विधानसभा में बजट सत्र का आज दूसरा दिन है, और आज सदन में एक अलग नजारा देखने को मिला, जब कांग्रेस और भाजपा के विधायक आपस में भिड़ पड़े. विधायकों के बीच हाथापाई की नौबत तक आई है. प्रताप सिंह खाचरियावास ने रामलाल शर्मा से ब्लैक पेपर छीने. जिसके बाद सत्तापक्ष के विधायकों ने भी विरोध जताया. विपक्ष के हंगामे पर कई मंत्री विधायक खड़े हुए. विरोध इतना बढ़ गया कि कैमरे से जूम आउट किया गया, जिससे विरोध रिकोर्ड ना हो. अर्जुन बामनिया की भी BJP विधायकों से धक्का-मुक्की हुई. इसके बाद कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया.
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Jaipur: विधानसभा में बजट सत्र का आज दूसरा दिन है, और आज सदन में एक अलग नजारा देखने को मिला, जब कांग्रेस और भाजपा के विधायक आपस में भिड़ पड़े. विधायकों के बीच हाथापाई की नौबत तक आई है. प्रताप सिंह खाचरियावास ने रामलाल शर्मा से ब्लैक पेपर छीने. जिसके बाद सत्तापक्ष के विधायकों ने भी विरोध जताया. विपक्ष के हंगामे पर कई मंत्री विधायक खड़े हुए. विरोध इतना बढ़ गया कि कैमरे से जूम आउट किया गया, जिससे विरोध रिकोर्ड ना हो. अर्जुन बामनिया की भी BJP विधायकों से धक्का-मुक्की हुई. इसके बाद कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया.
हम आपको बता दे कि आज ही नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने गुरुवार को विधानसभा में गृहमंत्री की तरफ से जवाब देते हुए सदन को से आश्वस्त किया कि पेपर लीक होने के मामले को रोकने के लिए राज्य सरकार द्वारा विधेयक तैयार कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि विधेयक में कड़े प्रावधान किए गए है जिससे इस तरह की अनियमितताएं नहीं हो इसके लिए सरकार द्वारा इसी सत्र में इस विधेयक को प्रस्तुत किया जाएगा.
धारीवाल प्रश्नकाल में विधायक बलजीत यादव द्वारा पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे. उन्होंने कहा कि गत सरकार के कार्यकाल में रीट का पेपर दो बार वर्ष 2016 तथा वर्ष 2018 में आउट हुआ था. गत सरकार द्वारा सीबीआई तो दूर एसओजी तक से भी जांच नहीं करवाई गई थी.उन्होंने कहा कि गत सरकार के कार्यकाल में 5 बार पेपर लीक हुए थे. वर्ष 2014 में आरएएसए-आरजेएसए, वर्ष 2013 में एलडीसी तथा वर्ष 2018 जेल प्रहरी के भी पेपर लीक हुए थे. धारीवाल ने कहा कि तत्कालीन सरकार द्वारा एक भी प्रकरण सीबीआई तो दूर एसओजी को भी नहीं सौंपा गया था.
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