Rajasthan- फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र बना PHed के गले की हड्डी, गणपति और श्री श्याम ट्यूबवेल फर्म के बाद बजरंगबली भी निकली फेक
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Rajasthan- फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र बना PHed के गले की हड्डी, गणपति और श्री श्याम ट्यूबवेल फर्म के बाद बजरंगबली भी निकली फेक

Jaipur: जलदाय विभाग में फर्जी अनुभव प्रमाण पत्रों के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे है. दो फर्मों के बाद  बाडमेर जल जीवन मिशन में काम करने वाली बजरंगबली कॉन्ट्रेक्ट फर्म पर  भी  फर्जीवाड़े के आरोप लगे है. 

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Rajasthan: जलदाय विभाग में फर्जी अनुभव प्रमाण पत्रों के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे.गणपति और श्री श्याम ट्यूबवेल फर्म के फर्जीवाड़े के बाद अब एक और शिकायत सामने आई है.अब बाडमेर जल जीवन मिशन में काम करने वाली बजरंगबली कॉन्ट्रेक्ट फर्म पर फर्जीवाड़े के आरोप लगे है.कई और फर्मों की शिकायतों की खबरें भी सामने आ रही है.

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उपसचिव की अध्यक्षता में जांच

पीएचईडी में गणपति और श्री श्याम ट्यूबवेल फर्म द्वारा 900 करोड़ के भ्रष्टाचार का गदर मचाने पर लगातार फर्जीवाड़े के मामले सामने आ रहे है.अबकी बार बाड़मेर में जल जीवन मिशन के जरिए रेतीली जमीन पर 31 करोड 28 लाख के ट्यूबवेल खोदने वाले टैंडर में फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र के आरोप लगे है. इसको लेकर बजरंगबली फर्म की अतिरिक्त मुख्य सचिव सुबोध अग्रवाल को शिकायत की है.जिसके बाद चीफ इंजीनियर तकनीकी ने मामले की जांच की,लेकिन इसके बाद अब विभाग ने कमेटी का गठन किया गया.उपसचिव गोपाल सिंह की अध्यक्षता में कमेटी अनुभव प्रमाण पत्र की जांच कर रही है.

 गड़बड़ी के आरोप लगे

बाड़मेर में रेतीली जमीन पर 400 ट्यूबवेल खोदने के लिए 31.28 करोड़ काम देने की प्रक्रिया शुरू की गई,जिसमें फर्म बजरंगबली कॉन्ट्रेक्ट की शिकायत हुई है. टैंडर में एक वित्तीय वर्ष में फर्म को 10.42 करोड़ के रेतीली धरातल में रोटरी मशीन से ट्यूबवेल खोदने का अनुभव जरूरी था. लेकिन बजरंगबली फर्म पर आरोप है कि टैंडर में जो अनुभव प्रमाण पत्र लगाए है वो कॉम्बिनेशन स्ट्रेटा के साथ साथ रेतीले धरातल के भी है.जबकि टैंडर के लिए नियमों के तहत फर्म को 10.42 करोड़ के रेतीले धरातल का अनुभव जरूरी है.

 क्या कहते है नियम

पीएचईडी के 2 जुलाई 2013 सकुर्लर के मुताबिक ट्यूबवेल बनाने का काम लने के लिए पिछले सात वर्ष में से किसी एक वित्तीय साल में निविदा राशि के एक तिहाई राशि का काम करने का अनुभव जरूरी है.

शक के घेरे में इंजीनियर्स भी 

अब ऐसे में देखन होगा क्या फर्म के साथ साथ इंजीनियरों की मिलीभगत भी है. क्या फर्जी प्रमाण पत्र के और मामले अभी सामने आने बाकी है. क्योकि फर्जी रजिस्ट्रेशन और अनुभव प्रमाण पत्र के मामले में अभी और शिकायतें सामने आई है.

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