जयपुरः राज्य सरकार के निर्णय अनुसार सरकारी विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को विद्यालय की पोशाग दी जाएगी. शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) पोशाग देने के लिए राज्य सरकार का धन्यवाद ज्ञापित करता है, लेकिन सिलाई का काम शिक्षकों के माध्यम से करवाने का राजस्थान शिक्षक संघ पुरजोर विरोध करता है.
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चाकसूः राज्य सरकार के निर्णय अनुसार सरकारी विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को विद्यालय की पोशाग दी जाएगी. शिक्षक संघ (राष्ट्रीय )पोशाग देने के लिए राज्य सरकार का धन्यवाद ज्ञापित करता है, लेकिन सिलाई का काम शिक्षकों के माध्यम से करवाने का राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय पुरजोर विरोध करता है. यदि बाजार से अधिकारियों द्वारा कपड़ा खरीद कर विद्यालयों को दिया जाएगा. विद्यालय स्तर पर छात्र-छात्राओं की पोशाक सिलवाई जाएगी, तो इसमें भ्रष्टाचार की गुंजाइश भी रहेगी. जिस दर पर 87.50 रु. प्रति पोशाक सिलवाई करवानी है, यह दर बाजार भाव को ध्यान में रखते ही हुऐ बिल्कुल ही व्यावहारिक नहीं है.
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यह बिल्कुल सत्य है कि राज्य सरकार द्वारा निर्धारित स्कूल ड्रेस की सिलाई दर में कोई भी सिलाई मास्टर और दर्जी सिलने को भी तैयार नहीं होगा. इससे विद्यालयों में प्रधानाचार्य और संबंधित शिक्षक को एक और अतिरिक्त तनाव झेलना पड़ेगा. यह जानकारी देते हुए रामावतार शर्मा जिला अध्यक्ष जयपुर प्रथम ने बताया कि राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय मांग करता है कि राज्य सरकार को पोशाग की राशि सीधे ही बालक या अभिभावकों के बैंक खाते में ट्रांसफर करनी चाहिए. खाते में सीधे ही राशि स्थानांतरण करने से शिक्षकों को होने वाले तनाव से भी मुक्ति मिलेगी. अभिभावक आसानी से छात्र-छात्राओं को पोशाग भी बना कर दे देंगे. शिक्षक संघ राष्ट्रीय ने सरकार से पुनः आग्रह किया है कि इस संबंध में गंभीरता से विचार कर पुनः निर्णय ले.
Report- Amit Yadav