सीकर जिले के गोविन्दपुरा गांव में दो लड़कियों की बिंदौरी घोड़ी पर बिठाकर निकाली गई. पति स्व बंधीधर हटवाल की मौत के बाद मां सायर देवी ने अपनी चारों बेटियों को बेटों की तरफ पाला और बेटे बेटी में भेदभाव नहीं करने का संदेश समाज को देते हुए बिंदौरी निकाली.
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Dataramgarh: सीकर जिले के गोविन्दपुरा गांव में दो लड़कियों की बिंदौरी घोड़ी पर बिठाकर निकाली गई. पति स्व बंधीधर हटवाल की मौत के बाद मां सायर देवी ने अपनी चारों बेटियों को बेटों की तरफ पाला और बेटे बेटी में भेदभाव नहीं करने का संदेश समाज को देते हुए बिंदौरी निकाली.
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बेटियों की मां ने बताया कि मेरी चार बेटियां ही हैं. मैंने बेटियों को पिता की कमी महसूस नहीं कराते हुए परवरिश की है और लड़का-लड़की एक समान का समाज को संदेश देते हुए भेदभाव नहीं करने का उदाहरण पेश किया और समाज को भी लड़की-लड़का का समान अधिकार का संदेश दिया.
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बेटियां कविता और सुनिता को घोड़ी पर बैठा कर गाजे बाजे के साथ नाचते गाते बिन्दौरी निकली जिसकी ग्रामीणों ने खूब तारीफ की. इस दौरान भंवर लाल मीणा पुलिस अधीक्षक आसाम, सुरेश कुमार मीणा आईआरएस, राज कुमार और सुरेन्द्र राजस्थान पुलिस, सरदारा, मनीराम, जीतू कुमार मीणा, गणपतराम, राजेंद्र प्रसाद, मदन लाल, शंकर लाल समेत समाज के अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे.
Report: Ashok Shekhawat