Barmer: स्वच्छ दूध उत्पादन पर जन जागरूकता कार्यशाला, बाड़मेर के डारनाडी में संपन्न हुआ कार्यक्रम
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Barmer: स्वच्छ दूध उत्पादन पर जन जागरूकता कार्यशाला, बाड़मेर के डारनाडी में संपन्न हुआ कार्यक्रम

Barmer: बाड़मेर जिले में स्वच्छ दूध उत्पादन पर जन जागरूकता विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया है, इस दौरान डेयरी से संबंधित विषयों पर संवाद किया गया. डॉ. विक्रम व्यास ने कहा कि बीमार पशुओं मैं क्षय रोग आंतरिक जबर ब्रूसेलोसिस आदि पशु से मानव के शरीर में दूध की वजह से आते हैं. 

 

Barmer: स्वच्छ दूध उत्पादन पर जन जागरूकता कार्यशाला, बाड़मेर के डारनाडी में संपन्न हुआ कार्यक्रम

बाड़मेरः स्वच्छ दूध मानव जीवन के लिए सर्वोत्तम अमृत पेय है. प्रोटीन कैल्शियम का अच्छा स्रोत है. वहीं, अस्वच्छ दूध कई किस्म की बीमारियों का वाहक भी है. यह बात सोसायटी टू अपलिफ्ट रूरल इकोनॉमी बाड़मेर द्वारा केयर्न वेदांता फाउंडेशन के सौजन्य से संचालित डेयरी विकास एवं पशुपालन परियोजना के तहत दूध संकलन केंद्र परिसर डारनाडी देवड़ा में आयोजित एक दिवसीय स्वच्छ दूध उत्पादन जन जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम में संदर्भ व्यक्ति के रूप में बोलते हुए पूर्व राज्य डेयरी फेडरेशन अधिकारी डॉ .विक्रम व्यास ने कही. उन्होंने कहा कि अस्वच्छ दूध शीघ्र खराब होने के साथ ही बाजार से पूरा मूल्य भी नहीं मिल पाता. 

 इसलिए पशु निरोग व स्वस्थ हों, अस्वस्थ पशुओं का दूध उपभोक्ताओं तक नहीं जाना चाहिए. उन्होंने पशु का स्वास्थ्य एवं सफाई पशुशाला की सफाई एवं बनावट दूध दुहने का सही तरीका दूध दुहने वाले बर्तन की बनावट एवं सफाई दूध डेयरी पर पहुंचाने का सही समय पशु आहार नस्ल सुधार सिंथेटिक दूध की पहचान आदि पर प्रकाश डालते हुए दूध को जीवाणु रहित बनाने के बाद ही उपयोग में लेने पर जोर दिया. डॉ. व्यास ने स्वच्छ दूध की प्रमाणिकता एवं जांच से संबंधित प्रयोग कर उपस्थित दुग्ध उत्पादकों महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की गई.

इस अवसर पर बोलते हुए कार्यक्रम प्रबंधक हनुमान राम चौधरी ने उपस्थित अतिथियों एवं समिति सदस्यों का स्वागत करते हुए एवं प्रशिक्षण के उद्देश्य की स्पष्टता करते हुए कहा कि पशुओं की कम दुग्ध उत्पादन एवं प्रति परिवार उन्नत नस्ल के पशुओं की कम संख्या डेयरी व्यवसाय के रोड़े हैं, 

उन्होंने पशु पालकों को किसान क्रेडिट कार्ड प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना निरोगी राजस्थान चिरंजीवी बीमा योजना परियोजना एवं सरकार द्वारा संचालित विभिन्न परियोजना नशा एवं नशा के दुष्परिणाम प्राकृतिक खेती आदि पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए जैविक दुग्ध उत्पादन मावा पनीर बिलोना का भी निर्माण कर मूल्य समर्थन कर दुग्ध मार्केटिंग करने पर जोर दिया.

 चौधरी ने पशुपालन व्यवसाय हरा चारागाह विकास उन्नत पशु प्रबंधन पशुधन अभीलेखन आदि पर पशुपालकों को जानकारी देते हुए महिलाओं को सशक्त जागरूक एवं संगठित एवं हुनरमंद होकर परिवार के आयवर्धन में भागीदार बनने का आह्वान करते हुए दुग्ध उत्पादकों को डेयरी पर शुद्ध एवं ताजा दूध लाने का आह्वान किया.

सहायक परियोजना समन्वयक माला राम गोदारा सुपरवाइजर सोनाराम चौधरी डारनाडी समिति सचिव चेला राम चौधरी प्रगतिशील किसान हुकमाराम चौधरी जेठाराम गोदारा शारदा देवी,पवन देवी,दरिया देवी,बाली देवी अन्नाराम चौधरी हीराराम चौधरी प्रगतिशील एवं युवा किसान अमृत चौधरी छगन देवी भगवंती देवी ने अपने विचार व्यक्त किए. कार्यक्रम में 45 महिलाओं सहित 77 पशुपालकों ने भाग लिया. प्रशिक्षण की समाप्ति पर समिति सचिव चेला राम चौधरी एवं माला राम गोदारा ने धन्यवाद ज्ञापित किया.

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