राजस्थान परिवहन विभाग पिछले साल के मुकाबले विभाग ने गुरुवार तक करीब 400 करोड़ अधिक राजस्व जुटा लिया है. परिवहन विभाग का 31 मार्च तक राजस्व का आंकड़ा 6650 करोड़ रुपए से अधिक पहुंच सकता है. ऐसा हुआ तो यह आंकड़ा पिछले साल की तुलना में 500 करोड़ से भी अधिक होगा.
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Rajasthan transport department , Jaipur News : राजस्व लक्ष्य अर्जन को लेकर परिवहन विभाग का दबदबा देखने को मिला है. एक तरफ जब आबकारी जैसा बड़ा महकमा भी राजस्व लक्ष्य के मामले में विफल साबित हो रहा है. तब परिवहन विभाग ने पिछले साल की तुलना में अधिक राजस्व अर्जित किया है. क्या है विभाग का राजस्व लक्ष्य और कितना राजस्व किया है प्राप्त, पढ़े पूरी खबर
राज्य सरकार के कमाऊ विभागों में गिने जाने वाले परिवहन विभाग का इस बार दबदबा देखने को मिला है. एक तरफ जब राज्य सरकार के 2 बड़े विभाग राजस्व के मामले में पिछड़ रहे हैं, तब परिवहन विभाग ने नाक बचाने में सफलता हासिल की है.
दरअसल वाणिज्य कर विभाग और आबकारी विभाग की परफॉर्मेंस खराब चल रही है. आबकारी विभाग तो पिछले साल के समकक्ष भी राजस्व नहीं जुटा सका है, लेकिन इस मामले में परिवहन विभाग ने पिछले साल की तुलना में अधिक राजस्व अर्जित कर लिया है.
परिवहन विभाग के 27 मार्च तक के आंकड़ों को देखा जाए तो विभाग ने 6473 करोड़ रुपए राजस्व प्राप्त किया है. जबकि पिछले वित्त वर्ष में परिवहन विभाग का राजस्व अर्जन 6128 करोड़ रुपए रहा था. इस तरह पिछले साल के मुकाबले विभाग ने गुरुवार तक करीब 400 करोड़ अधिक राजस्व जुटा लिया है. परिवहन विभाग का 31 मार्च तक राजस्व का आंकड़ा 6650 करोड़ रुपए से अधिक पहुंच सकता है. ऐसा हुआ तो यह आंकड़ा पिछले साल की तुलना में 500 करोड़ से भी अधिक होगा.
- 27 मार्च के आंकड़ों में 6473.79 करोड़ राजस्व किया प्राप्त
- पिछले वर्ष विभाग ने कुल लक्ष्य का 91.47 फीसदी राजस्व किया प्राप्त
- वहीं इस बार 5 दिन पहले ही 91.18 फीसदी राजस्व प्राप्त किया
- वित्त विभाग ने परिवहन विभाग का राजस्व लक्ष्य किया संशोधित
- अब 7100 करोड़ है परिवहन विभाग का संशोधित राजस्व लक्ष्य
परिवहन विभाग के आंकड़ों की यदि आरटीओ वार या डीटीओ वार समीक्षा की जाए तो स्थिति ज्यादा विकट है. पीपाड़शहर, सादुलशहर, सुमेरपुर, रामगंजमंडी, पाली, करौली आदि जिला परिवहन कार्यालयों की स्थिति लगातार खराब है. इनमें पीपाड़शहर जिला परिवहन कार्यालय ने मात्र 25 फीसदी राजस्व ही अर्जित किया हे। सादुलशहर भी मात्र 43 फीसदी राजस्व ही अर्जित कर सका है। सर्वाधिक राजस्व प्राप्त करने वाले जिलों में खेतड़ी और कोटपूतली सबसे आगे हैं.
- जयपुर RTO द्वितीय पहले नंबर पर 112.76 फीसदी राजस्व अर्जित
- जयपुर RTO प्रथम दूसरे नंबर पर, 99.06 फीसदी राजस्व अर्जित
- अजमेर RTO तीसरे नंबर पर, 93.66 फीसदी राजस्व अर्जित
- बीकानेर RTO चौथे नंबर पर, 90.10 फीसदी राजस्व प्राप्त
- सीकर RTO पांचवें नंबर पर, 89.66 फीसदी राजस्व प्राप्त
- पाली RTO सबसे नीचे 13वें नंबर पर 79.33 फीसदी राजस्व प्राप्त
- अलवर RTO 12वें नंबर पर, 80.61 फीसदी राजस्व प्राप्त हुआ
- जोधपुर RTO 11वें नंबर पर, 81.51 फीसदी राजस्व किया प्राप्त
- सभी 13 RTO का लक्ष्य 6820 करोड़, प्राप्त किया 6092.96 करोड़