बीकानेर के कलाकार का कारनामा, सुई से किया ऐसा काम की देख कर दंग रह गए लोग
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बीकानेर के कलाकार का कारनामा, सुई से किया ऐसा काम की देख कर दंग रह गए लोग

राजस्थान अपनी कला और संस्कृति को जीवित रखने का काम कर रहा है और वो यहां के कलाकार ही इस कला को देश-विदेश में बढ़ा रहे हैं.

बीकानेर के कलाकार का कारनामा

Bikaner: राजस्थान अपने किले हवेलियों, अपनी कला और संस्कृति के लिए दुनिया में जाना जाता है, लेकिन इस कला और संस्कृति को जीवित रखने का काम कर रहे हैं वो हैं यहां के कलाकार जो देश विदेश तक इस कला को बढ़ा रहे हैं और वक्त के बदलाव के साथ कुछ ऐसा कर रहे हैं जो राजस्थान की परंपराओं को और अधिक आगे बढ़ा सके. 

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कुछ ऐसा ही अनोखा कारनामा कर दिखाया है बीकानेर के एक कलाकार ने जिसने दुनिया की सबसे छोटी पगड़ी बनाने का दावा किया है और वो भी सुई के ऊपर पगड़ी को बांधकर. पगड़ियां राजस्थान की पहचान है या यू कहे आन बान और शान का प्रतीक होती है. जीवन से मृत्यु तक अलग अलग पगड़ियां पहनी जाती है, लेकिन ऐसे भी कलाकार है जो इन सब के बीच कुछ अलग करने की कोशिश में जुटे रहते हैं. 

ऐसा ही कुछ कर दिखाया है बीकानेर के कलाकार कृष्णचंद्र पुरोहित ने जहां कपड़े सीलने वाली सुई पर पांच इंच की छोटी पगड़ी बांध दी है, जिसको बांधने में एक मिनट और पांच सेकंड का समय लगाया और बांध दी दुनिया की सबसे छोटी पगड़ी. अगर पगड़ी की डिटेल देखे तो पगड़ी की परिधि के अनुसार 0.80 सेंटीमीटर नापा गया, जिसने कपड़े का नाप 40 सेंटीमीटर था ये बीकानेर की गोल साफे वाली पगड़ी बनाई गई है, जिसे कृष्णचंद्र पुरोहित विश्व कंक सबसे छोटी पगड़ी होने का दावा भी कर रहे हैं.

कलाकार कृष्ण चंद्र कहते हैं कि मैं बीकानेर से हूं और मैं हर तरह की साफा पगड़ी बांध देता हूं. बांधने में हमने पारंगत हासिल की है जिसमें विशेष रूप से मैंने हाथों की उंगली पर पेंसिल पर माचिस की तीली के ऊपर और अभी रिसेंटली जो सिर पर पगड़ी बांधने का जो रिकॉर्ड बनाया है वो विश्व रिकॉर्ड बनाया है. 

साथ ही उसमें मैंने अपने राजस्थान के अंदर पगड़ी दिवस के उपलक्ष और हमारे शिरोमणि राजा महाराणा प्रताप जयंती पर रिकॉर्ड करने की मनसा जाहिर की, जिसमें मैंने सुई पर पगड़ी बांधने की इच्छा जाहिर की तो मैंने सुपर पगड़ी बांधकर और राजस्थान का बीकानेर का नाम रोशन किया है. वहीं कृष्ण के बेटे मोहित का कहना है कि मैं भी पापा से पगड़ी बांधना सीख रहा हूं और हाल ही में जैसे कि मेरे पापा ने सुई पर पगड़ी बांधकर विश्व रिकॉर्ड बनाया है और इसी तरह आने वाले कुछ समय में पगड़ी बांधकर ऐसे ही विश्व रिकॉर्ड बना लूंगा. 

राजस्थान को अपनी इस कला के जरिए कृष्ण चंद्र एक अलग पहचान बनाई है तो वहीं इस तरह के अनोखे आइडिया ओर कारनामे से राजस्थान की पगड़ी को भी नए आयाम दिए हैं. पहले उंगली फिर माचिस की तिल्ली ओर अब सुई पर पगड़ी बांधकर कलाकार में देश और दुनिया में एक नई पहचान बनाकर राजस्थान का नाम रोशन किया है.

Reporter: Raunak Vyas

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