25 बच्चों को करवाया गया बालश्रम से मुक्त करवाया गया है. आरोपी पिछले 4 सालों से बिहार से बच्चों को लाते थे. आरोपी सुबह 7 बजे से रात के 12 बजे तक बच्चों से चूड़ी बनवाते थे.
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Jaipur: जयपुर के पुलिस थाना शास्त्री नगर क्षेत्र में एक एन.जी.ओ. की सूचना पर पुलिस टीम द्वारा अवैध रूप से बच्चों से चूड़ी बनाने का बालश्रम करवाने वाले सात आरोपियों के चंगुल से बिहार से लाये गये कुल 25 बच्चों को बालश्रम से मुक्त करवाया गया है. एनजीओ ने पुलिस को सूचना दी थी कि व्यास कॉलोनी शास्त्री नगर में बब्लू के मकान में बच्चों की मानव तस्करी कर बालश्रम का अवैध कार्य करवाया जा रहा है.
इस सूचना पर पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और मकान के ग्राउण्ड फ्लोर और फर्स्ट फ्लोर पर कुल 25 बच्चे बालश्रम करते हुये मिले जिनमें से अधिकतर 14 साल से कम उम्र के थे. आरोपियों ने पुलिस टीम को देखकर दरवाजा नहीं खोला और दरवाजा तोड़कर घुसने पर पीछे के रास्ते से बच्चों को निकालकर ले जाने का प्रयास किया.
पुलिस टीम द्वारा घेरा देकर बच्चों को दस्तयाब किया गया. आरोपी बिहार निवासी एक ही परिवार के आपसी रिश्तेदार हैं जो किराये का मकान लेकर पिछले 3-4 साल से बिहार के गाँवों से नाबालिग बच्चों को यहां लाते हैं जिनके स्वास्थ्य और सुरक्षा को खतरे में डालकर शारीरिक व मानसिक यातनाएं देकर लगातार एक ही स्थान पर जमा कर अवैध रूप से चूड़ी बनवाने का काम करवाकर शोषण किया जा रहा था.
बालश्रम से मुक्त कराये गये बालकों के मुताबिक उनको गांव से लाने के बाद घर से बाहर नहीं निकलने दिया गया. सुबह 7 बजे से रात 12 बजे तक लगातार चूड़ी बनाने का काम करवाया जाता था और कम खाना दिया जाता था, काम नहीं करने पर मारपीट करते हैं. नहाने के लिये ठंडा पानी दिया जाता है सभी बच्चों को एक ही तौलिये से नहाने के बाद काम में लेन के लिये दिया जाता है. छोटे से स्थान में एक जगह सभी को रखा जाता है बाहरी लोगों से संपर्क नहीं करने देते थे.
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