Rajendra Rathore watched The Kerala Story: टोंक रोड पर एंटरटेनमेंट पैराडाइज के फिल्म हॉल में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ की ओर से द केरल स्टोरी फिल्म का विशेष शो आयोजित किया गया. राठौड़ ने फिल्म को लेकर कहा कि ''यह फिल्म नहीं फीलिंग है''. शो में पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी, विधायक रामलाल शर्मा, सांसद मनोज राजोरिया सहित कई पदाधिकारी शो में मौजूद रहे.
Trending Photos
Rajendra Rathore watched The Kerala Story, Jaipur News: नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ की ओर शनिवार को ''द केरल स्टोरी'' फिल्म का स्पेशल शो आयोजित किया गया. राठौड़ ने भाजपा विधायक, पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं के साथ फिल्म देखी. शो के दौरान राठौड़ ने फिल्म को लेकर कहा कि ''यह फिल्म नहीं फीलिंग है''.
टोंक रोड पर एंटरटेनमेंट पैराडाइज के फिल्म हॉल में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ की ओर से द केरल स्टोरी फिल्म का विशेष शो आयोजित किया गया. शो में पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी, विधायक रामलाल शर्मा, अशोक लाहौटी, कन्हैयालाल चौधरी, ममता शर्मा, सांसद मनोज राजोरिया सहित कई पदाधिकारी शो में मौजूद रहे. इस दौरान राष्ट्र सेवा समिति की स्वयंसेविकाएं और कई सामाजिक संगठनों के लोग भी मौजूद रहे. फिल्म के दौरान कार्यकर्ताओं भारत माता के जयघोष भी लगाए.
फिल्म के दौरान नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि इस फिल्म को पूरा देखा नहीं, लेकिन तुष्टीकरण को बढ़ावा देने के लिए संगठन की आड़ में इस प्रकार का काम किया जा रहा है. कुछ तथाकथित संगठन देश को कमजोर करने का काम कर रहे हैं, धर्मातंरण पर जोर दे रहे हैं. समाज को चैतन्य शील होना चहिए. यह फिल्म चर्चा का विषय बनी है. यह फिल्म नहीं फीलिंग है. तथाकथित लोगों से कारण से जिस प्रकार का धर्मांतरण हो रहा है, जिस प्रकार का षड्यंत्र हो रहा है.
केरल और दूसरे राज्यों में घटनाएं हो रही है, उनका चित्रण है. एक तरह से मालूम पड़ता है किस किस प्रकार शक्तियां सक्रिय हैं, हम कैसे मुकाबला कर पाएं. इन तमाम बातों को लेकर ही यह फिल्म बनाई गई है. राठौड़ ने कहा कि मैनें सरकार से फिल्म को टैक्स फ्री करने की मांग की थी. सरकार को फिल्म को टैक्स फ्री करनी चाहिए.
ये भी पढ़ें- Karnataka Election Results 2023: इनके हाथ में थी कर्नाटक की कमान, विक्ट्री के बाद राजस्थान में रहेगी नजर, प्लान तैयार
गौरतलब है कि द केरल स्टोरी फिल्म में केरल से लव जिहाद के नाम पर लड़कियों को धर्मांतरण कर अरब देशों में ले जाने का चित्रण किया गया है. दावा किया जा रहा है कि एक विशेष षडयंत्र के तहत संगठित गिरोह इन प्रदेशों से लड़कियों को ले जा रहा है. फिल्म को लेकर देशभर में व्यापक प्रतिक्रियाएं भी आई है.
पीएम मोदी सहित केंद्रीय मंत्रियों ने भी फिल्म की सराहना की है. वहीं सामाजिक संगठन बाकायदा फिल्म के सामूहिक शो आयोजित कर लोगों से फिल्म देखने का आग्रह कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर पश्चिम बंगाल में इस फिल्म के प्रसारण को बैन कर दिया गया है. इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट भी सरकार से जवाब मांग चुका है.