Written by Web Desk Team | Published :November 21, 2022 , 11:18 am IST
एक बिजनेस ओनर को अक्सर फाइनेंस मैनेज करने के लिए लोन और कर्ज पर निर्भर रहना पड़ता है. यह रोजमर्रा के खर्चों को पूरा करने या व्यापार को विस्तार देने के लिए हो सकता है. उधारदाताओं (Lenders) ने उधारकर्ता (borrower) की जरूरत के आधार पर कस्टम बिजनेस लोन प्रोडक्ट बनाए हैं. यह उन निर्धारित सेक्टर्स और बिजनेस डोमेन की आवश्यकताओं और बारीकियों के आधार पर एक सुखद अनुभव सुनिश्चित करता है. एक रिटेल बिजनेस लोन शॉप ओनर्स या अन्य रिटेल इस्टैब्लिशमेंट की जरूरतों को पूरा करने के लिए तैयार किया गया है. इसे कई उद्देश्यों के लिए लिया जा सकता है:
1. इन्वेंटरी: रिटेल बिजनेस लोन का सबसे आम उपयोग इन्वेंट्री खरीदने के लिए होता है. किसी भी रिटेल बिजनेस को अपने प्रोडक्ट का स्टॉक रखने की जरूरत होगी. प्रोडक्ट की खरीदी भले ही अपने समय के अनुसार पर होती हो, लेकिन दुकानदार को इन्वेंट्री हमेशा तैयार रखनी होती है, ताकि ग्राहक जो भी निर्धारित आइटम खरीदना चाहता है उसे उपलब्ध करवाया जा सके. एक दुकानदार को डिमांड, सीजन, नए ट्रेंड और पुराने अनुभवों के आधार पर इन्वेंट्री को बैलेंस करने की हमेशा आवश्यकता होती है.
2. स्टाफ: जैसे-जैसे मांग बढ़ती है, दुकान के मालिक को ग्राहकों को सही सेवा देने के लिए और उनकी मांग को पूरा करने के लिए ज्यादा स्टाफ को रखने की आवश्यकता हो सकती है. यह भी संभव है कि इनमें से कुछ एक्स्ट्रा स्टाफ को पर्याप्त बिक्री से पहले ही उनकी सैलरी देने की जरूरत हो.
3. मरम्मत और सुधार कार्य (Revamp): जैसे-जैसे बिक्री बढ़ती है और समय के साथ दुकान की स्पेस अपर्याप्त पड़ सकती है. किसी दुकान का लुक और फील भी काफी महत्वपूर्ण होता है. इसमें पेंट या वॉलपेपर आदि का एक नया कोट शामिल हो सकता है.
4. नया आउटलेट: रिटेलर्स को अपने पॉइंट ऑफ सेल्स बढ़ाने के प्लान पर भी काम करने की आवश्यकता होती है. जैसे-जैसे बिजनेस आगे बढ़ता है, व्यवसाई को समान या विभिन्न उत्पादों के लिए किसी अन्य स्थान पर दूसरी शाखा या आउटलेट खोलना पड़ सकता है. इसके लिए प्रॉपर्टी को लीज पर लेने या खरीदने और इसे तैयार करने के लिए पैसों की आवश्यकता होगी.
5. मार्केटिंग: मार्केटिंग की कमी के कारण कई बार रिटेल बिजनेस विफल हो जाता है. एक दुकान के मालिक के लिए नए और मौजूदा ग्राहकों तक पहुंचना जरूरी है. ताकि उन्हें नए ऑफर और उत्पाद के बारे में बताया जा सके. यह विज्ञापन या अखबारों के साथ बांटे जाने वाले पैम्फलेट या दीवारों पर चिपकाए गए बैनर के रूप में हो सकता है. यह इलाके के प्रमुख स्थानों पर लगने वाला साइनबोर्ड भी हो सकता है.
निष्कर्ष
एक दुकान के मालिक के लिए बिजनेस लोन महत्वपूर्ण होता है. चाहे वह एक छोटा सुपरमार्केट स्टोर का मालिक हो या इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे उच्च मूल्य के उत्पाद बेचने वाला एक बड़ा खुदरा आउटलेट का मालिक. रिटेल बिजनेस लोन न केवल शॉप की बेसिक स्टॉकिंग के लिए, बल्कि स्टाफ बढ़ाने, कस्टमर सर्विस और उत्पाद को आकर्षक बनाने के लिए भी अहम है. इसके अलावा किसी बिजनेस का विस्तार करने, बिक्री बढ़ाने और ग्राहकों के एक नए समूह तक पहुंचने के लिए भी ये लोन लिया जा सकता है.