जयपुर: वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना, हवाई यात्रा में दिखी लोगों की रूचि
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1254309

जयपुर: वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना, हवाई यात्रा में दिखी लोगों की रूचि

रेल से यात्रा करने के लिए रामेश्वरम,मदुरई, जगन्नाथपुरी, तिरूपति, द्वारकापुरी,सोमनाथ, वैष्णोदेवी, अमृतसर, प्रयागराज वाराणसी, मथुरा, वृंदावन, उज्जैन, ओंकारेश्वर, गंगासागर (कोलकत्ता), कामाख्या (गुवाहटी), हरिद्वार,ऋषिकेष, बिहार शरीफ, सम्मेद शिखर-पावापुरी एवं वैलनकानी चर्च (तमिलनाडु) की यात्रा शामिल है. 

देवस्थान मंत्री शकुंतला रावत

Jaipur: प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों के निशुल्क तीर्थयात्रा योजना के लिए आवेदन शुरू हो चुके हैं.योजना के तहत विमान से यात्रा करने के लिए बड़ी संख्या में लोगों ने रुचि दिखाई है. आलम यह है कि 1 सीट के लिए 22 बुजुर्गों ने आवेदन किया हैं, जबकि रेल यात्रा के लिए 1 सीट पर औसतन 3.5 बुजुर्गों ने दावेदारी जताई हैं. 

योजना के तहत पशुपतिनाथ काठमांडू की हवाई यात्रा के लिए 2 हजार सीटें निर्धारित हैं, इसके लिए 44 हजार 972 बुजुर्गों ने ऑनलाइन आवेदन किया है, वहीं रेलयात्रा के लिए 62 हजार 815 वरिष्ठ नागरिकों ने आवेदन किया है. 30 हजार 717 लोगों की पहली प्राथमिकता के रूप रामेश्वरम- मदुरै की यात्रा हैं, जबकि 32 हजार 098 ने शेष 13 स्थानों पर यात्रा के लिए आवेदन किया है. 
देवस्थान विभाग कि ओर से रेलमार्ग से 14 चिह्नित तीर्थ स्थानों पर 18 हजार वरिष्ठ नागरिकों और पशुपतिनाथ मंदिर काठमांडू के लिए 2 हजार वरिष्ठ नागरिकों को हवाई जहाज से यात्रा करवायी जाएगी. कोरोना संक्रमण के कारण दो साल तीर्थ यात्रा नहीं कराई जा सकी थी, लेकिन इस साल हालात कुछ सामान्य होने के बाद जैसे ही आवेदन मांगे गए तो, वरिष्ठ नागरिकों में यात्रा के प्रति उत्साह देखा गया.

यह भी पढ़ेंः Udaipur Kanhaiyalal Murder Case Update: हत्या के आरोपियों को NIA आज फिर करेगी कोर्ट में पेश, कौन-कौन हैं शामिल

विभाग कि ओर से केवल 2000 यात्रियों को ही हवाई यात्रा करवायी जाएगी. रेल से यात्रा करने के लिए रामेश्वरम,मदुरई, जगन्नाथपुरी, तिरूपति, द्वारकापुरी,सोमनाथ, वैष्णोदेवी, अमृतसर, प्रयागराज वाराणसी, मथुरा, वृंदावन, उज्जैन, ओंकारेश्वर, गंगासागर (कोलकत्ता), कामाख्या (गुवाहटी), हरिद्वार,ऋषिकेष, बिहार शरीफ, सम्मेद शिखर-पावापुरी एवं वैलनकानी चर्च (तमिलनाडु) की यात्रा शामिल है. 

देवस्थान मंत्री शकुंतला रावत ने बताया कि आवेदकों को वरीयता के आधार पर तीन तीर्थ स्थान भरने थे.1 अप्रैल को आवेदक की आयु 60 वर्ष होनी जरूरी है और वो आयकरदाता नहीं होना चाहिए. 70 वर्ष से अधिक के वरिष्ठ नागरिक यदि उनका जीवनसाथी यात्रा नहीं कर रहा है तो, उनको अपने साथ एक सहायक ले जाने की अनुमति रहेगी, सहायक की आयु 21 वर्ष से 50 वर्ष के मध्य होनी चाहिए.

यह भी पढ़ें: Rajasthan Weather: आने वाले दिनों में राजस्थान के इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी

अपने जिले की सभी खबरों के लिए यहां क्लिक करें

Trending news