धौलपुर जिले (Dholpur News) सहित हाड़ौती क्षेत्र में हो रही बारिश एवं कोटा बैराज से छोड़े गए पानी से चंबल नदी रौद्र रूप धारण कर चुकी है.
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Dholpur : राजस्थान के धौलपुर जिले (Dholpur News) सहित हाड़ौती क्षेत्र में हो रही बारिश एवं कोटा बैराज से छोड़े गए पानी से चंबल नदी रौद्र रूप धारण कर चुकी है. चंबल का जलस्तर खतरे के निशान से करीब 15 मीटर ऊपर चल रहा है. जिले के सरमथुरा, बाड़ी और राजाखेड़ा उपखंड इलाके के करीब 6 दर्जन से अधिक गांव पानी से घिर चुके हैं (Flood in Rajasthan). जिला प्रशासन द्वारा एसडीआरएफ की टीम को फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू शुरू किया जा रहा है.
कांग्रेसी विधायक रोहित बोहरा भी अपनी टीम के साथ मोर्चा संभाले हुए हैं. ग्रामीणों के घरों में पानी घुसने से अनाज कपड़े, बर्तन, पशुओं का चारा एवं मवेशी के लिए सबसे अधिक समस्या खड़ी हो गई है. नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है (Flood in Chambal). जिससे और भी मुसीबत लोगों के लिए खड़ी हो सकती है.
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बीते दो दिनों से चंबल नदी का रौद्र रूप (Flood in Dholpur) देखने को मिल रहा है. वर्ष 1996 के पहली बार चंबल नदी का जलस्तर खतरे के निशान 130.79 से बढ़कर 144.50 मीटर से अधिक पहुंच चुका है. चंबल के पानी की चादर पुराने पुल से करीब 6 फीट ऊपर चल रही है. जिला प्रशासन द्वारा नदी के निचले इलाकों में हाई अलर्ट जारी किया है. हाड़ौती क्षेत्र लगातार हो रही बारिश (Heavy Railfall In Rajasthan) एवं कोटा बैराज से करीब एक लाख क्यूसेक छोड़े गए पानी के कारण चंबल रौद्र रूप धारण कर चुकी है. सरमथुरा उपखंड इलाके के झिरी पंचायत सहित करीब एक दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं. उसके अलावा धौलपुर के मोरोली, बिछिया, बसईनीम, कामरे का पुरा समेत डेढ़ दर्जन गांव बाढ़ से जूझ रहे हैं.
राजाखेड़ा उपखंड इलाके के छाड़ियन का पुरा, अंडवा पुरैनी, चिलपुरा, गुनपुर, टीकतपुर समेत तीन दर्जन गांव जलमग्न हो चुके हैं. ग्रामीणों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं और खेत पानी में डूब चुके हैं जिनमें 8 से 10 फीट पानी की आवक हो चुकी हैं. सबसे अधिक समस्या मवेशी को बचाने के लिए खड़ी हो गई है. राजाखेड़ा इलाके में तीन दर्जन गांव चारों तरफ से पानी (Rajasthan Flood News) से गिर चुके हैं. लोगों ने नदी के पास ऊंचे-ऊंचे टीलों पर बुजुर्ग महिला एवं बच्चों को सुरक्षित किया है. जिला प्रशासन द्वारा राहत बचाव के काम शुरू कर दिए हैं.
एसडीआरएफ की टीम सभी इलाकों में लगा दी गई है. पुलिस एवं प्रशासन के सहयोग से पानी में घिरे हुए लोगों को स्ट्रीमर के माध्यम से रेस्क्यू किया जा रहा है. बाढ़ में फंसे कुछ परिवारों को खाने पीने की भी मुसीबत हो रही है. जिसे लेकर प्रशासन द्वारा खाने के पैकेट तैयार करा कर मंजिल तक पहुंचाए जा रहे हैं. ग्रामीणों की मदद के लिए राजाखेड़ा के कांग्रेस विधायक ने अपनी टीम के साथ मोर्चा संभाल लिया है. मौसम विभाग के मुताबिक पूर्वी राजस्थान में मानसून का भारी दबाव है. आगामी 1 से 2 दिनों में और अधिक बारिश की संभावना दिखाई दे रही है.
रिपोर्ट : भानु शर्मा
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