डूंगरपुर: एनएच 48 पर डीजल और केमिकल का काला कारोबार, रसद व पुलिस विभाग खामोश
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डूंगरपुर: एनएच 48 पर डीजल और केमिकल का काला कारोबार, रसद व पुलिस विभाग खामोश

डूंगरपुर जिले के बिछीवाड़ा थाना क्षेत्र में एनएच 48 पर डीजल व केमिकल का काला कारोबार फल-फूल रहा है. नेशनल हाइवे 48 पर खजूरी और बरोठी गांवो के ढाबा मालिक डीजल का अवैध कारोबार हो रहा है. 

डूंगरपुर: एनएच 48 पर डीजल और केमिकल का काला कारोबार, रसद व पुलिस विभाग खामोश

Dungarpur News: राजस्थान के डूंगरपुर जिले के बिछीवाड़ा थाना क्षेत्र से गुजर रहे नेशनल हाइवे 48 के खजूरी और बरोठी गांवों के ढाबा मालिक डीजल का अवैध कारोबार कर रहे है, जिसके चलते सरकार को बड़ा आर्थिक नुकसान हो रहा है. दरअसल गुजरात को जोड़ने वाले नेशनल हाइवे 48 पर कई ढाबे संचालित हैं.  

इस हाइवे से लगे खजूरी और बरोठी गांव में कई ढाबे अवैध डीजल के भंडार है. महाराष्ट्र के मुंबई व थाने, गुजरात के वापी, सूरत और अंकलेश्वर से कई टैंकर डीजल और C9 केमिकल लेकर उत्तर भारत में सप्लाई के लिए इसी नेशनल हाइवे से होकर गुजरते हैं. वहीं, बिछीवाड़ा थाना क्षेत्र के खजूरी और बरोठी गांव में ढाबों में गोदाम बनाए गए हैं.  

बाहर से आने वाले टैंकर यहां रुकते है और फिर डीजल और केमिकल निकाल लिया जाता है, जिसे गोदाम में रखे केन और बड़े-बड़े ड्रम्स में भर दिया जाता है. इसी तरह बड़े ट्रक के डीजल टैंक से भी डीजल पाइप लगाकर निकाल लिया जाता है. इससे टैंकर और ट्रक ड्राइवर की कमाई हो जाती है. 

बाद में यही डीजल और रसायन पिकअप जीपों में भरकर गावों में बेच दिया जाता है तो कई जीप और ट्रैक्टर वाले भी इन अवैध गोदामों से खरीद लेते हैं. ऐसे में हाइवे पर संचालित अधिकांश पेट्रोल पंप का कारोबार काफी हद तक प्रभावित हो रहा है और सरकार को भी बड़ा आर्थिक नुकसान हो रहा है. 

प्रतिदिन हजारों लीटर डीजल के अवैध कारोबार के लिए बिछीवाड़ा पुलिस और रसद विभाग की ढीली कामकाजी प्रणाली को जिमेदार माना जा सकता है. जबकि सूत्रों की माने तो यह सारा अवैध कारोबार दोनों ही जिमेदार महकमों की नजर में भी है, लेकिन दोनों ही जिम्मेदार विभाग के अधिकारियों ने इस कारोबार पर नकेल कसने के लिए अभी तक कोई बड़ा कदम नहीं उठाया है.

इधर, इस मामले में जब डूंगरपुर जिला रसद अधिकारी विपिन चंद जैन से बात की गई तो उन्होंने बताया की जब की सूचना मिलती है, तो कार्रवाई की जाती है और आगे भी कार्रवाई की जाएगी. 

बहराल डूंगरपुर जिले के रसद अधिकारी कार्रवाई की बात तो जरूर कर रहे हैं, लेकिन अभी तक रसद विभाग और पुलिस की ओर से एक ही कार्रवाई को अंजाम दिया गया था, लेकिन उसके बाद न तो रसद विभाग और न ही पुलिस विभाग की ओर से इस रेकेट के खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया है. उसी का नतीजा है कि ये गौरख धंधा खूब फल-फूल रहा है. खेर अब देखने वाली बात होगी कि दोनों विभाग मामले में क्या कार्रवाई करते हैं. 

Reporter- Akhilesh Sharma

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