युवाओं में उद्यमिता के बढ़ावे के लिए स्वदेशी जागरण मंच ने खोला रोजगार सृजन केंद्र
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युवाओं में उद्यमिता के बढ़ावे के लिए स्वदेशी जागरण मंच ने खोला रोजगार सृजन केंद्र

Jaipur News: युवा प्रदेश में उद्यमिता, स्वदेशी, सहकारिता की राह पर चलते हुए स्वरोजगार चला सकें. इसके लिए स्वदेशी जागरण मंच ने नई पहल शुरू की है. मंच की ओर से जयपुर में रोजगार सृजन केंद्र की शुरूआत कर स्वावलम्बी भारत अभियान की शुरुआत की है.

युवाओं में उद्यमिता के बढ़ावे के लिए स्वदेशी जागरण मंच ने खोला रोजगार सृजन केंद्र

Jaipur: युवा प्रदेश में उद्यमिता, स्वदेशी, सहकारिता की राह पर चलते हुए स्वरोजगार चला सकें. इसके लिए स्वदेशी जागरण मंच ने नई पहल शुरू की है. मंच की ओर से जयपुर में रोजगार सृजन केंद्र की शुरूआत कर स्वावलम्बी भारत अभियान की शुरुआत की है. इस मौके पर मंच के अखिल भारतीय सह संगठक सतीश कुमार ने कहा कि भारत उद्योगों का देश रहा, अंग्रेजों ने नौकरी की मानसिकता में धकेला, अब फिर से स्वरोजगार से भारत को समृद्ध और शक्तिशाली बनाना होगा. 

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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ी शाखा स्वदेशी जागरण मंच ने देश में स्वरोजगार बढ़ाने का बीड़ा उठाया है. इसके लिए स्वदेशी जागरण मंच की ओर से स्वावलम्बी भारत अभियान शुरू किया गया है. अभियान के तहत जिलों में रोजगार सृजन केंद्र शुरू किए जा रहे हैं. इन केंद्रों पर युवाओं को स्वदेशी और  स्वरोजगार के लिए जानकारी दी जाएगी. मंच का मानना है कि देश में बेरोजगारी एक प्रमुख समस्या है, इसका निराकरण नौकरियों से नहीं बल्कि स्वरोजगार से हो सकेगा.  स्वरोजगार से ही शत-प्रतिशत रोजगार की उपलब्धता है. जयपुर के महेश नगर की बैंक कॉलोनी में भी स्वदेशी जागरण मंच की ओर से रोजगार सजृन केंद्र खोला गया. अग्रसेन भवन में खोले गए इस रोजगार सृजन के साथ ही स्वावलम्बी भारत अभियान की शुरुआत की गई. 

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रोजगार सजृन केंद्र के उद्घाटन पर स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय सह संगठक सतीश कुमार ने भारत में नौकरी और बेरोजगारी नहीं थी, भारत कभी नौकरों का देश नहीं रहा. यहां घर घर में रोजगार होते थे. नौकरी की मानसिकता अंग्रेजों के समय से हुई. उन्होंने कहा कि नौकरी करने वाला कभी देश को आगे नहीं बढ़ा सकता और उद्यमिता से विकास के द्वार खुलते हैं. भारत की युवा शक्ति देश को विश्व गुरु बनाने में प्रमुख भागीदारी निभाएगी और भारत फिर से दुनिया का सिरमौर बनेगा. भारत में आज 15 से 29 वर्ष की आयु के 37 करोड़ों युवा है जोकि भारत के ग्रोथ इंजन के रूप में काम करके देश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ कर सकते हैं.

स्वावलंबी भारत अभियान की अखिल भारतीय सह समन्वयक डॉ अर्चना मीणा ने कहा कि देश में बेरोजगारी एक बहुत बड़ी समस्या है,  बेरोजगारी ही युवाओं में भटकाव का कारण है, किंतु उद्यमिता से युवाओं को स्वरोजगार प्रदान कर देश को आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है. अभियान में महिलाओं और बालिकाओं को भी जोड़ा जाएगा ताकि स्वरोजगार और उद्यमिता के साथ समृद्ध भारत की ताकत बढ़ सके. स्वरोजगार और उद्यमिता बढ़ने से रोजगार के अवसर तो खुलेंगी ही बस्ती, गांव, राज्य और देश भी समृद्ध होंगे. 

 इस अवसर पर पूर्व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जयपुर महानगर संघ चालक चैन सिंह राजपुरोहित ने  स्वावलम्बी भारत अभियान की जानकारी देते हुए कहा कि अभियान तभी फलीभूत होगा जब प्रत्येक कार्यकर्ता योगदान देगा. समाज के लोग सामूहिक रूप से इस अभियान में जुड़ेंगे तो स्वरोजगार सृजन के ज्यादा अवसर पैदा होंगे.  इस मौके पर स्वयं आत्मनिर्भर बनकर लोगों को अपने स्टार्टअप से रोजगार प्रदान करने वाले  रेखा अग्रवाल, लस्सी मेड इन बस्सी के हेमंत शर्मा, रोहित चाय वालज के रोहित शर्मा, विश्वनाथ यादव को सम्मानित किया गया. 

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