RU पेपर लीक मामला- यूनिवर्सिटी ने बताया केवल एक 'वायरल' मैसेज, मन लगाकर एग्जाम देने की छात्रों से की अपील
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RU पेपर लीक मामला- यूनिवर्सिटी ने बताया केवल एक 'वायरल' मैसेज, मन लगाकर एग्जाम देने की छात्रों से की अपील

 RU paper leak case: राजस्थान यूनिवर्सिटी के एग्जाम कंट्रोलर राकेश राव का कहना है कि अब आगे के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन चुस्त और दुरुस्त हो गया है. उन्होंने बताया कि परीक्षा सुनिश्चित तरीके से करवाना विश्वविद्यालय की सर्वोच्च प्राथमिकता है.

RU पेपर लीक मामला- यूनिवर्सिटी ने बताया केवल एक 'वायरल' मैसेज, मन लगाकर एग्जाम देने की छात्रों से की अपील

RU paper leak case: राजस्थान विश्वविद्यालय द्वारा 15 अप्रैल को आयोजित भूगोल विषय की परीक्षा का पेपर परीक्षा से पहले ही लीक हो गया था. इसको लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन केवल बयान पर बयान जारी कर रहा है. पेपर लीक की घटना को केवल एक वायरल मैसेज बता कर छुटकारा पाने का काम यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से किया जा रहा है, जबकि 11 बजे आयोजित होने वाली परीक्षा का पेपर उसके पहले ही यूनिवर्सिटी के सभी व्हाट्सएप ग्रुप में तेजी से वायरल होना शुरू हो गया था. इस पेपर लीक को लेकर चौंमूं के पास कालाडेरा पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार भी किया था.उसके बाद भी यूनिवर्सिटी प्रशासन पेपर लीक मानने को तैयार नहीं हो रहा है.

वीडियो रिकॉर्डिंग करवाई जाती है
बता दें कि राजस्थान यूनिवर्सिटी के एग्जाम कंट्रोलर राकेश राव का कहना है कि अब आगे के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन चुस्त और दुरुस्त हो गया है. उन्होंने बताया कि परीक्षा सुनिश्चित तरीके से करवाना विश्वविद्यालय की सर्वोच्च प्राथमिकता है. निष्पक्ष और गोपनीय तरीके से परीक्षा आयोजित हो यह विश्वविद्यालय का मुख्य उद्देश्य है. उन्होंने कहा सभी केंद्र अधीक्षक को यूनिवर्सिटी प्रशासन के जरिए सभी जानकारियां पहले ही दे दी जाती है, जिससे परीक्षा सुनिश्चित और व्यवस्था पूर्ण संपन्न हो. परीक्षा पत्र को जब महाविद्यालय में लाया जाता है तब से और खोलने सहित विद्यार्थियों को देने तक की वीडियो रिकॉर्डिंग करवाई जाती है. 

 एग्जाम कंट्रोलर राव ने विद्यार्थियों को निर्देशित करते हुए कहा सोशल मीडिया के प्रचार प्रसार से दूर रहें, जिससे उनका ध्यान डाइवर्ट नहीं हो और ईमानदारी से अच्छी तैयारी कर प्रश्न पत्र हल करें. इसी के साथ परीक्षा केंद्र पर केवल पेन, आई कार्ड, प्रवेश पत्र ही ले जाना मान्य होगा, अन्य कोई संदिग्ध सामग्री विद्यार्थी के पास पाई गई तो, उसके खिलाफ आईपीसी की धारा में मुकदमा दर्ज करवाया जाएगा.

 पेपर लीक होने को लेकर कोई सूचना नहीं मिली

उन्होंने अपनी एक ही बात को दोहराते हुए कहा कि अभी तक पेपर लीक होने को लेकर कोई सूचना नहीं मिली है. फिर भी जिस जिले में परीक्षा होती है, वहां के पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर सूचित किया जाता है कि इस महाविद्यालय में विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से परीक्षा आयोजित करवाई जा रही है. उस जिले की लोकल पुलिस से यूनिवर्सिटी प्रशासन संवाद बनाकर बातचीत करता रहता है, इसी के साथ ही साइबर सेल से भी विश्वविद्यालय प्रशासन संपर्क में रहता है. कुछ लोग विश्वविद्यालय की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं, वही इस तरीके की भ्रामक सूचनाएं शेयर करते हैं. ऐसे शरारती तत्वों से विद्यार्थियों को दूर रहना चाहिए. हर प्रश्न पत्र को हल करने का एक निर्धारित समय होता है, उस निर्धारित समय के पहले अगर किसी विद्यार्थी के साथ विशेष परिस्थिति होती है तो उसे समय से पहले परीक्षा केंद्र छोड़ने की अनुमति मिलती है.

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