पंजाब और हरियाणा से अब पूरे देश में मशहूर हो चुका लोहड़ी का त्यौहार दरअसल फसल की बुआई और उसकी कटाई से जुड़ा है.
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Jaipur: देश भर में लोहड़ी और मकर संक्राति का त्यौहार धूमधाम से मनाने की तैयारी चल रही है. आज लोहड़ी है और कल यानि 14 जनवरी को मकर संक्राति है. त्यौहार का माहौल तो है लेकिन कोरोना की तीसरी लहर और सरकार की गाइडलाइन के मद्देनजर रखते हुए रौनक थोड़ी काबू में है. सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने प्रदेशवासियों को दोनों ही त्यौहार की हार्दिक बधाई देते हुए सुख समृद्धि के साथ निरोगी जीवन की कामना की है. सीएम ने लोगों से अपील की है कि वह इस मौके पर पतंगबाजी का आनंद तो ले लेकिन कोरोना प्रोटोकाल का भी ध्यान रखे.
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पंजाब और हरियाणा से अब पूरे देश में मशहूर हो चुका लोहड़ी का त्यौहार दरअसल फसल की बुआई और उसकी कटाई से जुड़ा है. आज के दिन नई फसल की पूजा करने की परंपरा होती है. आपको जगह-जगह आज आग के सामने पुरुष भागंड़ा करते दिखाई देंगे और महिला गिद्दा करती है. वहीं कल होने वाली मकर संक्रांति सूर्यदेव की उपासना का पर्व है. देश की समृद्ध विरासत और सस्कृति का प्रतीक मकर संक्रांति दान पूण्य के महत्व को समझने और असहाय और निर्धन लोगों की मदद करने की प्रेरणा देने वाला त्यौहार है. लेकिन इन दोनों ही त्यौहारों की रौनक पर कोरोना का असर साफ देखा जा रहा है.
कोरोना प्रोटोकाल के तहत सप्ताहांत लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू जैसी पाबंदी भी सरकार ने लगा रखी है. ऐसे में लोगों के साथ-साथ उन व्याापारियों के मन में बड़ी निराशा है जो पूरे साल त्यौहार और ग्राहकों का इंतजार करते है. आज लोहड़ी की वजह से पूरे प्रदेश में गजक और मूंगफली का बड़ा कारोबार होता है. वहीं मकर संक्रांति के दिन पतंग उड़ाने की पूरे राजस्थान में परंपरा है. इन दोनों ही त्यौहारों के लिए जिन व्यापारियों ने तैयारी कर रखी है, उनके चेहरे पर मायूसी साफ देखी जा रही है. कोरोना की वजह से ये कारोबार आधे से भी आधा रह गया है. दुकानों पर ग्राहकों की कमी और गल्ले में पैसौ की कमी उन्हे रुला रही है.
15 जनवरी के बाद शादियों का सीजन शुरु होने वाला है और फरवरी के महीने में शादियों के सबसे ज्यादा मुहूर्त है. जिसकी वजह से कारोबारियों को अच्छे व्यापार की उम्मीद थी लेकिन जिस तरह से तीसरी लहर में कोरोना के मामलों की संख्या बढ़ रही है उससे इन कारोबारियों की उम्मीदों पर पानी फिरा हुआ है. पिछली बार जब लॉकडाउन लगा था तब कोरोना फैलाने वाले लोग खुलेआम घूम रहे थे लेकिन दुकानें बंद कर दी गई थी. इतना ही नहीं तीन महीने तक दुकाने बंद भी रही लेकिन उनसे बिल पेनल्टी के साथ वसूला गया. इस बार जयपुर व्यापार महासंघ ने सरकार को पत्र लिखकर लॉकडाउन को आगे नहीं बढ़ाने की मांग की हैं. साथ ही शादियों के कारोबार से जुड़े व्यापारी और सीजन कारोबारियों को रात 8 बजे बाद भी दुकानें खोलने की छूट मांगी है.
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महासंघ के अध्यक्ष सुभाष गोयल (Subhash Goyal) का कहना है कि राजस्थान में शादियों में संख्या 50 कर दी गई है. जबकि पड़ोसी राज्यों में शादी के मेहमानों की संख्या 200 से 250 है. शादियों की बुकिंग हो चुकी है. होटल्स, मैरिज गार्डन, कैटरिंग, साफा-शेरवानी और बैंडबाजा बुक हो चुके हैं. बसों की बुकिंग हो चुकी है और बाहर जाने वाले लोग ट्रेन आदि बुक करवा चुके हैं. अब अगर कोई शादी कैंसिल करेगा तो पैसा वापस करना इन कारोबारियों के लिए मुश्किल हो जाएंगा. क्योंकि महासंघ के अध्यक्ष का कहना है कि जो माल बाहर से मंगवाते हैं उसके आर्डर नवंबर में ही दे दिए गए. जाहिर है हर किसी की आस कोरोना की तीसरी लहर के संक्रमण पर टिकी है. ये लहर जितनी तेज होगी उसका असर इन तमाम कारोबारियों पर पड़ेगा.
Report: Ritu Sharma