जवाहर नवोदय विद्यालय धौलपुर की एलुमनाई मीट में पूर्व छात्रों ने साझा की अपनी यादें
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जवाहर नवोदय विद्यालय धौलपुर की एलुमनाई मीट में पूर्व छात्रों ने साझा की अपनी यादें

धौलपुर जिले के स्थानीय जवाहर नवोदय विद्यालय में एलुमनाई मीट का आयोजन किया गया. जहां सैकड़ों पूर्व छात्रों ने कार्यक्रम में शिरकत की. इस दौरान कार्यक्रम में शामिल हुए पुराने छात्रों ने अपनी यादें ताजा की.

जवाहर नवोदय विद्यालय धौलपुर की एलुमनाई मीट में पूर्व छात्रों ने साझा की अपनी यादें

Dholpur News: धौलपुर जिले के स्थानीय जवाहर नवोदय विद्यालय में एलुमनाई मीट का आयोजन किया गया. जहां सैकड़ों पूर्व छात्रों ने कार्यक्रम में शिरकत की. इस दौरान कार्यक्रम में शामिल हुए पुराने छात्रों ने अपनी यादें ताजा की. कार्यक्रम का आयोजन स्कूल के ही जवाहर नवोदय विद्यालय कैंपस में किया गया था. कार्यक्रम में 2005 से 2021 बैच के छात्र-छात्राएं शामिल हुए. इस दौरान सभी पुराने छात्र-छात्राएं एक दूसरे से गले मिलते हुए नजर आए. इसके बाद लोगों ने एक दूसरे से अपने गिले-शिकवे दूर कर पुरानी यादें ताजा की.

कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिभा पर पूर्व छात्रों और शिक्षकों द्वारा फूल माला अर्पित कर किया गया. सबसे पहले स्कूली छात्राओ द्वारा स्वागत गान गाया गया ओर उसके बाद सम्मेलन में उपस्थिति हुऐ पुराने छात्रों का स्कूल विद्यार्थियो द्वारा तिलक माला पहना कर अभिनंदन किया गया.

सभी छात्र और शिक्षकों ने याद के लिऐ एक छायाचित्र कैमरे में कैद किया,उसके उपरांत स्कूल छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई. कार्यक्रम के दौरान स्कूल सेवानिवृत हुऐ शिक्षक जेके शर्मा, एमसी शर्मा का स्कूल प्रभारी प्राचार्य भूपेंद्र शर्मा द्वारा साफा पहनाकर कर स्वागत किया गया.

पुरातन छात्रों ने विभिन्न मुद्दों पर की खुलकर चर्चा

कार्यक्रम के दौरान पूर्व छात्रों ने विभिन्न मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखी. देश में हो रही हलचल,आर्थिक उथल-पुथल,राजनैतिक व सियासी घमासान,अंतरराष्ट्रीय मुद्दे आदि पर भी खुलकर चर्चा हुई. इस दौरान कार्यक्रम में अपनी बात रखते हुए एसडीएम जोगेंद्र गुर्जर ने कहा कि नवोदय की दुनिया और बाहर की दुनिया में बहुत अंतर है. जीवन है तो संघर्ष लाज़िमी है. यदि सूरज की तरह चमकना है तो सूरज की तरह जलना पड़ेगा. यदि आप कुछ बनना चाहते हो तो नाकारात्मक विचारों को अपने मन से दूर कर दे फिर सफलता आपके चरण चूमेगी.

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इस अवसर पर पूर्व छात्र मनोरोग विशेषज्ञ डॉ सुमित मित्तल ने बताया कि विद्यार्थी अपने जीवन का लक्ष्य अपनी योग्यता के अनुसार तय करें न कि अपनी इच्छा के अनुसार जिससे अवसाद की स्थिति से बचा जा सकता है. अपने जीवन में दोस्त, माता पिता, गुरु के रूप के किसी न किसी को अपना मार्गदर्शक बनाएं जो समय समय पर आपके अंदर चल रही चिंता एवं द्वंद की स्तिथि में आपको सुझाव दे सके और आप अपनी बात साझा कर सकें.

क्लास यूनिटी बनाए रखने की अपील की गई

अन्य पूर्व छात्रों ने क्लास की यूनिटी बनाए रखने को लेकर विशेष ध्यान दिए जाने की अपील की. पुराने छात्रों ने कहा कि लड़के और लड़कियां सभी बराबर है. ऐसे में हम सभी को एकजुट होकर अपनी एकता बनाए रखनी होगी. तभी हम समाज व राष्ट्र के निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकेंगे. हमारी एकता ही हमारी मजबूती का प्रमाण है. हम सात वर्ष एक साथ पढ़े, एक साथ आगे बढ़े और इसी तरह एक साथ भविष्य में भी एक-दूसरे के काम आएंगे.

Reporter- Bhanu sharma

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