विधायक राकेश पारीक ने कहा, 'हम कांग्रेस के लिए जान भी दें दे तो कम है, हम दिल्ली हाईकमान से मिलने गए थे, मैं पीढ़ियों से कांग्रेस का कार्यकर्ता हूं.'
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Jaipur: राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) समर्थक और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट समर्थक विधायकों के बीच बयानबाजी के तीरों के कारण सियासत गरमा गई है. गहलोत समर्थक बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों के पायलट समर्थक विधायकों को गद्दार कहने के बाद सियासी हवाओं में उबाल आ गया.
पायलट समर्थक विधायक राकेश पारीक और मुकेश भाकर ने उन्हें जयचंद और गद्दार कहने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा वह तीन पीढ़ी से कांग्रेस पार्टी की सेवा करते आ रहे हैं, उन्हें ना पद की लालसा है और ना ही मंत्री पद की, वह तो बस कार्यकर्ताओं के मान सम्मान की लड़ाई लड़ रहे हैं.
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'पीढ़ियों से कांग्रेस का कार्यकर्ता हूं'
विधायक राकेश पारीक ने कहा, 'हम कांग्रेस के लिए जान भी दें दे तो कम है, हम दिल्ली हाईकमान से मिलने गए थे, मैं पीढ़ियों से कांग्रेस का कार्यकर्ता हूं. 1977 में मेरे पिताजी को कांग्रेस का टिकट दिया गया उसके बाद 2018 में सचिन पायलट ने मुझे टिकट दिया. तब से लेकर अब तक मेरा परिवार कांग्रेस पार्टी की सेवा करता रहा है. हम नहीं जीतते तो सरकार नहीं बनती, सरकार नहीं बनती तो क्या कार्य कर पाते. कांग्रेस को हम मां मानते हैं हम प्रियंका गांधी, राहुल गांधी और सोनिया गांधी से मिलकर अपनी बात रखने गए थे.'
'बिना शर्त कांग्रेस में हूं'
वहीं, भंवरलाल शर्मा के पायलट गुट छोड़ने के सवाल पर पारीक ने कहा, 'कौन आता है कौन जाता है इसका कोई फर्क नहीं पड़ता आज हम बिना शर्त कांग्रेस में हैं. इधर, विधायक मुकेश भाकर ने कहा कि राजस्थान पार्टी बनने के बाद में चुनाव लड़कर यूथ कांग्रेस अध्यक्ष बने, एमएलए बनने के बाद यूथ कांग्रेस का अध्यक्ष बना. पिछले ढाई सालों में यूथ बोर्ड के मेंबर थे आज बसपा से चुनाव लड़े और फिर कांग्रेस में आ गए.'
कभी मंत्री पद नहीं मांगा
विधायक ने कहा, 'ऐसे लोग कांग्रेस को अनुशासन का पाठ पढ़ा रहे हैं कि कौन गद्दार है, कौन वफादार है, इसकी परिभाषा देंगे तो कांग्रेस पार्टी के लिए ठीक नहीं है. हमने इससे पहले किसी दूसरे विधायक के खिलाफ कोई बात नहीं रखी. हमने अपने लिए कोई मंत्री पद नहीं मांगा. हमतो कह रहे हैं, उन लोगों को, संदीप यादव को मंत्री बना दो. लेकिन टिप्पणी किसके कहने पर की गई है?'
'वसुंधरा राजे ने दिलवाया बयान'
भाकर ने कहा, 'इस बात का पता लगना चाहिए मेरे परिवार ने पीढ़ियों से कांग्रेस पार्टी को वोट दिया. हर हालत में पार्टी के साथ रहे. मुझे लगता है संदीप यादव को वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) ने कहकर बुलाया होगा. लेकिन वह ऐसी टिप्पणी नहीं करते. ऐसे में यह पता लगा सकता है कि किसके खून में कांग्रेस है किससे खून में नहीं है. कौन गद्दार है कौन वफादार है. मुझे लगता है संदीप यादव को वसुंधरा राजे ने कह कर बयान दिलाया होगा.'
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पायलट का जनाधार कोई झुठला नहीं सकता
उन्होंने कहा, 'संदीप यादव ने उन लोगों को गद्दार का जिन्होंने पार्टी को सींचने का काम किया. हमारे में से किसी ने कहा कि मंत्री बनने की इच्छा नहीं है. हम 19 लोग हैं कौन कम हो गए कौन ज्यादा गए यह तो वक्त बताएगा.' भाकर ने कहा राजस्थान में जनता का त्याग और सचिन पायलट (Sachin Pilot) का जनाधार कोई नहीं झुठला सकता. हम आज भी सचिन पायलट के साथ हैं, उनकी कार्य करने की स्टाइल के कायल हैं.
2.5 साल में 3 पार्टी बदलने वाले वफादारी की सीख दे रहे
मुकेश भाकर ने बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों पर आरोप लगाया कि ढाई साल में जिन्होंने तीन पार्टी बदल दी, जिनको सत्ता में रहने का लालच है, वो वफादारी और गद्दारी बता रहे हैं.
'मेरी निगरानी की जा रही'
विधायक मुकेश भाकर ने कहा, '3 दिन पहले मेरे घर के बाहर कुछ लोग मिले थे, जो हाव-भाव से सरकारी कर्मचारी लग रहे थे. मेरी इंटेलिजेंस से निगरानी की जा रही है. फोन टेप की बात मुझे पता नहीं है. लेकिन कुछ लोग मिले, उनसे पूछा कि क्यों खड़े हो, तो उन्होंने कहा हमारी ड्यूटी कर रहे हैं.'
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हम पायलट के साथ
विधायक मुकेश भाकर ने कहा, 'सचिन पायलट जयपुर आ रहे हैं. हमारी भी वार्ता हुई पर हम पायलट के साथ हैं. सचिन पायलट अगर हमको दिल्ली बुलाएंगे तो दिल्ली जाएंगे और सचिन पायलट राजस्थान में आएंगे तो उनके साथ हैं.'
DM-SP नहीं उठाते फोन
विधायक भाकर ने कहा, 'कलेक्टर-एसपी हमारे फोन नहीं उठाते. RSS से जुड़े लोगों के काम हो रहे हैं. लेकिन हमारे काम नहीं हो रहे हैं. मैसेज देते हैं उसका जवाब भी नहीं आता है. लड़ाई मान सम्मान स्वाभिमान की है. हमारे नेता सचिन पायलट हैं और जो कार्य करता है उनके मान सम्मान की लड़ाई है. हम किसी विधायक के खिलाफ नहीं है और हम जो बोल रहे हैं वह जनता तय करेगी कौन कितना गद्दार है और कौन वफादार है.'