12 नवंबर 2019 को मंत्री कैलाश चौधरी और हनुमान बेनीवाल तेजाजी के धार्मिक समारोह में हिस्सा लेने के लिए बायतू जा रहे थे. रास्ते में चौधरी और बेनीवाल के काफिले पर 100 से ज्यादा लोगों ने हमला बोल दिया था. हनुमान बेनीवाल ने जानलेवा हमले का आरोप लगाया था. उनकी गाड़ी के कांच के शीशे भी टूट गए थे. सिक्योरिटी की तत्परता के चलते दोनों नेताओं की जान बच पाई थी.
Trending Photos
Barmer: साल 2019 में हनुमान बेनीवाल और कैलाश चौधरी पर हमले के मामले में अब FIR दर्ज हुई है. करीब तीन साल पहले RLP संयोजक हनुमान बेनीवाल और केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री कैलाश चौधरी पर जानलेवा हमला हुआ था. उसी मामले को लेकर लोकसभा की विशेषाधिकार समिति ने निर्देश दिए हैं.
समिति के निर्देशानुसार, बाड़मेर की बायतू पुलिस ने हरीश चौधरी समेत कई अन्य के खिलाफ FIR दर्ज की है.
यह भी पढ़ें- PM मोदी आएंगे बांसवाड़ा के मानगढ़ धाम, प्रस्तावित दौरे को लेकर BJP की तैयारियां तेज
मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक, 12 नवंबर 2019 को मंत्री कैलाश चौधरी और हनुमान बेनीवाल तेजाजी के धार्मिक समारोह में हिस्सा लेने के लिए बायतू जा रहे थे. रास्ते में चौधरी और बेनीवाल के काफिले पर 100 से ज्यादा लोगों ने हमला बोल दिया था. हनुमान बेनीवाल ने जानलेवा हमले का आरोप लगाया था. उनकी गाड़ी के कांच के शीशे भी टूट गए थे. सिक्योरिटी की तत्परता के चलते दोनों नेताओं की जान बच पाई थी.
बता दें कि उस जानलेवा हमले का ओरपी हनुमान बेनीवाल ने तत्कालीन मंत्री हरीश चौधरी पर लगाया. उनके मुताबिक, चौधरी उनके राजनीतिक विरोधी हैं और तेजाजी का कार्यक्रम उन्हीं के क्षेत्र में होना था. प्लानिंग के साथ उन्होंने उनपर सबकी मौजूदगी में हमला करवाया. पुलिसिया कार्रवाई न होने के चलते चलते बेनीवाल ने लोकसभा की विशेषाधिकार समिति में मामले को पेश किया.