रेनवाल शहर के एसबीआई बैंक से रुपयों से भरा महिला का बैग लेकर भागने की खबर से इलाके में सनसनी फैल गई. हालांकि दो युवाओं की सजगता से आरोपी नाबालिग पकड़ा गया. उसके कब्जे से महिला के पास से चुराए गए सवा दो लाख रूपए बरामद कर लिए है.
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Phulera: रेनवाल शहर के एसबीआई बैंक से रुपयों से भरा महिला का बैग लेकर भागने की खबर से इलाके में सनसनी फैल गई. हालांकि दो युवाओं की सजगता से आरोपी नाबालिग पकड़ा गया. उसके कब्जे से महिला के पास से चुराए गए सवा दो लाख रूपए बरामद कर लिए है. पुलिस नाबालिग के साथियो की तलाश कर रही है. जानकारी के अनुसार शहर के स्टेशन रोड़ स्थित एसबीआई बैंक में मींडा की महिला धनवंती कुमावत अपनी ननद मीनू के साथ पैसे निकलवाने आई थी.
बैंक से 2 लाख 20 हजार निकलवार बैग में अपने पास रख लिए. इसके साथ अपना मोबाईल और पर्स भी बैग में रख लिया. पर्स में पांच हजार रूपए थे. ननद पासबुक में एंट्री कराने काउंडर पर चली गई. इस दौरान महिला बैंक के अंदर ही अपने 2 महीने के बच्चे को दूध पिलाने लगी. इसी दौरान नाबालिग मौका देखकर बैग चुरा कर ले गया. दो-तीन मिनट बाद बैग गुम होने पर महिला चिल्लाई, जिस पर बैंक मैनेजर शिव प्रकाश चंदेल ने एसएचओ को घटना की जानकारी दी. घटना के बाद मौके पर काफी लोग जमा हो गए.
तेजी से चल रहा था, शक हुआ तो रोका और धरा गया नाबालिग
घटना के बाद बैंक मैनेजर ने महिला के साथ लूट की घटना के बारे में पुलिस को इत्तला दे दी थी. इसके बाद पुलिस ने भी चारों ओर नाके बंदी कराने के लिए संबंधित थानों में सूचना देकर घटना स्थल पर पहुँची. इससे पहले सामाजिक युवा कार्यकर्ता रेनवाल क्लब के अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह शेखावत और क्लब के अन्य सदस्य भगवान सहाय चौधरी बाईक पर सवार होकर रेनवाल पुलिस थाना से आ रहे थे.
इस दौरान थाने में ही उन्हें बैंक में चोरी की घटना की जानकारी हो गई थी. इसी दौरान चौमू रोड़ पर पेट्रोल पंप के आगे जो बैंक से करीब एक किलोमीटर दूर है, वहां पर एक 13-14 साल के लड़के को थेला लटकाकर तेज गति से जाते देखा तो युवाओं को उस पर शक हुआ. उसकी तेज चाल को देखकर जब शेखावत और चौधरी को शक हुआ तो वह वापस घूमकर, उससे पुछा की कहां जा रहे हो. लड़के ने कहा नानी के जा रहा हूं.
इस दौरान बच्चा बोलने में लड़खड़ाते हुए बोला तो उनका शक और गहरा गया, और उसे रूकने के लिए कहा. इतने में नाबालिग थेला दूर फेंककर भागने लगा. जब थैले को देखा तो उसमें रूपए भरे थे. बाद में शेखावत ने इसकी जानकारी पुलिस को दी और नाबालिग का पीछा किया.
नाबालिग निजी हॉस्पिटल के पीछे से कृषि मंडी की दीवार फांदकर भाग गया. सूचना पर एसएचओ उमराव सिंह, कांस्टेबल प्रकाश चंद, जयप्रकाश अलग-अलग वाहनों से मोके पर पहुंचे और नाबालिग का पीछा किया. करीब एक किलोमीटर पीछा कर मींडा नदी के पास नाबालिग को पकड़ लिया. नाबालिग ने अपने साथ दादी और अन्य को होना बताया जिसकी पुलिस तलाश कर रही है. नाबालिग मध्यप्रदेश का रहने वाला है.
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मकान की रिपेयर के लिए निकाले थे रूपए
महिला को जब मालुम चला कि आरोपी पकड़ा गया है और रूपए मिल गए है, तो वह खुशी से रोने लगी. उसने बताया कि मकान की छत और रिपेयर के लिए बैंक से रूपए निकलवाए थे. यह रकम पति मुकेश कुमावत की कमाई से पाई-पाई बचत कर जमा करवाई हुई थी. पति गुजरात में पेट्रोल कंपनी में काम करता है.
बैग फैंककर थैली में डालकर ले गया रुपये
घटना के बाद नाबालिक इतना शातिर निकला कि बैंक से रुपयों से भरे बैग को कहीं फेंक कर साधारण कपड़े की थैली में नोट, मोबाइल और पर्स डालकर तेज गति से जाने लगा. किसी को यह शक नहीं हो की बैंक से उड़ाया हुआ, वहीं नीला बैग हैं यह सोचकर कर उसने बैग को कही फेंककर कपड़े के थैले को कंधे पर लटकाकर तेज गति से जाने लगा. तभी शक होने पर वह धरा गया.
एक दर्जन से अधिक वारदातों में पहली में मिली सफलता
रेनवाल थाना पुलिस के लिए यह खुश खबर इसलिए है कि पिछले 2 सालों में शहर के विभिन्न बैंकों में हुई करीब 1 दर्जन से अधिक लूट की वारदातों में यह पहली वारदात है जिसमें पुलिस को सफलता हासिल हुई है. हालांकि इस वारदात को पकड़वाने में शहर के 2 युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही है.
Reporter: Amit Yadav
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