राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने कोविड को लेकर VC के जरिए समीक्षा बैठक की. सीएम ने कहा कि सभी को वैक्सीन की दोनों डोज लेने आवश्यक है. CM ने कहा कि नागरिकों के पास 31 जनवरी का तक का समय है अगर 31 जनवरी तक वैक्सीन की दोनों डोज नहीं लगवाई गई तो फिर सभी जगहों पर नो मास्क नो एंट्री की तर्ज पर नो वैक्सीन नो एंट्री अभियान शुरू किया जाएगा.
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Jaipur: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने कोविड को लेकर VC के जरिए समीक्षा बैठक की. सीएम ने कहा कि सभी को वैक्सीन की दोनों डोज लेने आवश्यक है. CM ने कहा कि नागरिकों के पास 31 जनवरी का तक का समय है अगर 31 जनवरी तक वैक्सीन की दोनों डोज नहीं लगवाई गई तो फिर सभी जगहों पर नो मास्क नो एंट्री की तर्ज पर नो वैक्सीन नो एंट्री अभियान शुरू किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान हालातों में छोटे बच्चों को वैक्सीन लगाना बेहद जरूरी है. किशोरों के लिए वैक्सीनेशन शुरू हुआ है लेकिन अभी छोटे बच्चों के लिए इस संबंध में कोई प्रक्रिया नजर नहीं आ रही. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर आग्रह किया जाएगा कि छोटे बच्चों को भी वैक्सीन लगाया जाए. उन्होंने कहा कि 12 साल तक के बच्चों का ट्रायल हो चुका है. दुनिया के 40 देशों में बच्चों को वैक्सीन लग रही है. सीएम गहलोत ने कहा कि तीसरी लहर के बाद चौथी लहर आ सकती है. लिहाजा बच्चे देश का भविष्य हैं. इनके स्वास्थ्य के साथ कोई समझौता नहीं होना चाहिए.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि वैक्सीन ही कोरोना से बचा सकती है. राजस्थान में 14.14 लाख बच्चों को वैक्सीन लग चुकी है. यही स्पीड रही तो हम जल्द हंड्रेड परसेंट वैक्सीनेशन में कामयाब हो जाएंगे. गहलोत ने प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि वैक्सीनेशन के अभियान को सफल बनाएं, सब काम छोड़कर वैक्सीन लगवाएं. हम लोग समय पर वैक्सीन लगवा लेंगे तो लोगों को बचा पाएंगे. 60 साल से ऊपर के सभी लोगों को वैक्सीन लगनी चाहिए. भारत सरकार की अनुमति के बिना वैक्सीन नहीं लग सकती. वैक्सीन नहीं है तो भारत सरकार स्वीकार करें.
गहलोत ने कहा कि ओमिक्रॉन के ज्यादा गंभीर परिणाम सामने नहीं आ रहे हैं इसीलिए लोग लापरवाही बरत रहे हैं. लोग मास्क नहीं लगा रहे हैं, यह बहुत खतरनाक स्थिति है, मैं खुद भुगत भोगी हूं और पोस्ट कोविड के गंभीर परिणाम हो सकते हैं. सीएम ने कहा कि मुझे दूसरी बार कोरोना हो गया है. मैं खुद भुगत भोगी हू्ं, पहली बार डेल्टा हुआ था. स्टंट लगा हुआ था लेकिन प्रदेशवासियों को दुआओं और डॉक्टर्स के प्रयासों से मुझे नया जीवन मिला.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा ओमिक्रॉन पोस्ट कोविड का क्या असर करेगा किसी को मालूम नहीं है. सबको वैक्सीन लग गई तो राजस्थान को सुरक्षित रख पाएंगे. जनता को हमें यह समझाना पड़ेगा कि कई बीमारियां उनके पोस्ट कोविड की वजह से हो रही है. लापरवाही का नतीजा हमें बाद में भुगतना पड़ेगा जनता गफलत में ना रहें.
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्कूलों को लेकर कहा कि अभी स्थिति का आंकलन किया जा रहा है. स्कूल संस्थान बंद करना कोई समाधान नहीं है लेकिन आने वाला समय कैसा होगा उसे लेकर ही फैसला लिया जाएगा.
सभी लोगों को मिलकर प्रदेश में वैक्सीन और प्रॉटोकॉल की पालना की दिशा में काम करना है. इस मुद्दे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. अगर जीवन रहा तो राजनीति बाद में भी हो जाएगी. सीएम ने कहा जल्दबाजी में फैसले नहीं करेंगे लेकिन कई बार फैसले करने पड़ते हैं.