Jaipur News Today: राजस्थान में बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और उप नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर सतीश पूनिया ने कहा कि कांग्रेस सरकार के 2018 में गठन के बाद से ही भ्रष्टाचार के आरोप लगने लगे थे, कुर्सी बचाने के लिए जितने नैतिक और अनैतिक जो समझौते किए जा सकते थे, वह सरकार ने किए. राजदार भी वही है और वही लाल डायरी के लिए राज का पर्दाफाश करता है. प्रदेश की जनता जानना चाहती है कि लाल डायरी आखिर है क्या? और इसमें किस तरह के राज छिपे हैं?
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Jaipur News: राजस्थान की सियासत में भूचाल मचाने वाली लाल डायरी कौतूहल का विषय बनी हुई है. उपनेता प्रतिपक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने कहा कि राजदार भी वही है और वही लाल डायरी के लिए राज का पर्दाफाश करता है. प्रदेश की जनता जानना चाहती है कि लाल डायरी आखिर है क्या? और इसमें किस तरह के राज छिपे हैं?
भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और उप नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर सतीश पूनिया ने कहा कि कांग्रेस सरकार के 2018 में गठन के बाद से ही भ्रष्टाचार के आरोप लगने लगे थे, कुर्सी बचाने के लिए जितने नैतिक और अनैतिक जो समझौते किए जा सकते थे वह सरकार ने किए. इस मामले में मुख्यमंत्री खुद शक के दायरे में हैं.
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सोमवार जो प्रकरण हुआ, जिसके बारे में उन्हीं की सरकार के मंत्री ने कहा था कि उसने संकट के समय सरकार बचाई, यह बात खुद मुख्यमंत्री ने उनके पुत्र के जन्मोत्सव के अवसर पर कही कि मेरी सरकार इनकी वजह से बची है, इसका मतलब उन दोनों का अलायंस किसी समय रहा होगा. वही राजदार है और वही राज का पर्दाफाश करता है किसी लाल डायरी के लिए तो जनता यह जानना चाहती है कि यह लाल डायरी है क्या, इसमें किस तरीके के राज हैं?
साबित करें आरोप
आरोप लगाने वाला साबित करे या जिस पर आरोप लगे हैं, वह साबित करें. दोनों ही पक्षों की उन चीजों को राजस्थान की जनता जानना चाह रही है, आज नहीं तो कल यह मुद्दा बनेगा.
5 साल के इस पूरे कालखंड में भ्रष्टाचार शिष्टाचार साबित हुआ. प्रदेश के 78% लोगों ने स्वीकार किया कि उनको काम के बदले रिश्वत देनी पड़ती है, ट्रांसपरेंसी इंटरनेशनल की रिपोर्ट कहती है, मुख्यमंत्री द्वारा स्वयं पब्लिक डोमेन में पूछे गए सवाल के जवाब में भी भ्रष्टाचार की बात सामने आती है, यह साबित हो गया कि राजस्थान में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है.
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और क्या बोले सतीश पूनिया
उस भ्रष्टाचार की ही एक परिणीति है कि किस तरीके से राजनीतिक भ्रष्टाचार हुआ, उन्होंने कहा कि राज्यसभा चुनाव से लेकर सरकार बचाने तक बहुत सारे लोगों के लेन-देन का उसमें जिक्र है. आखिर यह जिक्र क्या है, कौन लोग शामिल हैं, सिंडिकेट के कौन-कौन लोग हैं, जिन्होंने राजनीतिक भ्रष्टाचार किया, जो जनता के वोटों से चुनकर आए हैं, किस तरीके से लोगों ने यह सब किया.
मुद्दे को जनता के बीच लेकर जाएंगे
भ्रष्टाचार का जो इश्यू है, कांग्रेस सरकार के खिलाफ हमारा जो अभियान है, उसको लेकर सदन में भी और सदन के बाहर भी पुरजोर तरीके से आवाज़ उठा रहे हैं. भ्रष्टाचार का एक पार्ट है लाल डायरी, इस मुद्दे को भी मुखर तरीके से जनता के बीच लेकर जाएंगे.