धारीवाल की बैठक में पायलट गुट को कहा 'गद्दार' तो छलक पड़े महिला विधायक के आंसू, कहा ये
Advertisement

धारीवाल की बैठक में पायलट गुट को कहा 'गद्दार' तो छलक पड़े महिला विधायक के आंसू, कहा ये

Rajsthan Political Crisis: धारीवाल की बैठक में पायलट गुट को कहा गद्दार तो वल्लभनगर विधायक प्रीति शक्तावत के आंसू छलक पड़े.

धारीवाल की बैठक में पायलट गुट को कहा 'गद्दार' तो छलक पड़े महिला विधायक के आंसू, कहा ये

Rajsthan Political Crisis: उदयपुर की वल्लभनगर विधायक प्रीति शक्तावत गुरुवार देर शाम जयपुर से उदयपुर पहुंची. जहां उन्होंने मीडिया से मुखातिब होते हुए पिछले दिनों कांग्रेस पार्टी में हुए राजनीतिक उथल-पुथल पर विस्तार से अपनी बात को रखा. सीएम अशोक गहलोत का बचाव करते हुए कहा कि इस पूरे घटनाक्रम को सीएम गहलोत की ओर से विधायकों को कोई भी दिशा निर्देश जारी नहीं किए गए. इस पूरे घटनाक्रम में मुख्यमंत्री की कोई भूमिका नहीं है. जब वे मीटिंग के बुलाने पर जयपुर पहुंची तो मंत्रियों के पीए के लगातार फोन आ रहे थे और उन्हें मंत्री शान्ति धारिवाल के निवास पर बुलाया गया. उन्हें भी नहीं मालूम था कि शांति धारीवाल के घर पर किस तरह की बैठक आयोजित होने जा रही है. उन्हें दूसरे विधायकों की तरह पूरी तरह से अंधेरे में रखा गया. बैठक के दौरान सीएम अशोक गहलोत की ओर से बुलाई गई बैठक में जाने के लिए बार-बार पूछा जा रहा था, तो उन्हें एक ही जवाब मिल रहा था कि बस कुछ देर में चल रहे हैं

3 लोगों के कारण सीएम को होना पड़ा शर्मिंदा

वल्लभनगर विधायक प्रीति शक्तावत ने कहा कि तीन नेताओं की वजह से सीएम अशोक गहलोत को पार्टी आलाकमान के सामने शर्मिंदा होना पड़ा. उन्हें माफी मांगनी पड़ी. उन्होंने साफ कहा कि पिछले तीन-चार दिनों में जो भी घटनाक्रम हुआ वह नहीं होना चाहिए था. वहीं त्याग पत्र पर हस्ताक्षर करने के मामले पर विधायक प्रीति शक्तावत ने कहा कि उन्हें गुमराह कर त्याग पत्र पर हस्ताक्षर कराए गए. इसके लिए वरिष्ठ नेताओं ने कहा था कि पहले अशोक गहलोत को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाए और उसके बाद सीएम पद से हटाए. इसी मांग पर उन्होंने भी सभी विधायकों के साथ त्यागपत्र पर हस्ताक्षर कर दिए थे.

गहलोत यूं ही नहीं कहलाते सियासत के जादूगर.. हवा का भी बदल देते रूख!

मालेसर टीम को गद्दार कहना अखरा

मीडिया से मुखातिब हुई विधायक प्रीति शक्तावत ने कहा कि मंत्री शांति धारीवाल के निवास पर मानेसर टीम के लोगों को गद्दार कहने पर उनके मन में काफी पीड़ा हुई. लगातार हो रहे हमले के कारण व्यथित हो उठी और बैठक के दौरान ही उनकी आंखों से आंसू भी छलक गए. उन्होंने कहा कि दिवंगत विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत अपनी मांगों को लेकर नाराजगी जाहिर की थी. फिर से परिवार के साथ आ गए, ऐसे में उस टीम को गद्दार नहीं कहा जाना चाहिए था. प्रीति शक्तावत ने साफ कहा कि यह विचार सीएम अशोक गहलोत के नहीं थे इस कारण से वे आज भी उनका सम्मान करती है.

आलाकमाल का आदेश सर्वोपरि

प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन पर लेकर पूछे गए सवालों के जवाब देते हुए विधायक प्रीति शक्तावत ने साफ कहा कि जो भी आलाकमान का आदेश होगा वह सर्वोपरि होगा. यह बात खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी कह चुके हैं. उन्होंने कहा कि वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र के साथ पूरे मेवाड़ में कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने के लिए लगातार प्रयास करेंगी. कांग्रेस पार्टी के पंजे के कारण ही उनकी पहचान है. इसलिए वे सदैव पार्टी लाइन पर चलते हुए काम करेंगे.

खबरें और भी हैं...

BSER REET Result 2022: रीट के रिजल्ट का इंतजार इस दिन हो सकता है खत्म, ये होंगे क्वालिफाई मार्क्स

Rajasthan Politics : पायलट परिवार से अशोक गहलोत की है पुरानी दुश्मनी, हर मौके पर जीता जादूगर

Trending news