Jaipur News: राजस्थान में सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी के कार्यकाल को शुक्रवार को एक साल पूरा हो गया. एक साल के कार्यकाल में सीपी जोशी ने कई चुनौतियाें पर विजय पाई, वहीं पार्टी को भी सत्ता के शिखर पर पहुंचाया. जोशी ने प्रदेशभर में संगठन को नई दिशा देने का काम किया और इसके लिए पार्टी अलाकमान ने उनकी प्रशंसा कर पीठ थपथपाने का भी काम किया.
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Jaipur News: राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी के कार्यकाल को शुक्रवार को एक साल पूरा हो गया. एक साल के कार्यकाल में सीपी जोशी ने कई चुनौतियाें पर विजय पाई, वहीं पार्टी को भी सत्ता के शिखर पर पहुंचाया. जोशी ने प्रदेशभर में संगठन को नई दिशा देने का काम किया और इसके लिए पार्टी अलाकमान ने उनकी प्रशंसा कर पीठ थपथपाने का भी काम किया.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी को आज से ठीक एक साल पहले 23 मई को राजस्थान भाजपा की कमान सौंपी गई थी. अलाकमान ने पार्टी की कमान सौंपी तब प्रदेश बीजेपी में गुटबाजी हावी थी, गुटबाजी के कारण पार्टी की किरकरी भी हो रही थी. वहीं दूसरी ओर महज आठ महीने बाद राजस्थान विधानसभा के चुनाव भी थे. ऐसे में अलाकमान से मिली जिम्मेदारी को समझते हुए सीपी जोशी ने न केवल पार्टी में पनपी गुटबाजी को दूर किया, बल्कि भाजपा को सत्ता में लाने का संघर्ष भी शुरू किया. शालीन और सौम्य व्यवहार के धनी सीपी जोशी पार्टी में गुटबाजी के केंद्र नेताओं से न केवल मिले, बल्कि पार्टी के कार्यक्रमों में सभी को पूरी तव्वजो भी दी.
बीजेपी आलाकमान ने 23 मार्च 2023 को सतीश पूनिया को हटाकर चित्तौड़गढ़ से सांसद सीपी जोशी को राजस्थान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया. 27 मार्च को प्रदेश कार्यालय के बाहर पदभार संभालने के दौरान ही सीपी जोशी ने मंच से कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र फूंक दिया. पार्टी में गुटबाजी को खत्म करने के लिए जोशी ने पदभार के दौरान मंच से ही कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वो अब सीपी जोशी के नारे नहीं लगाएं. सिर्फ पीएम मोदी और भाजपा के नारों के साथ मोदी सरकार की उपलब्धियों के सहारे चुनावी रण में उतरेंगे. हालांकि जोशी के सामने पिछली कांग्रेस सरकार को सत्ता से उखाड़ फैंक कर भाजपा को सत्ता में काबिज करना मुश्किल चुनौती थी. वो भी तब जब अशोक गहलोत सरकार ने फ्री की घोषणाएं करके सत्ता में रहने की कोशिश की. जोशी के नेतृत्व में भाजपा ने इस चुनौती को भी स्वीकार किया.
पीएम मोदी ने जोशी की पीठ भी थपथपाई
सीपी जोशी के नेतृत्व में बीजेपी ने परिवर्तन यात्राएं निकालकर पार्टी के पक्ष में एक माहौल पैदा किया. वहीं प्रचार की रणनीति और आला नेताओं की सभाओं, चुनावी प्रबंधन में कौशल रणनीति के साथ कांग्रेस को चुनौती दी. चुनावी प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद सीपी जोशी को न केवल अपने साथ रखा, बल्कि सभाओं के बीच खुले वाहन में भी अपने साथ सवार रखा. इतना नहीं एक कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने जोशी की पीठ भी थपथपाई.
संकल्प लोगों के बीच हुआ पॉपुलर
इधर विधानसभा के चुनावी महासमर में बीजेपी ने कांग्रेस को पटखनी देते हुए 115 सीटों के साथ कमल खिलाया. इसके बाद भजन लाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनाया गया तो कार्यकर्ताओं के बीच संदेश दिया गया. सीपी जोशी का एक संकल्प कार्यकर्ताओं के बीच चर्चित है. जोशी ने अध्यक्ष बनने के बाद ही संकल्प लिया कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद ही साफा पहनेंगे. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने भाजपा की जीत और सरकार बनने के बाद इस संकल्प को पूरा किया. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जोशी को साफा पहनाकर इस संकल्प को पूरा करवाया.
मिशन 25 को पूरा करने में लगे
सीपी जोशी के नेतृत्व में राजस्थान में भाजपा की सरकार बनते ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के एक ही समाज वर्ग से होने के कारण जोशी को बदलने की अटकलें जोर पकड़ने लगी लेकिन सीपी जोशी की कुशल सगंठनात्मक कार्यशैली से पीएम मोदी और अमित शाह खासे प्रभावित हुए. यही कारण रहा कि हाल ही में सीपी जोशी की टीम की घोषणा से साफ संकेत दिए कि 2024 का लोकसभा का चुनावी रण सीपी जोशी के नेतृत्व में लड़ा जाएगा. बीजेपी के राजनीतिक चाणक्य अमित शाह विधानसभा चुनावों में जीत का श्रेय सीपी जोशी को दे चुके हैं. विधानसभा चुनावों की जीत के साथ ही जोशी लोकसभा चुनावों के रण में उतर चुके हैं. राजस्थान में सत्ता और संगठन एक साथ कदम बढ़ाते हुए मिशन 25 को पूरा करने में लगे हैं.