Dausa: दौसा में शिक्षक बने अभिभावक, प्रदेश के लिए पेश की नजीर
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Dausa: दौसा में शिक्षक बने अभिभावक, प्रदेश के लिए पेश की नजीर

Dausa News: दौसा में आरपीएससी फोरम के नाम से शिक्षकों का एक संगठन ने अनाथ बालिकाओं के भविष्य को उज्जवल बनाने का बीड़ा उठाया है, जिसके चलते शिक्षक अभिभावक बनकर बालिकाओं को हर क्षेत्र में आगे बढाने के लिए मुस्तैद नजर आ रहें हैं. इस फोरम के शिशकों की तारीफ मंत्री मुरारीलाल मीणा भी कर चुकें है.

शिक्षक फोरम के सदस्य

Dausa: दौसा में आरपीएससी फोरम के नाम से शिक्षकों का एक संगठन शिक्षा के साथ-साथ अनाथ बालिकाओं को संबल देने का भी काम कर रहा है. यह संगठन दौसा विधानसभा क्षेत्र की 40 से अधिक बालिकाओं को सालाना 2100-2100 रुपये की नगद राशि और शिक्षण सामग्री अपनी तरफ से मुहैया करवा रहा है, संगठन से जुड़े सभी शिक्षक राशि एकत्रित कर इस सामाजिक सरोकार के काम को अंजाम दे रहें हैं. जिले के सरकारी स्कूलों के शिक्षक शिक्षा देने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि सामाजिक और रचनात्मक कार्यों में भी अपनी भागीदारी निभाते हैं. हाल ही में लम्पी संक्रमित गायों के लिए भी जिले के शिक्षकों ने दस लाख की राशि एकत्रित कर कलेक्टर को सौंपी थी, जिसके चलते जिले के शिक्षकों की वाही-वाही हो रही है.

कहते हैं गुरु बिना ज्ञान नहीं गुरु को भगवान से भी बड़ा बताया गया है गुरु गोविंद दोऊ खड़े काके लागू पाय बलिहारी गुरु आपने गोविंद दियो बताए गुरु को लेकर कहीं गई इन पंक्तियों का बड़ा महत्व है और आरपीएससी शिक्षक फोरम से जुड़े शिक्षक इस सम्मान का हक भी अदा कर रहें हैं. इस भाग दौड़ भरी जिंदगी और आधुनिकता की चकाचौंध के सामने अपने भी अपनों को समय नहीं दे रहें, लेकिन आरपीएससी शिक्षक फोरम से जुड़े शिक्षाक इन अनाथ बालिकाओं को संबल दे कर बड़ा ही पुनीत कार्य कर रहें हैं. एक ओर जहां वह गुरु बन कर इन्हें शिक्षा दे रहें हैं, तो वही अपनी कमाई का कुछ अंशदान भी इनके भविष्य निर्माण के लिए खर्च कर रहें हैं.

आरपीएससी शिक्षक फोरम के अध्यक्ष प्रह्लाद फाटक्या और प्रवक्ता अभय सक्सेना की माने तो उन्होंने यह संगठन 2005 में शुरू किया था और अनवरत जारी है. जब भी इन्हें कोई सामाजिक सरोकार निभाने का मौका मिलता है, तो उसमें पीछे नहीं रहते हैं. उनका कहना है अनाथ बालिकाओं को संबल देकर बेहद सुकून महसूस होता है और हम आगे भी इस तरीके के कार्य संगठन के माध्यम से करते रहेंगे. संगठन के मंत्री घनश्याम और महिला मंत्री मीनाक्षी मल्होत्रा इस काम को कर बेहद सुकून महसूस कर रहें हैं, उनका कहना है यह बच्चियां अनाथ नहीं है हम इनके अभिभावक भी हैं.

आरपीएससी शिक्षक फोरम  से जुड़े शिक्षकों का अनाथ बालिकाओं को संबल देने के काम को देख कर दौसा विधायक और राज्य सरकार में कृषि विपणन राज्य मंत्री मुरारी लाल मीणा ने भी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि गुरु हो तो ऐसे जहां अनाथ बालिकाओं को सहारा दे रहे है मंत्री ने कहा सरकार बेशक बालिकाओं के उत्थान को लेकर कई योजनाएं संचालित करती है, लेकिन जब भावनात्मक रूप से लोग जुड़ कर खुद इस तरह के सामाजिक सरोकार निभाते हैं तो निश्चित रूप से उस काम में गति आती है और प्रगति भी होती है. मंत्री मुरारी लाल मीणा ने प्रदेश के सभी शिक्षकों से आह्वान करते हुए कहा कि दौसा आरपीएससी शिक्षक फोरम से जुड़े शिक्षकों से सभी को सीख लेते हुए, प्रदेशभर में ऐसे पुनीत कार्य करने चाहिए, जिससे यह अनाथ शब्द हमेशा हमेशा के लिए खत्म हो जाए.

Reporter - Laxmi Sharma

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