History of Bras: महिलाओं और लड़कियों के द्वारा पहने जाने वाली इस ब्रा के इस्तेमाल, नाम के पीछे लंबा इतिहास जुड़ा है, जिसके बारे में हम आपको आज बताने जा रहे हैं. जानिए कैसे हुआ इसका आविष्कार.
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History of Bras: हर चीज के पीछे उसका कुछ न कुछ इतिहास छुपा होता है. इसी तरीके इस आधुनिक दुनिया में हम जिस भी चीज का इस्तेमाल करते हैं, उसके पीछे भी एक लंबी कहानी, इतिहास, राज छुपा हुआ है. इसी के चलते आज हम आपको महिलाओं के द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक वस्तु के इतिहास के बारे में बताने जा रहे हैं, वो है महिलाओं और लड़कियों के द्वारा पहने जाने वाला एक कपड़ा, जिसे आज हम ब्रा के नाम से जानते हैं.
महिलाओं और लड़कियों के द्वारा पहने जाने वाली इस ब्रा के इस्तेमाल, नाम के पीछे लंबा इतिहास जुड़ा है. आज हम आपको इसके बारे में सब बताने जा रहे है,जैसे कि कब महिलाओं ने ब्रा पहनना शुरू किया, कब और किसने इसका आविष्कार किया.
आज भी हमारे समाज के लोग ब्रा के बारे में खुलकर बात नहीं करते हैं. इसे लेकर पूरी दुनिया में लोग अपने-अपने तर्क देते रहते हैं. कहीं लोगों इसे महिलाओं और लड़कियों के फिगर के लिए बेहतर बताते हैं. वहीं, कुछ लोग इसे उनके लिए नुकसानदायक बताते हैं. चलिए आज हम आपको इसके इतिहास के बारे में बताते हैं.
कब हुई ब्रा की शुरुआत
मिस्त्र में रहने वाली महिलाएं काफी समय पहले से ब्रा पहनती आ रही हैं. बहुत पहले मिस्त्र की महिलाएं चमड़े से बनी ब्रा पहनती थी, जिसे पहनना बहुत ही मुश्किल होता था. इससे महिलाओं को काफी समस्या होती थी. कहा जाता है कि चमड़े से बनी यह ब्रा महिलाओं की बॉडी को शेप देने में मददगार होती थी.
इसके बाद करीब 17 से 18वीं शताब्दी के आते-आते एक सफेद रंग का अंडरगारमेंट का चलन शुरू हुआ, इसे पूरे तरीके के ब्रा कहना गलत होगा. यह सफेद रंग का कपड़ा एक कमीज की तरह नजर आता था. वहीं, लगभग साल 1890 में बहुत से देशों की महिलाओं ने कोर्सेट पहनना शुरू किया, जो देखने में एक जैकेट की तरह लगता था. इसके पीछे एक डोरी होती थी, जिससे इसे कसा जा सकता था.
फ्रांस की किया महिला ने किया ब्रा का आविष्कार
समय के साथ सन्र 1889 में मार्डन ब्रा का अविष्कार हुआ, जिसको फ्रांस की रहने वाली हरमिनी काडोले नाम की महिला ने बनाया. बाद में लोगों ने हरमिनी काडोले को कोर्सेलेट जॉर्ज का नाम दे दिया. वहीं, साल 1940 के बाद ब्रा को नायलॉन के कपड़े से बनाना शुरू किया गया, जिसके बाद इनका वजन हल्का होने लगा.
ब्रा का विरोध
साल 1907 के दौरान फेमस फैशन मैगजीन 'वोग' ने Brassiere शब्द को फेमस किया, इस शब्द का मतलब था, शरीर के ऊपरी हिस्से पर पहनने वाला कपड़ा. इसके बाद से ही महिलाओं ने यह ब्रा पहनना शुरू कर दिया. ब्रा के चलन में आने के कुछ वक्त बाद इसका विरोध होना शुरू हो गया था. कई महिला संगठन सालों से ब्रा का विरोध करते आए हैं, जो आज के समय में महिलाओं के कपड़ों का जरूरी हिस्सा बन चुकी है.
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