसिंह तामलोर की थी .जैसे ही कार्यक्रम की तैयारियां शुरू की कश्मीर में 14 फरवरी 2019 को पुलवामा अटैक हो गया और पूरा देश आक्रोशित हुआ इस घटना से तब लगा कि सायद इस कार्यक्रम को स्थगित करना होगा लेकिन दिल्ली में बैठे हमारी टीम के सहयोगी चिराग पांचाल के माध्यम से ख्यातिनाम क्रिकेटर गौतम गंभीर ने इस कार्यक्रम का पोस्टर विमोचन कर उत्साहित कर दिया. अभिनेता सोनू सूद सहित देश के कई वरिष्ठ पत्रकारों ने इस अभूतपूर्व पहल की सराहना की .

लगातर चुनोतियो के बावजूद आयोजकों ने हिम्मत नहीं हारी और 26 फरवरी 2019 को परमवीर चक्र विजेता योगेंद्र सिंह यादव ,बीएसएफ के कीर्ति चक्र विजेता डीआईजी नरेंद्र नाथ धर दुबे ,क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की बहन नैना जडेजा सहित बाड़मेर जिले के जिला कलेक्टर ,जिला पुलिस अधीक्षक ,ब्रिगेडियर ,डीआईजी ,एयरफोर्स के स्टेशन कमांडर के आतिथ्य इस कार्यक्रम को तय किया गया . शौभाग्य से कार्यक्रम के दिन सुबह तड़के 4 बजे भारतीय वायु सेना ने एयर स्ट्राइक करते हुए पाकिस्तान को चारों खाने चित कर दिया . सुबह 4 बजे एयर स्ट्राइक और शाम के 4 बजे बाड़मेर के आदर्श स्टेडियम में 26 फरवरी 2019 को तकरीबन तीस हजार लोगों की उपस्थिति में बाड़मेर के आदर्श स्टेडियम में शहीद परिवारों का मान सम्मान किया उस दिन बाड़मेर में जोश देखने लायक था. इसी कार्यक्रम के दौरान भामाशाह समुद्र सिंह नौसर ने प्रत्येक शहीद परिवार को 11-11 हजार रुपए नकद से पुरस्कृत कर मनोबल बढ़ाया.

इस ऐतिहासिक कार्यक्रम ने बाड़मेर के टीम थार के वीर के कार्यकर्ताओं में इतना जोश भर दिया कि टीम ने उसी दिन तय कर दिया कि अब जीवित दोनो परमवीर चक्रों को बुलाकर इसी तरह मान सम्मान करेंगे . साथ ही ये भी तय किया की साल में छह बार शहीद परिवारों के घर जाकर उनका मान सम्मान करेंगे . भामाशाहों के सहयोग से बाड़मेर के शहीद परिवारों के लिए उचित स्कूल शिक्षा , कॉलेज शिक्षा ,कोचिंग सुविधा ,हॉस्टल सुविधा, हॉस्पिटल सुविधा और स्पोर्ट्स सुविधा भी निशुल्क उपलब्ध कराने का फैसला किया . भामाशाहों के अतुलनीय सहयोग और कार्यकर्ताओं की सकारात्मक ऊर्जा के चलते अभी तक यह प्रकिया संपन्न हो रही है .

शहीद परिवारों का बढ़ाया मान

उसके बाद 29 फरवरी 2020 को परमवीर चक्र विजेता सूबेदार संजय कुमार ,बीएसएफ के शौर्य चक्र विजेता अनुराग कुमार और भारतीय सेना की मेजर दीपिका राठौड़ जिन्होंने 2 बार माउंट एवरेस्ट फतह करने का गौरव प्राप्त किया था, इन तीनों को बाड़मेर की धरती पर आमंत्रित किया इस दौरान उसी आदर्श स्टेडियम में हजारों लोगों के बीच में बाड़मेर के शहीद परिवारों का मान सम्मान और बहुमान किया गया . साथ ही उन्हे आष्वस्त भी किया कि समूचा बाड़मेर देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर सैनिकों के परिवारों के साथ खड़ा है .

उसके बाद टीम थार के वीर ने लगातार साल में छह बार होली, दीपावली, रक्षाबंधन ,कारगिल विजय दिवस, विजय दिवस और 9 सितंबर शहीद दिवस के दिन शहीद परिवारों के घर जाकर उनका मान सम्मान और उत्साह बढ़ाने का काम कर रही है. इसी तरह 29 मार्च 2022 को परमवीर चक्र विजेता कैप्टन बानासिंह,कीर्ति चक्र विजेता कमाडेंट चेतन चीता ,कीर्ति चक्र विजेता डिप्टी कमांडेट राहुल माथुर और राष्ट्रपति पदक विजेता असिस्टेंट कमांडेंट संदीप मिश्रा की उपस्थिति में बाड़मेर के शहीद परिवारों का सम्मान किया . और शहीद परिवारों का हौसला बढ़ाने के लिए यह सिलसिला हर त्यौहार पर अनवरत जारी है.

 

टीम थार के वीर द्वारा किए गए कार्य 

  • शहीद सांवलाराम बिश्नोई के परिवार को भामाशाहों के सहयोग से 10 लाख रुपये की नकद सहयोग.
  • टीम थार के वीर के गठन के बाद 2018 के बाद बाड़मेर के 29 में से 9 वीर सपूतों के नाम पर राजस्व गांव का नामकरण हुआ .
  • वीर सैनिकों के घर पर सड़क बिजली और पानी की समुचित व्यवस्था के लिए सफलतम प्रयास किये जिससे आज वीर सपूतों के परिवारों को राहत मिली है .
  • भामाशाह माधोसिंह भंवरिया को प्रेरित कर टीम थार के वीर ने प्रत्येक शहीद परिवार के लिए जिला मुख्यालय पर एक-एक भूखंड उपलब्ध कराने का अभूतपूर्व कार्य किया है .
  • टीम थार की वीर के द्वारा शहीद स्मारकों के निर्माण में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया गया है .
  • टीम थार वीर के प्रयास के द्वारा ही 15 अगस्त और 26 जनवरी को जिला मुख्यालय पर आयोजित होने वाले राष्ट्रीय कार्यक्रम 15 अगस्त और 26 जनवरी को प्रत्येक शहीद परिवार को बुलाकर जिला प्रशासन पिछले 5 सालों से उनका मान सम्मान और बहुमान कर रहा है .
  • बाड़मेर के पुलिस लाइन में शहीद स्मारक निर्माण, टैंक स्थापना में भी टीम थार के वीर का महत्वपूर्ण योगदान रहा है .
  • सीमा सुरक्षा बल की साइकिल रैली के संचालन में भी टीम थार के वीर का अभूतपूर्व योगदान रहा जिसके लिए टीम का कई बार बीएसएफ ने मान सम्मान किया .
  • देश के अंतराष्ट्रीय रेलवे स्टेशन और अंतिम बॉर्डर पॉइंट स्थित मुनाबाव में 108 फीट तिरंगे को लगाने में भी टीम थार के वीर का महत्वपूर्ण योगदान रहा .
  • पीएम केयर फंड में कोविड काल मे 27398 सदस्यों ने प्रति व्यक्ति 365 रुपये जमा करवाकर टीम थार के वीर ने एक करोड रुपए का योगदान देकर राष्ट्र धर्म निभाया .
  • टीम थार के वीर ने कोविड समय बॉर्डर के क्षेत्रों में विशेष सेवा कर लोगों को प्रेरित किया .
  • युवाओं को भारतीय सेना में जाने के लिए प्रेरित करना, युवाओं में राष्ट्रभक्ति का विकास करना और युवाओं की फिटनेस को ध्यान में रखते हुए खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन कर राष्ट्र सर्वोपरि की परिकल्पना को मजबूत करने में भी टीम थार के वीर अग्रणी रही है .
  • पैरामिलिट्री फोर्सेस में जाने वाली प्रतिभाओं का मान सम्मान करना और उनको केरियर गाइडेंस देने में भी थार के वीर हमेशा अग्रणी रहे .
  • तिरंगा अभियान में भी थार के वीर ने कई कीर्तिमान स्थापित किये .
  • बीएसएफ के जवानों को 500 छाते भेंटकर गर्मी और बारिश से राहत दिलाने का कार्य किया .
  • 3 शहीद परिवारो को शहादत के 25 साल बाद शहीद का दर्जा दिलवाया .
  • 1965 ,1971 और 1999 के युद्ध मे सहयोग करने वाले सिविलियन का समय समय पर सम्मान .
  • बॉर्डर होमगार्ड के जवानों को शहादत के बाद डीजी डिस्क और आर्थिक सहयोग दिलाना .
  • शहीदों के नाम पर वाटिका निर्माण .

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