Dausa: किसान की 15 बीघा जमीन नीलामी मामले ने पकड़ा तूल, राकेश टिकैत ने भी दिया बड़ा बयान
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Dausa: किसान की 15 बीघा जमीन नीलामी मामले ने पकड़ा तूल, राकेश टिकैत ने भी दिया बड़ा बयान

दौसा जिले के रामगढ़ पचवारा की जामुन वाली ढाणी में मंगलवार को बैंक के बकाया कर्ज को चुकता नहीं करने के मामले में रोड़ा एक्ट के तहत बैंक प्रबंधन और रामगढ़ पचवारा प्रशासन ने किसान कजोड़ मीणा की 15 बीघा जमीन मंगलवार को नीलाम कर दी थी. अब इस मामले ने बड़ा तूल पकड़ लिया है. 

राकेश टिकैत

Dausa: राजस्थान के दौसा जिले के रामगढ़ पचवारा की जामुन वाली ढाणी में मंगलवार को बैंक के बकाया कर्ज को चुकता नहीं करने के मामले में रोड़ा एक्ट के तहत बैंक प्रबंधन और रामगढ़ पचवारा प्रशासन ने किसान कजोड़ मीणा की 15 बीघा जमीन मंगलवार को नीलाम कर दी थी. अब इस मामले ने बड़ा तूल पकड़ लिया है. 

जमीन नीलामी की जानकारी सांसद किरोडी लाल मीणा (Kirodi Lal Meena) को मिली तो सांसद ने पीड़ित परिवार के घर पहुंच कर पूरे मामले की जानकारी ली और उसके बाद प्रशासन और बैंक प्रबंधन पर गलत तरीके से किसान की जमीन नीलाम करने के आरोप लगाए. साथ ही भू माफियाओं से गठबंधन की भी किरोड़ी ने आशंका जाहिर की है. किरोडी लाल ने मामले में किसान की नीलाम की गई जमीन को निरस्त करने और पीड़ित परिवार को मुआवजा राशि देने की सरकार से मांग भी की है. 

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वहीं अब किसान नेता राकेश टिकैत भी पीड़ित किसान परिवार से मिलने दौसा पहुंच गए. राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा कि भारत सरकार को एक ऐसी पॉलिसी बनानी चाहिए जिससे देश के किसी भी किसान की जमीन नीलाम नहीं हो और राज्य सरकार उस नीति का पालन करें. राकेश टिकैत ने कहा कि अगर कर्जे के चलते किसी किसान की जमीन नीलाम भी करनी पड़ती है तो उसके लिए उसकी पूरी प्रॉपर्टी को नीलाम नहीं किया जा सकता जितना उसका बकाया है उसके हिसाब से जमीन का निर्धारण कर नीलाम की जा सकती है लेकिन दौसा के रामगढ़ पचवारा में सात लाख के कर्ज के चलते किसान की 15 बीघा जमीन नीलाम कर दी गई. आखिर यह नीलामी कैसे हुई? किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि पीड़ित परिवार से मिलने उसके गांव जा रहा हूं और रात में वहीं रुकूंगा और पीड़ित किसान परिवार से मिलकर पूरे प्रकरण की जानकारी लूंगा. उसके बाद में तहकीकात कर कोई निर्णय लिया जाएगा. 

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टिकैत ने कहा कि इस तरीके से किसानों की जमीन नीलाम नहीं होने दी जाएगी. वही पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर जब किसान नेता राकेश टिकैत से सवाल किया गया कि आप किस पार्टी की तरफ रुख करेंगे तो किसान नेता राकेश टिकैत ने साफ कहा कि देश के किसानों ने 13 महीने तक ट्रेनिंग ली है और वह सब समझ चुके है कि किसके साथ जाना है और किसके नहीं. इसका फैसला किसान खुद करेगा. राकेश टिकैत ने यह भी साफ किया कि मैं किसी पार्टी से बंधा हुआ नहीं हूं और ना ही राजनीतिक व्यक्ति हूं. मैं किसान हूं और सिर्फ किसानों का हितेषी हूं.

Report: Laxmi Avatar Sharma

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