Bhanwari Devi Murder Case: राजस्थान की सियासत में भूचाल देने वाला भंवरी देवी हत्याकांड क्या था, जिसमें पहला नाम भंवरी देवी, दूसरा नाम महिपाल मदेरणा और तीसरा नाम मलखान सिंह बिश्नोई का है. जानें पूरी कहानी...
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Bhanwari Devi Murder Case: राजस्थान की सियासत में भूचाल ला देना वाला भंवरी देवी हत्याकांड (Bhanwari Devi Murder) काफी चर्चाओं में रहा है. आज हम आपको इस लेख में भंवरी देवी हत्या मामले जुड़े हर एक पहलू के बारे में बताने जा रहे है. इस मामले में तीन नाम प्रमुख है, जिसमें पहला नाम भंवरी देवी, दूसरा नाम महिपाल मदेरणा और तीसरा नाम मलखान सिंह बिश्नोई का है.
यह मामला साल 2011 का है. साल 2011 में राजस्थान से एक ऐसा खबर आती है, जिसकी गूंज पूरे भारत में सुनाई देती है. एक भंवरी देवी नाम की लड़की थी, जिसने उस समय की राजस्थान कांग्रेस सरकार को हिलाकर रख दिया. भंवरी देवी एक नर्स थी, जो दावा करती थी कि उसके कांग्रेस सरकार के मंत्री की अश्लील सीडी है. भंवरी देवी का कहना था कि अगर वो ये सीड़ी वायरल कर दे तो 3 दिन के अंदर राजस्थान सरकार गिर जाएगी.
वहीं, उस समय अखबरों और टीवी में चल रही इस तरह की खबरों ने राजस्थान सरकार की नींद उड़ा रखी थी. वहीं, इस मामले में अचानक एक दिन अश्लील सीडी का दावा भंवरी देवी गायब हो जाती है. इसके चलते यह मामला अब और ज्यादा संगीन होता चला जाता है.
राजनीतिक खेल हुआ शुरू
भंवरी देवी के लापता होने पर कई सवाल खड़े हो जाते हैं. इसके चलते ही फिर इस कहानी में ऊंचा कद रखने वाले महिपाल मदेरणा का नाम सामने आया, जिसके बाद राजनीतिक खेल शुरू हो गया. इस कहानी में आगे बढ़ने से पहले जान ले कि महिपाल मदेरणा कौन हैं? राजस्थान की राजनीति में मदेरणा परिवार का नाम काफी जाना जाता है. महिपाल मदेरणा, राजस्थान कांग्रेस के बड़े नेता परसराम मदेरणा के बेटे थे. वर्ष 2011 में भी राजस्थान में कांग्रेस की सरकार थी. अशोक गहलोत सीएम थे और महिपाल मदेरणा को उनके मंत्रीमंडल में जल संसाधन मंत्री थे.
जानें क्यों महिपाल मदेरणा का नाम भंवरी देवी से जुड़ जाता है?
भंवरी देवी के लापता होते ही पूरे प्रदेश में एक सीडी वायरल हो जाती है. इस वायरल हुई सीडी में महिपाल मदेरणा, भंवरी देवी के साथ आपत्तिजनक स्थिति में दिखाई दिए. वहीं, इस सीडी के वायरल होते ही साफ हो जाता है कि महिपाल मदेरणा और भंवरी देवी संबंध थे. बता दें कि यह वही सीडी थी, जिसका दावा भंवरी देवी ने किया था, कहा था कि तीन में सरकार गिर जाएगाी.
वहीं, इस सीडी की चर्चा पूरे प्रदेश में होने लगी, लेकिन कोई खुलकर नहीं बोलता था. इस सीडी के सामने आने के बाद जल संसाधन मंत्री महिपाल मदेरणा को पद से हटा दिया जाता है और यह मामला पूरे प्रदेश में गूंजने लगता है.
जानें कौन थी भंवरी देवी ?
भंवरी देवी जोधपुर के बोरुंदा गांव की रहने वाली एक नर्स थी, लेकिन उसको फिल्मों में काम करने का शौक था इसलिए वह अक्सर अस्पताल से गायब रहतीं थीं और वह एक्टिंग करने के लिए चली जाती थी. एक दिन उसके अस्पताल से गायब रहने पर उसे निकाल दिया जाता है. भंवरी देवी एक लोकगायका भी थी इसलिए उसका उठना- बैठना बड़े-बड़े लोगों से हुआ करता था.
विधायक मलखान सिंह बिश्नोई से भंवरी देवी का रिश्ता
ये बात साल 2002 की है, जब भंवरी देवी विधायक मलखान सिंह बिश्नोई से मिली. बता दें कि भंवरी देवी के विधायक मलखान सिंह बिश्नोई से अच्छे तालुकात थे. दोनों में धीरे-धीरे नजदीकिया बढ़ने लग गई थी. भंवरी देवी उस समय शादीशुदा थी, लेकिन फिर भी उसका रिश्ता मलखान सिंह बिश्नोई से चल रहा था. मलखान सिंह बिश्नोई भंवरी के घर भी आते-जाते थे और मलखान की बहन इंद्रा बिश्नोई की भी अच्छी दोस्त बन गई. जानकारी के अनुसार, बताया जाता है कि मलखान सिंह बिश्नोई और भंवरी देवी एक बेटी भी हुई.
महिपाल मदेरणा से हुई भंवरी देवी की मुलाकात
मलखान ने कुछ समय बाद भंवरी देवी की मुलाकात महिपाल मदेरणा करवाई, उस समय वे कैबिनेट मंत्री थे. बताया जाता है कि जब भंवरी देवी को अस्पताल से संस्पेंड किया गया था, तो महिपाल मदेरणा के कहने पर उसे वापस नौकरी दी गई थी. इसके चलते कुछ समय में ही भंवरी देवी और महिपाल मदेरणा भी दोस्त बन गए. बाताया जाता है कि भंवरी देवी चुनाव लड़ना चाहतीं थीं और वह इसके लिए मलखान और महिपाल पर दवाब बना रही थी. इसके चलते ही भंवरी देवी अपने और महिपाल की अश्लील सीडी को लेकर महिपाल को ब्लैकमेल कर रहीं थीं. इस समय तक मलखान और भंवरी का रिश्ता खराब हो गया था.
नहर में मिली भंवरी देवी की अस्थियां
वहीं, साल 2011 में कुछ ऐसा हुआ, जिसने राजस्थान की सियासत को हिलाकर रख दिया. पहले तो महिपाल और भंवरी देवी की सीडी वायरल हो गई, उसके बाद अचानक भंवरी देवी गायब हो गई. वहीं, गायब होने के कुछ महीनों बाद ही भंवरी की मौत आई, जिससे भूचला मच गया.जानकारी के अनुसार, पुलिस को उस समय नहर में भंवरी देवी की अस्थियां मली. बताते है कि भंवरी देवी को मारकर जला दिया गया था और सबूत मिटाने के लिए उसकी अस्थियां नहर में बहा दी गई.
इस कहानी को लेकर कहा जाता है कि जब सीडी को लेकर भंवरी देवी महिपाल मदेरणा ब्लैकमेल करने लगी तो मलखान के साथ मिलकर महिपाल ने भंवरी देवी से सीडी वापस लेने के लिए एक योजना बनाई. इसमें मलखान की बहन इन्द्रा बिश्नोई ने भी उनकी मदद की और इस पूरे काम को राजस्थान की गैंग को दिया गया.
महिपाल मदेरणा के साथ भंवरी देवी का पति भी था शामिल
कहा जाता है कि जिस दिन भंवरी देवी का अपहरण हुआ था उस दिन वह अपने घर से सीडी का सौदा करने के लिए निकाली थी, जिसके बाद वह लौटी नहीं. इसके चार महीने बाद पुलिस को उसकी अस्थियां मिली. भंवरी देवी के दो बच्चों से उन अस्थियों का डीएनए हुआ, जिसमें वो मैच हो गया, जिसके बाद पता चला कि भंवरी की हत्या की गई है. इस केस में मलखान सिंह, महिपाल मदेरणा, इन्द्रा बिश्नोई के साथ 16 लोगों का नाम सामने आया था. महिपाल मदेरणा ने इस घटना में राजस्थान की क्रिमिनेल गैंग की मदद ली थी. इस घटना में खुद भंवरी देवी का पति भी शामिल था.
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