Rajasthan News : राजस्थान में अपराध रोकने के लिए IPS दिनेश MN को सौंपी एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स की कमान
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Rajasthan News : राजस्थान में अपराध रोकने के लिए IPS दिनेश MN को सौंपी एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स की कमान

Rajasthan News : राजस्थान में नियोजित और संगठित अपराध रोकने के लिए राजस्थान सरकार ने एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का गठन किया है, जिसकी जिम्मेदारी वरिष्ठ IPS ऑफिसर दिनेश MN को सौंपी है. जानिए कौन हैं आईपीएस दिनेश MN...

 

Rajasthan News : राजस्थान में अपराध रोकने के लिए IPS दिनेश MN को सौंपी एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स की कमान

Rajasthan News, IPS Dinesh MN : राजस्थान की भजनलाल सरकार ने संगठित अपराध के खत्मे के लिए बड़ा कदम उठाया है. जानकारी के अनुसार, सूबे की सरकार ने एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का गठन किया कर इसकी जिम्मेदारी वरिष्ठ IPS ऑफिसर दिनेश MN को सौंपी है. बता दें, कि इस अधिकारी का क्राइम को विरुद्ध शानदार ट्रैक रिकॉर्ड रहा है. इस तेज-तर्रार ऑफिसर के नाम से ही अपराधी थर्राते हैं.

संगठित अपराध पर लगेगी लगाम

जानकारी के अनुसार, राजस्थान में संगठिक अपराध को रोकने के लिए राजस्थान की भजनलाल सरकार (bhajanlal government) ने कैबिनेट बैठक में सूबे में एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स बनाने की मंजूरी दी है. जिसके बाद DGP उमेश मिश्रा ने इसके गठन के आदेश दिए, और IPS अधिकारी दिनेश NM (ADG Crime) को एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स की जिम्मेदारी सौंपी गई है. राजस्थान में संगठिक क्राइम की रोकथाम के लिए बनाया गया ये अमला, सबसे पहले नियोजित और संगठित अपराध से जुड़े गिरोह के बारे में जानकारी जुटाएगा, और फिर कार्रवाई करेगा. बताया जा रहा है, कि इस यूनिट के माध्यम से प्रदेश की विभिन्न कोर्टों में विचाराधीन मामलों की मॉनिटरिंग कर अपराधियों को कड़ा दंड दिलवाने का काम भी किया जाएगा.

टास्क फोर्स में कौन-कौन होगा शामिल

बताया जा हा है, कि इस टास्क फोर्स में एक ADG, एक-एक IG, DIG, एसपी, दो ASP, चार डीएसपी, चार इंस्पेक्टर, 12 SI और ASI, 40 हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल सहित 65 पुलिस अधिकारियों को जगह दी गई है.

कौन हैं IPS दिनेश एमएन

जानकारी के अनुसार, दिनेश MN, 1995 बैच के IPS ऑफिसर हैं. वे मूल रूप से कर्नाटक के रहने वाले हैं, और राजस्थान कैडर (Rajasthan Cadre) के आईपीएस अधिकारी हैं. बता दें, कि वो गुजरात के सोहराबुद्दीन एनकाउंटर (sohrabuddin encounter) के बाद से चर्चा में आए. बताया जा रहा है, कि इसी मामले में उन्हें 7 साल जेल में रहना पड़ा. बाद में उन्हें बरी कर दिया गया, और फिर से कमान संभाली. इन दिनों दिनेश MN बतौर एडीजी (क्राइम) पुलिस हेड क्वार्टर में अपनी सेवाएं दे रहे हैं

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