डूंगरपुर जिले के सांगवाड़ा के चितरी में शनि देव और हिंगलाज माता मंदिर में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन किया गया . इस दौरान गांव में कलश यात्रा के साथ मूर्तियों की शोभायात्रा भी निकाली गई.
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Sagwada: डूंगरपुर जिले के सांगवाड़ा के चितरी में शनि देव और हिंगलाज माता मंदिर में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन किया गया . इस दौरान गांव में कलश यात्रा के साथ मूर्तियों की शोभायात्रा भी निकाली गई. और 108 कुण्डीय यज्ञ किया गया. साथ ही महोत्सव आयोजित धर्म सभा में संतो ने धर्मावलम्बियों को धर्म के मार्ग पर चलने का सन्देश दिया . कलश यात्रा और मूर्तियों की शोभायात्रा देव तालाब से गाजे-बाजे के साथ रवाना हुई . इस दौरान बड़ी संख्या में धर्मावलम्बियों ने भाग लिया .
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कलश यात्रा और मूर्तियों की शोभायात्रा देव तालाब से रवाना होकर गाव के विभिन्न मार्गो से होकर गुजरी और मंदिर परिसर में आकर सम्पन्न हुई . इस दौरान पूरा गांव शनि देव और हिंगलाज माता के जयकारो से गूंज उठा . इसके बाद मंदिर परिसर में 108 कुण्डीय यज्ञ हुआ, जिसमें यजमानों ने मंत्रोच्चारण के बीच हवन कुंड में आहूतियां दी . इसके बाद मूर्तियों की प्रतिष्ठा की गई . मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा के बाद धर्म सभा का आयोजन हुआ .
धर्म सभा में बेणेश्वर धाम के महंत अच्युतानंद महाराज, क्षीरेश्वर महंत हरगोविंदपुरी, वृन्दावन नीलकंठ महादेव मंदिर के महंत योगीगिरी, महंत फुलगिरी, महंत गजानंदगिरी, महंत राजनगिरी, महंत सूर्यप्रकाश गिरी और कथावाचक कमलेश शास्त्री ने भाग लिया . इन सभी संतो ने धर्मसभा को संबोधित किया . अपने संबोधन में संतो ने धर्म और सत मार्ग पर चलते हुए हिन्दू संस्कृति की रक्षा और मानव सेवा का संदेश दिया . वहीं, इसके साथ ही एकता, भाईचारा और शांति, दया, क्षमा, करुणा और मैत्री का भी संदेश दिया है.
Reporter: Akhilesh Sharma