कोरोना महामारी के दौरान अपनी जान की परवाह किए बिना चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में सेवा देने वाले 15 हजार डॉक्टरों को पिछले 10 साल से कैडर का इंतजार है.
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Jaipur : कोरोना महामारी के दौरान अपनी जान की परवाह किए बिना चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में सेवा देने वाले 15 हजार डॉक्टरों को पिछले 10 साल से कैडर का इंतजार है. हालांकि कयास लगाये जा रहे हैं कि राज्य सरकार ने जिस तरह सालों से लंबित फार्मासिस्ट और नर्सेज का कैडर बनाया, उसी तरह एक जुलाई को डॉक्टर्स दिवस पर सरकार डॉक्टरों (Doctors) को तोहफा दे सकती है. राजस्थान (Rajasthan News) के सेवारत चिकित्सकों 11 वर्षों से राजस्थान मेडिकल सर्विस कैडर की मांग लंबित है. सरकार (Rajasthan Government) व सेवारत चिकित्सकों के मध्य 11 जुलाई 2011, 12 नवम्बर 2017 व 27 दिसम्बर में समझौते हुई थी मूलभावना के अनुरूप लागू नहीं हुई.
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कब-कब हुआ समझौता
सरकार के साथ अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ का 11 जुलाई 2011, फिर 12 नवंबर 2017 और 27 दिसंबर 2017 को तीन बार समझौता हो चुका है. जुलाई 2011 में तो समझौता मंत्रिमंडलीय उपसमिति के सदस्यों के साथ हुआ था. डॉक्टरों को उम्मीद है कि अब कैडर मिलेगा. चिकित्सकों के कैडर की लंबे समय से मांग लंबित है. कैडर बनाने काे लेकर समिति की मीटिंग हो चुकी थी, लेकिन कुछ बिंदुओं को लेकर सहमति नहीं बनी. इस वजह से मामला अटक गया था. अब प्रस्तावित कैडर बनाकर सरकार के पास भेजा गया है.
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