भरतपुर में बेइज्जती का बदला लेने के लिए तीन सगे भाइयों को घर से घुसकर गोली मार दी. घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गया. पुलिस घटना स्थल पर पहुंचकर घायलों को इलाज के लिए भेजने के साथ ही मृतकों के शवों को कुम्हेर सीएचसी की मोर्चरी में रखवा दिया.
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Bharatpur Crime News: कुम्हेर थाना क्षेत्र के सिकरोरा गांव में एक पक्ष ने अंधाधुंध फायरिंग करते हुए तीन सगे भाइयों की हत्या कर दी. वहीं इस दिल दहला देने वाली घटना में दो महिलाओं सहित तीन जने घायल हो गए है. घटना की जानकारी मिलते ही थाना अधिकारी हिमांशु सिंह मौके पर पहुंचे और घायलों को इलाज के लिए लाया गया. मृतकों के शव कुम्हेर सीएचसी की मोर्चरी में रखवा दिए.
शनिवार और रविवार की मध्य रात्रि के करीब एक बजे सिकरोरा गांव उस समय गोलियों की आवाज से गूंज उठा. लोग कुछ समझ पाते तब तक तीन सगे भाइयों के शव पड़े हुए थे और घायल बुरी तरह तड़प रहे थे. लोगों ने पुलिस को इत्तला दी तब जाकर पुलिस घटना स्थल पर पहुंची और घायलों को इलाज के लिए भेजने के साथ ही मृतकों के शवों को साथ लेकर आई.
प्राप्त जानकारी के अनुसार लाखन और टेंनपाल दोनों गहरे साथी थे. अधिकांश समय दोंनो ही साथ रहते थे लेकिन 24 नवम्बर को गांव में एक कार्यक्रम में किसी बात पर दोनों में हाथापाई हो गई थी, जिसका कुछ लोगों ने बैठकर सुलह भी करवा दी थी लेकिन लाखन ने अपने साथियों और परिजनों के साथ मिलकर टेंनपाल के घर पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी जिसके कारण टेंनपाल का पिता गजेंद्र सिंह की मौत हो गई. वहीं टेंनपाल उसकी मां माया और उसकी पत्नी रवीना गम्भीर रूप से घायल हो गए. गोलियों की आवाज सुनकर मृतक गजेन्द्र के बड़े भाई समंदर और ईश्वर आए तो बदमाशों ने उन्हें भी रास्ते मे ही अपनी गोलियों का निशाना बनाते हुए हत्या कर दी.
सिकरोरा निवासी गजेंद्र सिंह आरएसी में कांस्टेबल पद पर अलवर जिले में जेल पर तैनात था. समंदर, ईश्वर ,गजेंद्र पुत्र छित्तर सिंह जाट मृतक तीनों सगे भाई की मौत जबकि घटना में माया पत्नी गजेंद्र, रविता पत्नी टेंनपाल , टेंनपाल पुत्र गजेंद्र गम्भीर रूप से घायल हो गए है. जिन्हें इलाज के लिए जयपुर रैफर किया गया है. घटना के बाद पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने घटना स्थल का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए.
इस दौरान आरपीएस सतीश वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार मीणा, के अलावा आधा दर्जन थानों के थाना अधिकारी एव भारी संख्या में पुलिस जाप्ता तैनात किया गया. हत्या में शामिल लोगों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर मृतकों के परिजनों एव रिश्तेदारों ने कुम्हेर सीएचसी के सामने सड़क को जाम कर दिया.
कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह जिला कलेक्टर आलोक रंजन, आई जी गौरव श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह पहुचे कुम्हेर मृतकों के परिजनों को समझा कर जाम खुलवाया. घटना को दुखद बताते हुए कार्यवाही की मांग की है. इस दौरान मृतक के परिजनों को पंचायत समिति प्रधान कविता श्यामवीर सिंह नगर पालिका अध्यक्ष राजीव सिंघल और ग्राम पंचायत सरपंच ने एक- एक लाख रुपये और प्रशासन की ओर से पांच- पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करेंगे.
सिकरोरा निवासी मृतक ईश्वर के पुत्र रामनिवास ने दर्ज कराए मामले में बताया कि हमारे गांव इंद्रमोहन उर्फ लाखन बदमाश किस्म के आदमियों से जान पहचान रखता है विगत दिन 24-11-22 को ईन्द्रमोहन उर्फ लाखन सिंह और मेरे भाई टेंनपाल में आपस में कहासुनी हुई थी. उसके बाद लाख और उसका पिता ने पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी. उसी दिन लाखन ने बाहर से आए 4-5 बदमाश किस्म लोगों को सिकरोरी के जयदेव उर्फ बनियां पूर्व सरपंच के घर मे रखे थे.
बनिया द्वारा ही उनका खाने पीने का इंतजाम कराया था. उसी कहासुनी के बाद 27-11-22 को लगभग 1 बजे के आसपास लाखन उसकी मां महेनन्द्री,पत्नी संतोष भाई संजीव उसकी पुत्री निक्की आदि ने ईंट पत्थर फेंके तो गजेन्द्र जाग कर ऊपर छत पर चढ़ा तो देखा लाखन और साथ आये बदमाशों ने ताड़बतोड़ फायरिंग कर दी. जिसके चलते गजेंद्र को गोली लग गई. लाखन के पिता हरी सिंह ने सभी को गोली मार देने को कहा.
मेरी मौसी माया गोलियों की आवाज सुनकर आए तो उस पर भी गोलियां दाग दी. शोर शराबा सुनकर मेरे पिता ईश्वर और ताऊ समंदर एव गजेन्द्र का बेटा टेंनपाल उसकी पत्नी रवीना आई तो उन्होंने उन भी गोलियां दाग दी. जिसके कारण मेरे चाचा गजेंद्र, पिता ईश्वर की तो मौके पर ही मौत हो गई जबकि ताऊ समंदर को इलाज के लिए लाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया.
कुम्हेर सीएचसी के सामने ही मृतक के परिजनों ने आरोपियों के खिलाफ सख्त और त्वरित कार्यवाही करने की मांग को सड़क पर ही बैठकर विलाप करने लगे. इस दौरान वाहनो की कतारें लग गईं.
गजेंद्र सिंह आरएसी में कास्टेबल था उसके चार पुत्री रीठा, पूजा आरती कल्ला और एक पुत्र टेंनपाल है, टेंनपाल के दो पुत्र हिमांशु और प्रियांशु है. ईश्वर के दो पुत्र और एक पुत्री है ज्ञानेंद्र सिंह आर्मी में है जबकि रामनिवास प्राइवेट जॉब करता है.