सियासी संकट के बीच मंत्री Dhariwal का बड़ा बयान, बोले- कांग्रेस में गुटबाजी पहले भी थी, आगे भी रहेगी
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सियासी संकट के बीच मंत्री Dhariwal का बड़ा बयान, बोले- कांग्रेस में गुटबाजी पहले भी थी, आगे भी रहेगी

धारीवाल के बयान वाला वीडियो उस वक्त सामने आया है, जब प्रदेश में गहलोत और पायलट गुट के समर्थक विधायक नेता एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं. 

धारीवाल ने स्वीकार किया कि कांग्रेस में फूट और गुटबाजी पहले भी थी और आगे भी रहेगी.

Jaipur: प्रदेश में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) और सचिन पायलट (Sachin Pilot) के बीच चल रहे सियासी संग्राम में नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल (Shanti Dhariwal) के बयान ने सबको चौंका दिया है. धारीवाल ने स्वीकार किया कि कांग्रेस में फूट और गुटबाजी पहले भी थी और आगे भी रहेगी. इससे कांग्रेस और सरकार की सेहत पर कोई असर पर नहीं पड़ेगा.

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धारीवाल के बयान वाला वीडियो उस वक्त सामने आया है, जब प्रदेश में गहलोत और पायलट गुट के समर्थक विधायक नेता एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं. 

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कांग्रेस में आज से ही नहीं स्वतंत्रता के पहले से भी फूट रही है. मतभेद थे, मनभेद नहीं थे. जिस तरह का ये प्रचार करते हैं. सुभाषचंद्र बोस और पंडित जवाहरलाल नेहरू के नहीं बनती थी. झूठा प्रचार करते हैं सुभाषचंद्र बोस ही वह आदमी थी, जब कमला नेहरू के टीबी हो गई थी तब इलाज के लिए विदेश लेकर गए थे. सरदार पटेल और जवाहरलाल नेहरू के बीच मतभेद बताते हैं. इस तरीके के झूठे प्रचार कर कर के साबित क्या करना चाहते हैं. 

कांग्रेस ने राज किया है, कर रही है 
धारीवाल ने कहा कि किस तरीके से कोई क्या बोलता है, कोई क्या बोलता है. कोई बात को किधर ले जाता है. बात को छुपाने के लिए कांग्रेस में दो गुट हो रहे हैं. धारीवाल ने जोर देकर कहा कि हां कांग्रेस में दो गुट रहे हैं, फिर भी कांग्रेस ने  राज किया है, राज कर रही है. 

धारीवाल नम्बर दो मंत्री हैं, बयान के कई मायने 
ऑप्रदेश सरकार में शांति धारीवाल गहलोत के बाद नंबर दो मंत्री हैं. धारीवाल संसदीय कार्यमंत्री होने के साथ साथ महत्वपूर्ण विभाग यूडीएच का जिम्मा भी सम्भाल रहे हैं. वे गहलोत सरकार के संकटमोचक में से एक माने जाते हैं. ऐसे में धारीवाल का कांग्रेस में फूट का कबूलनामा आश्चर्य पैदा कर रहा है. धारीवाल के इस बयान के कई सियासी मायने निकल रहे हैं. पायलट खेमे को दो टूक चेतावनी है कि या तो पार्टी व सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करें नहीं तो 'अपनी ढपली, अपना राग' बजाते रहें. 

गुटबाजी से पार्टी को कोई खतरा नहीं पड़ने वाला 
वहीं दूसरी ओर धारीवाल का यह बयान पायलट गुट के खेमे का मनोबल तोड़ने की दृष्टि से भी देखा जा रहा है. इसी तरह वरिष्ठ मंत्री के बयान देने से संदेश दिया जा रहा है कि अलाकमान इस बारे में किसी तरह की कार्रवाई करने से पहले सोच लें कि गुटबाजी से पार्टी को कोई खतरा नहीं पड़ने वाला है. 

भाजपा भी लगाए बैठी है आस 
इधर भारतीय जनता पार्टी गहलोत-पायलट गुट में चल रही सियासी खींचतान को लेकर प्रदेश में सत्त पलटने की आस लगाए बैठी है. भाजपा नेता यदा कदा बयान देते रहते हैं कि सरकार आपसी खींचतान में अपने आप गिर जाएगी. वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कुशल रणनीतिकार की तरह सरकार को बचाए हुए हैं. असंतुष्ट धड़े की लगातार बगावती तेवर के बाद भी सरकार को किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं है. 

 

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