Rajasthan Politics: कांग्रेस से निलंबन के बाद बालेन्दु सिंह शेखावत ने जताई नाराजगी! बोले- पहले नोटिस दिया जाता है लेकिन उन्हें पार्टी से टर्मिनेशन मिला है
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Rajasthan Politics: कांग्रेस से निलंबन के बाद बालेन्दु सिंह शेखावत ने जताई नाराजगी! बोले- पहले नोटिस दिया जाता है लेकिन उन्हें पार्टी से टर्मिनेशन मिला है

Rajasthan Politics: कांग्रेस से निलंबन के बाद बालेन्दु सिंह शेखावत ने कहा कि पहले नोटिस दिया जाता है लेकिन उन्हें पार्टी से टर्मिनेशन मिला है. 

Balendu Singh Shekhawat

Rajasthan Politics: राजस्थान में दोनों चरणों के चुनाव के बाद 4 जून को अब सभी को चुनाव के रिजल्ट इंतजार है. वहीं इससे पहले एक बड़ी खबर सामने आई. कांग्रेस ने बालेन्दु सिंह शेखावत (Balendu Singh Shekhawat) के साथ अमीन खान को पार्टी से निलंबित कर दिया है. दोनों पर पार्टी के खिलाफ काम करने का आरोप है. 

कांग्रेस से निलंबन के बाद बालेन्दु सिंह शेखावत ने कहा कि उन्हें निलंबन के लिए नोटिस नहीं मिला. जिसका वह जवाब दे पाते. उन्होंने कहा कि नोटिस नहीं देना कांग्रेस के संविधान के खिलाफ है.बालेंदु की माने तो उनको नाराजगी है कि बाकी लोगों को निलबंन से पहले नोटिस दिया जाता है लेकिन उन्हें पार्टी से टर्मिनेशन मिला है. उन्होंने कहा कि मामले का जवाब देने के लिए प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा से समय की मांग की है लेकिन अभी उनको समय नहीं मिला है. उन्होंने एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में ये सारी बाते कहीं.

बालेंदु सिंह शेखावत ने बताया कि वह 24 अप्रैल को जालोर पारिवारिक कार्यक्रम से गए थे. उनका चुनाव को लेकर कोई सभा या अन्य कोई कार्यक्रम नहीं था. उन्होंने कहा कि जब वह वहां से लौटे तो उन्हें कांग्रेस से निकाल दिया गया. जबकि बालेन्दु का कहना है कि वह एक निजी कार्यक्रम के लिए गए थे. 

उन्होंने बताया कि क्यों और कैसी उनकी शिकायत हुई है इस बात की उनको कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि निलंबन से पहले उनको नोटिस नहीं दिया गया. बता दें कि वैभव गहलोत ने इस बार जालोर से चुनाव लड़ा. बताया जा रहा है कि  वैभव के साथ जालोर कांग्रेस की अनुशासन समिति ने मामले को लेकर अनुशंसा की थी. बालेन्दु सिंह शेखावत को पार्टी से निलंबित करने के आदेश पीसीसी प्रभारी महासचिव सुखजिंदर सिंह रंधावा ने जारी किए हैं. 

वहीं शिव विधानसभा से पूर्व विधायक अमीन खान (Amin Khan)को भी पार्टी ने निलंबित कर दिया है. छह साल के लिए पार्टी से दोनों को निलंबित किया गया है. अमीन खान पर आरोप है कि उन्होंने पार्टी के विरोध में काम किया.

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