देश की जेलों में बड़ी संख्या में पाकिस्तानी बंदी हैं. इनमें कुछ जाने-अनजाने में बॉर्डर (Border) पार करके आ गए. वहीं, कुछ ने भारत आने के बाद अपराध में सजा पाई है.
Trending Photos
Jaipur: देश की विभिन्न जेलों में बंद पाकिस्तानी कैदियों में एक बार फिर वतन वापसी की उम्मीद जगी है. जेलों में बंद कैदियों की काउंसलर एक्सेस शुरू हो गई. राष्ट्रीयता की पहचान के बाद इन कैदियों को उनके देश पाकिस्तान भेजने की प्रक्रिया शुरू होगी. राजस्थान (Rajasthan News) की जेलों में फिलहाल एक भी पाकिस्तानी कैदी (Pakistani prisoner) नहीं है, जिसकी काउंसलर एक्सेस (Consular access) नहीं हुई है.
देश की जेलों में बड़ी संख्या में पाकिस्तानी बंदी हैं. इनमें कुछ जाने-अनजाने में बॉर्डर (Border) पार करके आ गए. वहीं, कुछ ने भारत आने के बाद अपराध में सजा पाई है. इनमें कुछ की सजा पूरी भी हो चुकी है, लेकिन राष्ट्रीयता (nationality) की पहचान के अभाव में उन्हें पाकिस्तान (Pakisatan) नहीं भेजा जा सकता है.
यह भी पढ़ें- डिफाल्टर्स किसानों की किस्मत खुली, गहलोत सरकार देगी फसली ऋण
ऐसे में देश की विभिन्न राज्यों की जेलों (Jails) में बंद पाक कैदियों की काउंसलर एक्सेस करवाई जा रही है ताकि उनकी राष्ट्रीयता की पहचान हो सके और उन कैदियों की उनके वतन को वापसी हो सके. केंद्रीय गृहमंत्रालय (Union Home Ministry) पाक बंदियों की काउंसरल एक्सेस करवाने में लगा हुआ है.
21 मई 2008 को भारत और पाकिस्तान (India-Pakistan) के बीच काउंसलर एक्सेस पर समझौता हुआ था. इसका मकसद प्रत्येक देश की जेलों में बंद एक-दूसरे के नागरिकों को कानूनी मदद उपलब्ध कराना और वतन वापसी में सहयोग करना है.
यह भी पढ़ें- पेट्रोल-डीजल पर वैट घटाने को लेकर कांग्रेस-बीजेपी में चिट्ठी वार, अब पूनिया ने लिखा सोनिया गांधी को पत्र
-गृहमंत्रालय ऐसे बंदियों की सूची तैयार कर पाकिस्तानी दूतावास को सौंपता है
-कोर्ट की सजा पूरी करने के बाद तय होते हैं कैदियों के नाम
-पाकिस्तानी नागरिक, महिला, बच्चे और मछुआरों का आदान-प्रदान किया जाता है
-जेलों में किया जाता है पाक कैदियों का काउंसलर एक्सस
-पाकिस्तानी अधिकारियों से काउंसलर एक्सेस में पाक कैदियों की पहचान की पुष्टी कराई जाती है
-पाकिस्तान से उस बंदी के आवश्यक दस्तावेज मंगवाए जाते हैँ
-पाक बंदी की पुष्टी होने के बाद उस बंदी की पाकिस्तान वापस की प्रक्रियांए शुरू होती है
यह भी पढ़ें- चिकित्सा विभाग हुआ मुस्तैद, राजस्थान में अब मोबाइल सेल्फी से कंट्रोल होगा डेंगू का डंक
केंद्रीय गृहमंत्रालय की बैठक के बाद काउंसलर एक्सेस का शिड्यूल तय हुआ है. इसमें चार सेंट्रल जेलों (Central Jails) में काउंसलर एक्सेस की जाएगी. गृहमंत्रालय के विदेशी अनुभाग की ओर से राज्य के मुख्य सचिव निरंजन आर्य सहित सभी सम्बंधित राज्यों को पत्र लिखकर काउंसलर एक्सेस कराने के निर्देश दिए हैं.
यह भी पढ़ें- राज्य सरकार करेगी राजीव गांधी सेंटर ऑफ एडवांस टेक्नोलॉजी की स्थापना, मिलेगा रोजगार की ट्रेनिंग का अवसर
-राजस्थान की जयपुर सेंट्रल जेल (Jaipur Central Jail) में 16 नवम्बर को काउंसलर एक्सेस कराई जाएगी
-इसमें राजस्थान (Rajasthan News) के अलावा गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश की जेलों में बंद पाकिस्तानी बंदियों की पहचान की पुष्टी कराई जाएगी
-इधर अमृतसर सेंट्रल जेल में 11 नम्बर को काउंसलर एक्सेस कराई जाएगी, जिसमें जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, चंडीगढ़, पंजाब की जेलों में बंद पाक कैदियों को लाया जाएगा
-इसी तरह 18 नवम्बर को नई दिल्ली की तिहाड़ जेल में काउंसर एक्सेस होगी
-तिहाड़ में एनटीसी ऑफ दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड, हरियाणा, पश्चिम बंगाल और तेलंगाना से काउंसलर एक्सेस के लिए बंदी लाए जाएंगे
-काउंसलर एक्सेस के दौरान कोराना संक्रमण से पूरी सतर्कता बरती जाएगी
-काउंसलर एक्सेस के लिए आने वाले पाक बंदियों के साथ पुलिस अधिकारियों का 72 घंटे का आरटीपीसीआर टेस्ट जरूरी होगा
-जिन बंदियों के बुखार, दस्त, थकान, गला खराब आदि होंगे, उन्हें अलग व्यवस्था में रखने के निर्देश दिए गए हैं
-बंदियों को लाने वाली पुलिस टीम को भीड़ के दौरान अन्य प्रोटोकॉल का ध्यान रखना होगा