मुख्य सचिव उषा शर्मा ने 100 करोड़ रूपए की लागत से 14 हजार 500 वर्गमीटर क्षेत्र में बन रहे गांधी दर्शन म्यूजियम का जेडीसी जोगाराम और जेडीए अधिकारियों के साथ दौरा कर प्रोजेक्ट की प्रगति का जायजा लिया. शर्मा ने कहा कि गांधी दर्शन म्यूजियम का कार्य जल्द किया जाए. जिससे आमजन और युवापीढ़ी गांधीजी के जीवन, दर्शन और मूल्यों का अनुभव कर सके, उन्हें आत्मसात कर सके.
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Jaipur News: मुख्य सचिव उषा शर्मा ने 100 करोड़ रूपए की लागत से 14 हजार 500 वर्गमीटर क्षेत्र में बन रहे गांधी दर्शन म्यूजियम का जेडीसी जोगाराम और जेडीए अधिकारियों के साथ दौरा कर प्रोजेक्ट की प्रगति का जायजा लिया. मुख्य सचिव उषा शर्मा ने दौरे के दौरान कहा कि आमजन की आंकाक्षाओं को पूरा करने और राज्य सरकार की प्राथमिकताओं को पूरा कराने के प्रयास किए जाये. शर्मा ने कहा कि गांधी दर्शन म्यूजियम का कार्य जल्द किया जाए. जिससे आमजन और युवापीढ़ी गांधीजी के जीवन, दर्शन और मूल्यों का अनुभव कर सके, उन्हें आत्मसात कर सके.
उन्होंने बेसमेंट, लॉअर ग्राउण्ड और अण्डरग्राउण्ड में डिजिटल तकनीक से सम्बंधित करवाये जा रहे कार्यों, बाहरी विकास और अन्य शेष करवाये जा रहे कार्याे का अवलोकन किया. जयपुर विकास आयुक्त डॉ जोगाराम ने बताया कि गांधी दर्शन म्यूजियम की निरंतर मॉनिटरिंग कर प्रोजेक्ट का कार्य जल्द से करवाया जा रहा है. प्रोजेक्ट का 80 प्रतिशत से अधिक काम पूरा हो चुका है. जेडीसी ने बताया कि म्यूजियम का कार्य पूर्ण होने पर ना सिर्फ परियोजना साईट की बल्कि पूरी नजदीकी क्षेत्र की ईको वेल्यू यानि पर्यावरण मूल्य में अभिवृद्धि होगी. जेडीसी ने बताया कि गांधी दर्शन म्यूजियम का निर्माण पांच चरणों में किया जा रहा है.
पहले चरण में संरचना संबंधी कार्यों को करवाया गया है. दूसरे चरण में भवन के इंटीरियर वर्क्स सिविल - पत्थर, ईंट, सीमेंट ब्लॉक्स की चिनाई का कार्य व रेम्ड अर्थ का कार्य (मिट्टी की कुटाई कर दीवार बनाई जाती है), इलेक्ट्रिकल कार्य में एसी, विद्युत संबंधी, फर्नीचर, प्लास्टर, खिडकियॉ एवं दरवाजें इत्यादि कार्य, एचवीएसी, अग्निशमन, फर्निशिंग आदि का कार्य करवाया जा रहा है.
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तीसरे चरण में डिजिटल म्यूजियम का कार्य, जिसमें बेसमेंट लॉअर ग्राउण्ड और अण्डर ग्राउण्ड का कुछ हिस्सा म्यूजियम हेतु उपयोग में लिया जायेगा। जहॉ विभिन्न नई तकनीकों के जरिये गांधीवादि आंदोलन, विगत की घटनाएं, गांधीजी की विरासत और उनके दर्शन से संबंधित विषय वस्तुओं को दिखाया जायेगा। चौथे चरण में बाहरी विकास कार्य एवं लैण्ड स्केपिंग कार्य, विद्युत कनेक्शन, डीजी सेट, ट्रांसफार्मर, कैमरें, रेनवॉटर हार्वेस्टिंग, ड्रेनेज इत्यादि कार्य करवाया जा रहा है एवं पांचवे चरण में स्लोपिंग रूफ और केलू का कार्य इस पूरे म्यूजियम को विशेष रूप देने हेतु कुछ छतों पर स्लोपिंग रूफ और केलू का कार्य करवाया जा रहा है.