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Dungarpur : डूंगरपुर जिला परिषद सभागार में आज होने वाले साधारण सभा की बैठक सदस्यों के नहीं आने से निरस्त हो गई. दोपहर साढ़े 12 बजे तक सीईओ के साथ अधिकारी सदस्यों के आने का इंतजार करते रहे. जबकि जिला प्रमुख और उपजिला प्रमुख कुछ सदस्यों के साथ चैंबर में ही बैठी रही. इधर सदस्यों ने जिला प्रमुख पर मनमानी करने व उनके काम नहीं होने के आरोप लगाए है. हालाकि जिला प्रमुख ने इन आरोपों को निराधार बताया है.
बॉडी-डूंगरपुर जिले में तीन महीने बाद आयोजित हो रही जिला परिषद की साधारण सभा आज शुक्रवार दोपहर साढ़े 12 बजे बाद निरस्त हो गई. साधारण सभा की बैठक के लिए विभागीय अधिकारी, बीडीओ समेत कई कर्मचारी पहुंच गए थे. लेकिन तय समय के एक घंटे बाद भी सदस्यों के नही आने से बैठक को निरस्त कर दिया गया. जबकि उसी समय पर जिला प्रमुख सूर्या अहारी, उपजिला प्रमुख सुरता परमार समेत 3 सदस्य उनके चैंबर में ही बैठे रहे. वे भी ऊपर हॉल में नहीं आए. सीईओ दीपेंद्र सिंह राठौड़ की ओर बैठक निरस्त करने के बाद मोजूद अधिकारी भी वहा से चले गए.
वहीं सीईओ ने कहा की अब ये बैठक अगले सप्ताह तक रखी जाएगी. वही कुछ समय बाद ही बीटीपी से जिला परिषद सदस्य कमलेश ने कहा की जिस दिन से सदस्य बने है उनके क्षेत्र में कोई काम नहीं हुए है. ये समस्या सभी सदस्यों की है. उनसे प्रपोजल तो मांगे जाते है, लेकिन काम नहीं होते है. जो काम स्वीकृत होते है, उनकी भी बिना जानकारी दिए ही ठेकेदारों से सीधा मिलकर काम करवा देते है.
वही सदस्यों को पिछले एक साल का भत्ता भी अभी तक नहीं दिया गया है. ऐसे में उनका सदस्य रहने का भी कोई मतलब नहीं है. उन्होंने साधारण सभा की बैठक का बहिष्कार करने की बात कही. उन्होंने कहा की आज तक उनके क्षेत्र में एक हैंडपंप तक नही लगा है. वहीं बहिष्कार और विरोध की बात को जिला प्रमुख सूर्या अहारी ने नकार दिया. जिला प्रमुख ने कहा की सदस्यों के नही आने से बैठक निरस्त की है. इस बैठक में मुख्यमंत्री और से मनरेगा योजना में 25 दिन बैठाने पर प्रस्ताव पास करना था. अब अगली बैठक में इस प्रस्ताव को पास करवाया जायेगा.
Reporter- Akhilesh Sharma
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