करीब एक दशक बाद ऐसा हुआ है, जब बोर्ड की सेल्फ फाइनेंस स्कीम (एसएफएस) में मकानों की संख्या से ज्यादा लोगों ने आवेदन किया है.
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Jaipur: राजस्थान हाउसिंग बोर्ड (Rajasthan Housing Board) की पिछले दिनों निकाली आवासीय स्कीम में इस बार लोगों का जबरदस्त रूझान देखने को मिला है. करीब एक दशक बाद ऐसा हुआ है, जब बोर्ड की सेल्फ फाइनेंस स्कीम (एसएफएस) में मकानों की संख्या से ज्यादा लोगों ने आवेदन किया है.
कोरोना (Covid) कम होने के साथ ही रियल स्टेट (Real estate) में बूम आया हुआ हैं. मुद्रांक एवं पंजीयन विभाग (Stamps & Registration Department) में मकानों, फ्लैट्स की रजिस्ट्री करवाने वालों की भीड़ उमड़ रही हैं तो दूसरी तरफ हाउसिंग बोर्ड की आवासीय स्कीम (Housing scheme) में भी इसका असर देखने को मिल रहा हैं. करीब एक दशक बाद आवासीय स्कीम में इस बार लोगों का जबरदस्त ग्राफ बढा हैं.
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जयपुर (Jaipur News) के प्रताप नगर के सेक्टर 8 में जो मुख्यमंत्री जन आवास योजना (Chief Minister Jan Awas Yojana) निकाली उसमें तो एलआईजी के फ्लैट्स के लिए फ्लैट्स की संख्या से 44 गुना ज्यादा एप्लीकेशन आई है. बोर्ड में लम्बे समय बाद ऐसा देखने को मिला है. जब फ्लैट्स के लिए बड़ी संख्या में आवेदन आए है.
वहीं इन आवेदनों को देखकर एक बात तो तय है कि लोगों का रुझान अब रिजनेबल रेट्स में 2 बीएचके फ्लैट्स (2 BHK Flats) खरीदने में ज्यादा है. राजस्थान हाउसिंग बोर्ड आयुक्त पवन अरोड़ा ने बताया की योजनाओं में आवेदकों का भारी उत्साह देखने को मिला हैं.
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राजस्थान हाउसिंग बोर्ड से आवेदनों के मिले डेटा के मुताबिक सेक्टर 8 चेतक मार्ग पर एलआईजी के 114 फ्लैट्स के लिए 4982 और ईडब्ल्यूएस के 130 फ्लैट्स (Flats) के लिए 2289 एप्लीकेशन मिली है. वहीं, सेक्टर 8 में बनाए जाने वाले 270 स्टूडियो अपार्टमेंट (Studio Apartment) के लिए 863 लोगों ने एप्लीकेशन फार्म भरे है. ये स्टूडियो अपार्टमेंट एसएफएस के तहत बनाए जाएंगे.
इसी तरह जयपुर के प्रताप नगर सेक्टर 26 में भी बोर्ड ने ईडब्ल्यूएस और एलआईजी (EWS and LIG) के फ्लैट्स के लिए आवेदन मांगे है. यहां एलआईजी के 620 फ्लैट्स के लिए 7 गुना यानी 4342 आवेदन आए, जबकि ईडब्ल्यूएस के 726 फ्लैट्स के लिए 2582 आवेदन आए है. इससे इतर अलवर के सबसे बड़े इंडस्ट्रियल हब भिवाड़ी में लोगों का मकान लेने में कम ही रूझान दिखा.
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हाउसिंग बोर्ड ने यहां मुख्यमंत्री जन आवास योजना (Mukhyamantri Awaas Yojna) के तहत ईडब्ल्यूएस के 536 और एलआईजी के 272 फ्लैट्स के लिए आवेदन मांगे थे, लेकिन यहां ईडब्ल्यूएस में तो फ्लैट्स की संख्या से भी कम एप्लीकेशन आई. ईडब्ल्यूएस के फ्लैट्स के लिए कुल 198 लोगों ने ही आवेदन किया, जबकि एलआईजी के लिए 465 आवेदन आए है.
बहरहाल, आवेदकों को मण्डल द्वारा प्राईम लोकेशन पर सस्ते आवास उपलब्ध करवाने के पीछे मकसद है की हर व्यक्ति का उसके आशियाने का सपना पूरा हो. अल्प बचत आय वाले लोगों ने इस बार काफी रूचि दिखाई है