जयपुर के होंगे तीन टुकड़े, दूदू नहीं जयपुर ग्रामीण होगा नया जिला, CM गहलोत ने सुलझाया विवाद
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जयपुर के होंगे तीन टुकड़े, दूदू नहीं जयपुर ग्रामीण होगा नया जिला, CM गहलोत ने सुलझाया विवाद

Jaipur New District : नए जिले जयपुर देहात से होगा विवाद खत्म ? सीएम बोले, जनभावना का होगा सम्मान. जयपुर शहर और जयपुर ग्रामीण दो जिले बना दिए जाएं तो विवाद खत्म हो सकता है. 

 

जयपुर के होंगे तीन टुकड़े, दूदू नहीं जयपुर ग्रामीण होगा नया जिला, CM गहलोत ने सुलझाया विवाद

Jaipur New District : जयपुर जिले में नए जिले के क्षेत्राधिकार के विवाद को खत्म करने के लिए दूदू की जगह नया जिला जयपुर ग्रामीण बना दिया जाए. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को जयपुर जिले के विधायकों से इस विवाद को सुलझाने के लिए सुझाव मांगे. इस दौरान यह सुझाव सामने आया कि लोकसभा की तरह जयपुर शहर और जयपुर ग्रामीण दो जिले बना दिए जाएं तो विवाद खत्म हो सकता है. इसमें जयपुर शहर में नगर निगम क्षेत्र के ढाई सौ वार्डों का क्षेत्र शामिल करने पर सहमति बनी.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट में 19 नए जिलों की घोषणा की थी. राज्य सरकार ने नए जिलों के गठन को अमलीजामा के लिए जिलों में ओएसडी के रूप में आईएएस और आईपीएस अधिकारी तैनात कर दिए. इधर नए जिलों के क्षेत्राधिकार को लेकर विवाद पैदा हो गया. कई जगह ग्रामीणों ने नए जिलों में शामिल होने से मना कर दिया. इसमें सबसे ज्यादा विवाद जयपुर के दूदू को लेकर हो रहा है. सांभर, फुलेरा, चाकूस, मालपुरा के लोग नए दूदू में शामिल नहीं होना चाहते हैं.

आंदोलन उग्र हुआ तो चेती सरकार

घोषणा के बाद से ही सांभर-फुलेरा के लोग दूदू में शामिल होने से इनकार कर रहे थे. साथ ही उनकी मांग थी कि दूदू की जगह फुलेरा या सांभर में नया जिला बनाया जाए. आंदोलन ने रविवार को उग्र रूप धारण कर लिया, जब प्रदर्शन के दौरान हिंसा और टकराव हो गया. पुलिस को आंसू गैस के गोले तक चलाने पड़े. ऐसे में मामले की गंभीरता समझते हुए सीएम अशोक गहलोत ने सोमवार सुबह दूदू विधायक बाबूलाल नागर को छोड़कर जयपुर शहर और ग्रामीण के सभी विधायकों को सीएमआर चर्चा के लिए बुलाया.

सीएम आवास से चर्चा के बाद लौटे नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि सीएम की तमाम योजनाएं जनहित को ध्यान में रखकर बनाई गई. ऐसे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने साफ कहा कि जन भावनाओं को सम्मान दिया जाएगा. जनता की भावना को देखते हुए क्षेत्राधिकार तय किया जाएगा. जनता नहीं चाहेगी तो उस क्षेत्र को नए जिले में शामिल नहीं किया जाएगा. जो जिस जिले के नजदीक हैं, उन्हें उस जिले में शामिल किया जाएगा. किसी से बेवजह टकराव नहीं किया जाएगा.

नहीं होंगे जयपुर शहर के दो टूकड़े

प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि जयपुर के दो टुकडे नहीं होंगे. जयपुर जिला ढाई सौ नगर निगम वार्डों व जयपुर लोकसभा क्षेत्र का होगा. पहले की तरह ही जयपुर वैसा का वैसा रहेगा. हालांकि उन्होंने कहा कि नए जयपुर देहात जिले को सीएम ने क्या बोला उनकी जानकारी में नहीं है, लेकिन मुख्यमंत्री स्तर पर ही इसका फैसला लिया जाएगा.

वहीं दूसरी ओर चाकसू विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने कहा कि चाकसू का एक भी गांव दूदू जिले में शामिल नहीं होगा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हमारी बातों का मान रखने के लिए कहा है, लेकिन नोटिफिकेशन लागू होने तक जनता को कोई जवाब नहीं दे सकते हैं. यदि नोटिफिकेशन में ऐसा नहीं हुआ तो जनता को जवाब तो नहीं दे सकते. वहीं जयपुर ग्रामीण के कोटपूतली व बहरोड़ को मिलाकर नया जिला बनाया गया है. ऐसे में अब जयपुर शहर और जयपुर ग्रामिण मिलाकर जयपुर जिले के कुल तीन टुकड़े हो जाएंगे.

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