Corona Vaccine Expiry: मई महीने में बर्बाद हो जाएंगी 1500 रेमडेसिविर इंजेक्शन, कोरोना की दूसरी लहर में बनी थी संजीवनी
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Corona Vaccine Expiry: मई महीने में बर्बाद हो जाएंगी 1500 रेमडेसिविर इंजेक्शन, कोरोना की दूसरी लहर में बनी थी संजीवनी

Corona Vaccine Expire in may 2023: कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमित हुए लोगों के इलाज में अहम भूमिका निभाने वाले रेमडिसिवर इंजेक्शन 31 मई को बिना उपयोग में आए ही एक्सपायर हो जाएंगे. करीब 1500 रेमडिसिवर इंजेक्शन स्वास्थ्य विभाग के पास स्टॉक में है. 

Corona Vaccine Expiry: मई महीने में बर्बाद हो जाएंगी 1500 रेमडेसिविर इंजेक्शन, कोरोना की दूसरी लहर में बनी थी संजीवनी

Corona Vaccine Expiry, Dungarpur News: जिले में कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमित हुए लोगों के इलाज में अहम भूमिका निभाने वाले रेमडिसिवर इंजेक्शन 31 मई को बिना उपयोग में आए ही एक्सपायर हो जाएंगे. करीब 1500 रेमडिसिवर इंजेक्शन स्वास्थ्य विभाग के पास स्टॉक में है. जिसकी कीमत करीब 13.50 लाख रुपए है लेकिन अब एक्सपायरी डेट नजदीक होने ये इंजेक्शन कोई काम नहीं आयेंगे. पूर्व में स्वास्थ्य विभाग ने राज्य सरकार को पत्र भी लिखा था लेकिन सरकार की ओर से इसके सम्बन्ध में कोई गाइडलाइन आई ही नहीं.

रेमडिसिवर इंजेक्शन हो जाएंगे एक्सपायर 

कोरोना की दूसरी लहर में हजारो संक्रमितों की जान बचाने में अहम साबित हुए रेमडिसिवर इंजेक्शन अब उपयोग न होने के कारण चिकित्सा संस्थानों में रखा-रखा एक्सपायर होने लगा है. डूंगरपुर जिले के ड्रग वेयर हाउस में 901 और ब्लाक स्तर पर करीब 600 इंजेक्शन कुल 1500 से अधिक इंजेक्शन स्टॉक में रखे हुए है. लेकिन इन इंजेक्शन की एक्सपायर डेट 31 मई 2023 ही बची है. ऐसे में एक्सपायरी डेट नजदीक होने ये इंजेक्शन कोई काम नही आयेंगे.

सरकारी खरीद 13.50 लाख, बाजार की कीमत करीब 75 लाख

वर्ष 2021 में कोरोना की दूसरी लहर में डूंगरपुर जिले को करीब 7 हजार रेमडिसिवर इंजेक्शन की सप्लाई मिली थी. इसमें से 1500 इंजेक्शन का उपयोग नहीं हो पाया था. इधर इन रेमडिसिवर इंजेक्शन की सरकारी खरीद प्रति इंजेक्शन 900 रूपये के हिसाब से 13 लाख 50 हजार रुपए कीमत है. वहीं बाजार में इनकी कीमत देखे तो 5 हजार रुपए तक प्रति इंजेक्शन उपलब्ध होने से कुल कीमत करीब 75 लाख रूपये बताई जा रही है. जबकि कोरोना की दूसरी लहर के समय यही इंजेक्शन 50 हजार रुपए में मिल रहा था.

वैक्सिन लगने से नहीं पड़ी जरुरत

कोरोना की पहली लहर मार्च 2020 में आई थी. पहली लहर में लोग संक्रमित हुए थे लेकिन मौते नहीं हुई थी, लेकिन जनवरी 2021 में कोरोना की दूसरी लहर आई जो की जानलेवा साबित हुई. इसमें संक्रमित लोगो के फेफड़ों में संक्रमण हुआ, ऑक्सीजन लगानी पड़ी और वेंटिलेटर तक लेना पड़ा था. इधर, दूसरी लहर में लोगों के इलाज के लिए रेमडिसिवर इंजेक्शन काफी अहम साबित हुए.

जिसके चलते लोगो की संक्रमण से जान बचाने के लिए सरकार स्तर पर रेमडिसिवर इंजेक्शन की भारी मात्रा में खरीद की गई थी, लेकिन इस दौरान वैक्सिन लगना भी शुरू हो गया था. वहीं तीसरी लहर में अधिकतर लोगों के वेक्सिनेट हो जाने से रेमडिसिवर इंजेक्शन की जरूरत पड़ी ही नहीं और करीब 1500 रेमडिसिवर इंजेक्शन डूंगरपुर स्वास्थ्य विभाग के पास स्टोक में ही रह गए.

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इधर, रेमडिसिवर इंजेक्शन के जल्द एक्सपायर होने के मामले में डूंगरपुर स्वास्थ्य विभाग ने राज्य सरकार को पत्र भी लिखा था लेकिन राज्य सरकार की ओर से कोई गाइडलाइन आई नहीं. वहीं अब ये इंजेक्शन 31 मई 2023 को एक्सपायर होने वाले है जिसके चलते ये इंजेक्शन कोई काम नहीं आयेंगे. वहीं सरकार का लाखों रुपए यूं ही बर्बाद हो जाएगा.

 

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