राजस्थान रोडवेज में वसूली का खेल! पीड़ित बुद्धराम को किया ब्लैक लिस्टेड, जानिए पूरा मामला
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राजस्थान रोडवेज में वसूली का खेल! पीड़ित बुद्धराम को किया ब्लैक लिस्टेड, जानिए पूरा मामला

राजस्थान रोडवेज में वसूली का खेल थमने का नाम नहीं ले रहा, वसूली नहीं देने पर बस सारथी को खामियाजा भुगतना पड़ा, पीड़ित बुद्धराम को बस सारथी से ब्लेकलिस्ट कर हटा दिया. पीड़ित बस सारथी बुद्धराम इंसाफ के लिए भटक रहा,

फाइल फोटो.

Jaipur: राजस्थान रोडवेज में वसूली का खेल थमने का नाम नहीं ले रहा, वसूली नहीं देने पर बस सारथी को खामियाजा भुगतना पड़ा, पीड़ित बुद्धराम को बस सारथी से ब्लेकलिस्ट कर हटा दिया. पीड़ित बस सारथी बुद्धराम इंसाफ के लिए भटक रहा, लेकिन रोडवेज मुख्यालय के अधिकारी पीड़ित की सुनने को तैयार नहीं. रोडवेज सीएमडी और ईडीटी सहित अधिकारियों को लिखित में देकर समस्याएं बताई. लेकिन अभी तक अधिकारी भी पीड़ित बस सारथी की शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं, उसके बाद बस सारथी बुद्धराम मीडिया से अपनी पीड़ा बताई.

वैशाली नगर डिपो में कार्यरत बस सारथी बुद्धराम ने बताया कि 2 साल से वैशाली नगर डिपो में बस सारथी के पद पर ईमानदारी से अपनी सेवाएं दे रहा है. वैशाली नगर मुख्य प्रबंधक द्वारा एक परिचालक प्रभाशंकर शर्मा को परिचालकों से अवैध रूप से मंथली वसूली हेतु मालपुरा में लगा रखा है. मुख्यालय के अनुसार कोई भी परिचालक वाहन निरीक्षण का कार्य नहीं कर सकता है. उसके बावजूद भी वैशाली नगर डिपो मुख्य प्रबंधक ने मंथली वसूली के लिए परिचालक प्रभाशंकर शर्मा को निरीक्षण के लिए लगाकर वसूली का खेल किया जा रहा है.

 बुद्धराम ने बताया कि एक जून को रायपुर से जयपुर के लिए आ रहा था. बस में सवार यात्रियों को वैध टिकिट जारी कर रखे थे, कोई यात्री बिना टिकिट नहीं था. डिग्गी नुक्कड़ पर परिचालक प्रभाशंकर ने स्टाफ हाथ देकर बस को रूकने पर बस में बैठे और बस सारथी से 2 हजार की मांग की और कहा कि यह राशि मुख्य प्रबंधक को देनी है.

बस सारथी बुद्धराम ने बताया कि मंथली वसूली नहीं देने पर झूठा मामला फर्जी टिकट जारी करने का बनाकर ब्लेकलिस्ट कर हटा दिया. जबकि बस निरीक्षण के दौरान कोई विडियो नहीं बनाया गया और न ही किसी बस सवारी से किसी प्रकार की जानकारी मोबाइल पर वीडियो बनाकर नहीं ली गई. रोडवेज मुख्यालय के आदेशानुसार एक परिचालक को किसी बस का निरीक्षण करने का अधिकार नहीं है, वैशाली नगर डिपो मुख्य प्रबंधक अनिल पारीक परिचालक से निरीक्षण करवाकर मुझ पर झूठा व मनमाने तरीके से केस बनाकर बस सारथी से हटा दिया है. बस सारथी की अमानत राशि जब्त कर ली है. 

जिसकी शिकायत रोडवेज मुख्यालय सीएमडी और ईडीटी को दी गई है लेकिन शिकायत पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है, वैशाली नगर डिपो पर अनुबंध पर बस सारथी बुद्धराम द्वारा निगम कोष में वर्ष 2021 को जमा कराई गई प्रतिभू राशि 30 हजार रू को निगम में जमा है. बस सारथी परिचालक पद पर 11 हजार रु मासिक वेतन मिलता है. उसमें भी टारगेट पूरा नहीं होने पर वसूली हो जाती है. मेरा परिवार का पालन पोषण बस सारथी वेतन से ही चलता है, आज भी बस सारथी बुद्धराम इंसाफ के लिए रोडवेज अधिकारियों के दर दर भटक रहा है.

 क्या रोडवेज के अधिकारी बस सारथी बुद्धराम को मंथली वसूली नहीं देने पर इंसाफ करेंगे या फिर बस सारथी से हटाने की कार्रवाई कर दी जाएगी. अब देखने वाली बात होगी रोडवेज के अधिकारी इस मंथली वसूली लेने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे या फिर दबा दिया जाएगा. जिससे रोडवेज को घाटे की ओर धकेल दिया जाएगा. घाटे से जूझ रही रोडवेज तीन महिने तक कर्मचारियों को वेतन तक नहीं दे पा रही है. इस मंथली वसूली पर मुख्यालय अधिकारी कार्रवाई कर रोडवेज को घाटे से उबारने का काम करें.

Reporter- Damodar Raigar

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