रावतसर में बारिश बनी आफत, पानी निकासी में प्रशासन विफल, आक्रोशित नागरिक करेंगे आंदोलन
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रावतसर में बारिश बनी आफत, पानी निकासी में प्रशासन विफल, आक्रोशित नागरिक करेंगे आंदोलन

हनुमानगढ़ जिले के रावतसर में रविवार को आई आफत की बारिश के बाद आज चौथे दिन भी रावतसर में बाढ़ की स्थिति है और अभी तक बरसाती पानी की निकासी नहीं होने से रावतसर में महामारी फैलने का खतरा पैदा हो गया है वहीं आक्रोशित नागरिकों ने अब आंदोलन शुरू कर दिया है.

पानी की निकासी नहीं होने से रावतसर में महामारी फैलने का खतरा.

Pilibanga: हनुमानगढ़ जिले के रावतसर में रविवार को आई आफत की बारिश के बाद आज चौथे दिन भी रावतसर में बाढ़ की स्थिति है और अभी तक बरसाती पानी की निकासी नहीं होने से रावतसर में महामारी फैलने का खतरा पैदा हो गया है वहीं आक्रोशित नागरिकों ने अब आंदोलन शुरू कर दिया है.

रावतसर में चौथे दिन भी बरसाती पानी की निकासी नहीं
जिले के रावतसर में आज चौथे दिन भी बरसाती पानी निकासी करने में रावतसर प्रशासन और नगरपालिका रावतसर विफल साबित हुई है. बरसाती पानी में सिवरेज का पानी मिलने से पानी सड़ांध मारने लगा है जिससे रावतसर में महामारी फैलने का खतरा पैदा हो गया है. वहीं दुकानों में पानी भरने से आज चौथे दिन भी रावतसर के अधिकतर बाजार बंद रहे. इसके अलावा बरसाती पानी के खेतों में जाने से करीब एक हजार बीघा कृषि भूमि में फसलों के बर्बाद होने का खतरा भी पैदा हो गया है.

हनुमानगढ़-जयपुर हाइवे भी पानी में डूबा
पानी निकासी के लिए इंदिरा गांधी नहर में बरसाती पानी डालने की भी अभी तक कोई व्यवस्था प्रशासन नहीं कर पाया है वहीं हनुमानगढ़-जयपुर हाइवे भी पानी में डूबा हुआ है. पानी निकासी में विफल प्रशासन और नगरपालिका की कार्यप्रणाली से आक्रोशित व्यापारियों ने आज रावसतर एसडीएम कार्यालय पर आमरण अनशन शुरू कर दिया. विधायक धर्मेन्द्र मोची ने भी आज रावतसर एसडीएम कार्यालय पर धरना लगाया और रावतसर में बाढ़ के लिए नगरपालिका और रावतसर प्रशासन को जिम्मेदार बताया.

रावतसर में महामारी का खतरा पैदा
रावतसर में चार दिनों से बाढ़ के हालात बने हुए है और बरसाती पानी घरों और दुकानों में घुसने से नागरिकों का आर्थिक नुकसान भी हुआ है जिसके मुआवजे की मांग भी नागरिक कर रहे हैं. दुकानों में बरसाती पानी घुसने से दुकानदारों का सामान भी खराब हो गया है और पानी खड़े होने से आज चौथे दिन भी रावतसर के बाजार विरान हैं. सीवरेज का पानी भी बरसाती पानी में मिलने से रावतसर में महामारी का खतरा पैदा हो गया है.

नगरपालिका अध्यक्ष और पालिका प्रबंधन को जिम्मेदार- नेता प्रतिपक्ष गौतम बंसल
बरसाती पानी के खेतों में जाने से किसान भी परेशान हैं और परेशान किसान भी आज रावतसर के एसडीएम कार्यालय पहुंचे और अपनी पीड़ा जाहिर करते हुए बताया कि उन्होंने ऋण लेकर फसलों की बिजाई की है और अब बरसाती पानी से उनकी फसलें बर्बाद हो रही हैं इसलिए सरकार उनको भी मुआवजा दे.

वहीं नगरपालिका में नेता प्रतिपक्ष गौतम बंसल ने भी पानी निकासी ना होने के लिए नगरपालिका अध्यक्ष और पालिका प्रबंधन को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि बरसात से पूर्व ही जब विधायक, पार्षदों और उन्होने पानी निकासी के पर्याप्त प्रबंध करने की मांग की थी मगर इसके बावजूद पालिका प्रशासन नींद में सोया रहा जिस कारण आज रावतसर शहर पूरी तरह बरसाती पानी में डूब चुका है.

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रावतसर के नागरिकों में आक्रोश
रावतसर में आज चौथे दिन भी जिला प्रशासन ने राहत कार्य शुरू कर रखे हैं और नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर शरण दी गई लेकिन बरसाती पानी निकासी का अभी भी प्रबंध नहीं होने से नागरिकों में आक्रोश है और पूरा रावतसर शहर बरसात के पानी में डूबा हुआ है. अगर जल्द ही बरसाती पानी की निकासी नहीं हुई तो रावतसर में महामारी फैलने का खतरा भी पैदा हो रहा है और अभी भी प्रशासन और नगरपालिका के पास पानी निकासी का कोई रोडमैप नजर नहीं आ रहा है.

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