नवजात बच्ची को आधी रात में मां ने कीचड़ में फेंका, फिर ग्रामीणों ने दिखाई दरियादिली
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नवजात बच्ची को आधी रात में मां ने कीचड़ में फेंका, फिर ग्रामीणों ने दिखाई दरियादिली

'जाको रखे सांईया मार सके न कोय, बल न बांका कर सके जे जग बेरी होय', इस कथन को सार्थक कर दिखाया एक दो दिन की नवजात बच्ची ने. मां ने तो जन्मते ही बिलखती हुई बेच को मरने के लिए फैंक दिया था, मगर बच्ची ने मौत को मात दे दिया.

प्रतीकात्मक तस्वीर

Churu: 'जाको रखे सांईया मार सके न कोय, बल न बांका कर सके जे जग बेरी होय', इस कथन को सार्थक कर दिखाया एक दो दिन की नवजात बच्ची ने. मां ने तो जन्मते ही बिलखती हुई बेच को मरने के लिए फैंक दिया था, मगर बच्ची ने मौत को मात दे दिया.

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जिंदा बिलखती हुई बच्चे के रोने की आवाज सुनकर रात में ग्रामीणों ने सुना जिसके बाद टॉर्च से ढूंढना शुरू कर दिया. देखने पर पता चला कि कीचड़ में एक नवजात बच्ची पड़ी है, जहां ग्रामीण इकट्ठा हुए और पुलिस को सूचना दी. सरदारशहर अस्पताल लेकर पहुंचे अस्पताल में शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर चंद्रभान जांगिड़ व उनके स्टाफ ने बच्चे की देखभाल की जो अब पूर्ण स्वस्थ है. 2 दिन बाद आज सरदारशहर से चूरू मातृ शिशु कल्याण मातृ शिशु अस्पताल जो कि दीनदयाल उपाध्याय मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जनाना अस्पताल पहुंचाया गया, वहां पर बच्चे की बेहतर देखभाल की जा रही है.

चूरू के राजकीय भरतिया अस्पताल के मातृ एंव शिशु अस्पताल के एविएफबीएनसी वार्ड में सरदार शहर तहसील के मितासर गांव के बाहर झाड़ियों व कीचड़ के बीच मे बुधवार रात्रि को मिली नवजात एक बच्ची को इलाज के चूरू लाया गया. सरदार शहर सीएचसी में जीएनएम रेणु मीणा ने बताया कि सरदार शहर के मितासर गांव में एक ग्रामीण को करीब रात्रि साढ़े दस बजे एक बच्चे की रोने की आवाज सुनी तो उसने गांव के बाहर झाड़ियों व कीचड़ में एक बच्ची पड़ी मिली तो ग्रामीण ने गांव वालों को इस घटना की सूचना दी.

फिर गांव वालों ने पुलिस को सूचना दी और गांव वाले बच्ची को लेकर सरदारशहर की सीएचसी में प्राथमिक उपचार के लिए चिकित्सकों को सौंपा. शुक्रवार को सरदारशहर के सेठ छोटूराम सेठिया राजकीय अस्पताल के एसएनसीयू प्रभारी डॉ चंद्रभान जांगिड़ के निर्देशन पर शुक्रवार को दो दिन की बच्ची को राजकीय भरतिया अस्पताल के एविएफबीएनसी वार्ड में प्राथमिक उपचार के लिए एम्बुलेंस 108 के ईएमटी संजय खीचड़ व जीएनएम रेणु मीणा आये.

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भरतिया अस्पताल के मातृ एंव शिशु अस्पताल के एविएफबीएनसी वार्ड में सरदार शहर के मितासर गांव के बाहर झाड़ियों व कीचड़ के बीच मे बुधवार रात्रि को मिलीदो दिन एक बच्ची को इलाज के चूरू लाया गया. सरदार शहर सीएचसी में जीएनएम रेणु मीणा ने बताया कि सरदार शहर के मितासर गांव में एक ग्रामीण को करीब रात्रि साढ़े दस बजे एक बच्चे की रोने की आवाज सुनी तो उसने गांव के बाहर झाड़ियों व कीचड़ में एक बच्ची पड़ी मिली. शुक्रवार को सरदर शहर के सेठ छोटूराम सेठिया राजकीय अस्पताल के एसएनसीयू प्रभारी डॉ चंद्रभान जांगिड़ के निर्देशन पर शुक्रवार को दो दिन की बच्ची को राजकीय भरतिया अस्पताल के एविएफबीएनसी वार्ड में प्राथमिक उपचार के लिए एम्बुलेंस 108 के ईएमटी संजय खीचड़ व जीएनएम रेणु मीणा आये.

Reporter- Gopal Kanwar

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