विधानसभा में शुक्रवार को प्रश्नकाल की कार्यवाही शांतिपूर्ण रही लेकिन शून्यकाल में विधायक राजेंद्र बिधूड़ी का मामला गूंजा जिस पर सदन में जोरदार हंगामा हुआ.
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Jiapur: चित्तौड़गढ़ के बेगू से कांग्रेस विधायक राजेंद्र बिधूड़ी और भैंसरोडगढ़ थाना अधिकारी के बीच बातचीत के ऑडियो को लेकर विधानसभा में हंगामा हुआ. दरअसल, इस ऑडियो में राजेंद्र बिधूड़ी एसएचओ को भद्दी गालियां दे रहे हैं. विपक्ष की तरफ से कपासन के विधायक अर्जुनलाल जीनगर ने सदन में इस मुद्दे को उठाया.
जीनगर ने कहा कि बिधूड़ी को इस मामले में सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए. जीनगर का साथ देने के लिए विपक्ष की तरफ से नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उप नेता राजेंद्र राठौड़, वासुदेव देवनानी और मदन दिलावर समेत अन्य विधायकों ने भी सुर में सुर मिलाया. सरकार से बयान नहीं आने पर विपक्ष के विधायकों ने सदन के वेल में पहुंचकर नारेबाजी भी की.
विधानसभा में शुक्रवार को प्रश्नकाल की कार्यवाही शांतिपूर्ण रही लेकिन शून्यकाल में विधायक राजेंद्र बिधूड़ी का मामला गूंजा जिस पर सदन में हंगामा भी हुआ. कपासन के विधायक अर्जुनलाल जीनगर ने सदन में सबसे पहले यह मामला उठाया. चित्तौड़ जिले से आने वाले जीनगर ने कहा कि बेगू विधायक ने जिस तरह एसएचओ को भद्दी गालियां दी, वह शर्मनाक और निंदनीय है. उन्होंने कहा कि इस मामले पर विधायक को सार्वजनिक माफी माननी चाहिए.
अर्जुनलाल जीनगर के समर्थन में विपक्ष की तरफ से नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उप नेता राजेंद्र राठौड़, विधायक वासुदेव देवनानी और मदन दिलावर के साथ ही अन्य विधायक भी इस बहस में शामिल हो गए. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया बोले कि अगर एक एमएलए इस तरह पुलिस वाले को गालियां दे रहा है, तो राज्य में सरकारी कर्मचारियों के काम करवाने की स्थितियां है भी या नहीं? कटारिया बोले ने कहा कि, इतनी भद्दी गालियां विधायक की तरफ से दी गई है फिर भी सरकार का कोई मंत्री इस मामले पर बोलने के लिए ही तैयार नहीं है.
हंगामा बढ़ा तो आसन पर पहुंचे स्पीकर सीपी जोशी
सदन में जब राजेंद्र बिधूड़ी द्वारा एसएचओ को भद्दी गालियां देने का मुद्दा उठाया गया, उस समय आसन पर सभापति जेपी चंदेलिया कार्यवाही का संचालन कर रहे थे. विपक्ष की तरफ से हंगामा बढ़ा और जब जेपी चंदेलिया विपक्ष को नियंत्रित नहीं कर पाए तो स्पीकर सीपी जोशी खुद के चेंबर से तत्काल आसन पर पहुंच गए.
स्पीकर ने आने के बाद विपक्ष को कहा कि कोई भी मामला नियम प्रक्रिया के तहत ही उठाया जा सकता है, उसी के तहत विपक्ष को कोई मुद्दा लेकर आना चाहिए. इस पर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि स्थितियां बड़ी विकट है. जिस तरह एसएचओ को एक विधायक द्वारा गाली दी गई है, वह बहुत खराब हालत बयान कर रहा है. इस पर भी सरकार का कोई मंत्री कुछ नहीं बोलना चाहता यह और भी खराब स्थिति है.
धारीवाल बोले- पहले कराएंगे ऑडियो की जांच
विपक्ष की तरफ से उठाए मामले पर संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि, आपने जो वीडियो सुना है उसके आधार पर आप आरोप लगा रहे हैं. हालांकि, यह एक ऑडियो था लेकिन धारीवाल ने उसे वीडियो कहकर ही संबोधित किया. धारीवाल बोले कि जो तथ्य हैं और जो आवाज सुनी जा रही है उसकी सच्चाई का पता लगाया जाएगा. जांच के बाद इस मुद्दे पर बात करें तो ज्यादा बेहतर होगा.
धारीवाल विपक्ष से बोले कि आपको परिस्थितियां और यह वीडियो सूट कर रहा है, इसलिए आप इस आधार को सही मान रहे हैं. धारीवाल के बोलने के बाद विपक्ष के कुछ और विधायकों ने भी बोलने की कोशिश की, लेकिन स्पीकर ने अन्य विधायकों को बिठा दिया. स्पीकर ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने अपनी बात रख दी है.
क्या था राजेंद्र बिधूड़ी और एसएचओ संजय गुर्जर का मामला
दरअसल, चित्तौड़गढ़ जिले के बेगू विधानसभा क्षेत्र से आने वाले कांग्रेस के विधायक राजेंद्र बिधूड़ी किसी मामले में भैंसरोडगढ़ पुलिस थाने के एसएचओ संजय गुर्जर से बात कर रहे थे. आपसी बातचीत में राजेंद्र बिधूड़ी ने एसएचओ को भद्दी गालियां दी. तकरीबन साढ़े सात मिनट के ऑडियो में बिधूड़ी ने एसएचओ को 103 गालियां दी. हालांकि, एसएचओ इस दौरान अपनी बात रखने की कोशिश करते सुनाई दे रहे हैं, लेकिन बिधूड़ी की तरफ से गालियों की बदजुबानी जारी रही. बिधूड़ी ने एसएचओ को इस कदर गालियां दी, मानो उन्होंने एसएचओ को अपना जर खरीद गुलाम समझ लिया.