पेपर लीक गैंग मामले में अभ्यर्थियों में से अधिकांश के फैमिली के लोग सरकारी नौकरशाह है या फिर रसूखदार है. जब मामले की पड़ताल की गई तो इन अभ्यर्थियों से कई युवक-युवतियों के पिता बड़े ठेकेदार हैं या उनका खुद का स्कूल और कोचिंग संस्थान है.
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RPSC Paper leak: राजस्थान में RPSC की सैकेंड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक मामले में अब तक 55 मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी हो चुकी है लेकर अभी भी खुलासे दर खुलासे हो रहे हैं. पेपर लीक गैंग मामले में अभ्यर्थियों में से अधिकांश के फैमिली के लोग सरकारी नौकरशाह है या फिर रसूखदार है. जब मामले की पड़ताल की गई तो इन अभ्यर्थियों से कई युवक-युवतियों के पिता बड़े ठेकेदार हैं या उनका खुद का स्कूल और कोचिंग संस्थान है. अब सबाल उठता है कि ये महज संयोग है या फिर पेपर लीक मामले में कई पेंच है जो इस बात की तरफ इशारा करता है कि मास्टरमाइंड भले ही 55 पकड़े गए लेकिन किंग कोई और है.
पिछले 2 साल में राजस्थान में करीब 17 भर्तियों के पेपर लीक हो चुके हैं.अब जरा पुरानी हिस्ट्री पर नजर डाले तो आपको एक कड़ी में दूसरी कड़ी जुटती नजर आएगी. पहली कड़ी कोचिंग सेंटर और दूसरी कड़ी सरकारी कर्मचारी. इन दोनों का आपसी कनेक्शन.
उदयपुर से पकड़े गए 30 से ज्यादा अभ्यर्थियों के परिजन या रिश्तेदार सरकारी नौकर हैं. बेकरिया थाना पुलिस की गिरफ्त में आये जयश्री सांचौर जिले की रहने वाली है.इनके पिता भी सरकारी टीचर हैं. वहीं सुनील के पिता स्कूल के अध्यापक हैं.महेंद्र कुमार जालौर का रहने वाला है. इनके पिता पोसाराम प्रजापति बैंक में कर्मचारी हैं. पकड़े गये ऐसे कई अभ्यर्थी है जिनके पिता या तो सरकारी टीचर के पद पर है या किसी अन्य सरकारी नौकरी में पदस्थापित हैं.
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सुरेश बिश्नोई राजस्थान प्रवेशिका संस्कृत विद्यालय ठेलीया चितलवाना में प्रधानाध्यापक है. ये रिडीया धोरा गुढ़ा हेमा का निवासी है. वहीं तीसरा मास्टरमाइंड भजनलाल बिश्नोई एमबीबीएस का स्टूडेंट है. ये सांचौर का रहने वाला है और इसके पिता मोहनलाल बिश्नोई एक संभ्रात किसान हैं. नकल गैंग में शामिल भूपेंद्र विश्नोई फर्जी तरीके से रेलवे में ASI के पद पर नौकरी ली. बाद में रेलवे को जानकारी हुई तो उसे निलंबित कर दिया.
उमंग कोचिंग इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर सुरेश ढाका ने अपने साले सुरेश बिश्नोई को व्हाट्सएप पर पेपर भेजा था. सुरेश ढाका जयपुर में लग्जरी लाइफ जीता है. महंगी गाड़ियों में घूमने का शोक है. सुरेश के सोशल मीडिया अकाउंट पर कई मंत्रियों के साथ डिनर करते हुए भी तस्वीरें अपलोड हैं. कहा जा रहा है कि युवाओं को चंगुल में फसाने के लिए सुरेश ढाका प्रभावशाली लोगों के साथ तस्वीरें डालता था और लाखों में फॉलोअर्स बढ़ा रखा था. सुरेश पहले भी मनी लॉन्ड्रिंग के केस और पेपर लीक मामले में जेल जा चुका है.